दिल्लीः 29 जुलाई यानी साल के सातवें महीना का 29वां दिन। वैसे तो इस दिन देश और दुनिया में कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटित हुई हैं, लेकिन उनमें से जिन तीन घटनाओं का जिक्र पहला करने अनिवार्य है, उनमें एक क्रिकेट के मैदान से, दूसरी अंतरिक्ष से और तीसरी वन्य प्राणी से जुड़ी हुई है। 29 जुलाई 2006 को क्रिकेट के इतिहास में ऐसा रिकॉर्ड बना था, जिसे 16 साल बाद भी कोई तोड़ नहीं पाया है। आज ही के दिन 2006 में टेस्ट क्रिकेट की सबसे बड़ी पार्टनरशिप हुई थी। श्रीलंकाई बैट्समैन महेला जयवर्धने और कुमार संगकारा ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेलते हुए 624 रन बनाए थे।
इस पार्टनरशिप के दौरान जयवर्धने ने 374 रन और संगकारा ने 287 रन की इनिंग खेली थी। इससे पहले सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड भी श्रीलंकाई जोड़ी सनथ जयसूर्या और रोशन महानामा के नाम पर था। जो 1997 में भारत के खिलाफ बना था।
27 जुलाई से कोलंबो में शुरू हुए पहले टेस्ट में साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया। मुथैया मुरलीधरन और दिलहारा फर्नांडो की बॉलिंग के आगे साउथ अफ्रीका की टीम 50.2 ओवर में 169 रन ही बना सकी। दोनों ने 4-4 विकेट लिए। साउथ अफ्रीका की ओर से एबी डिविलियर्स ने ही सबसे ज्यादा 65 रन बनाए।
इसके बाद श्रीलंका बैटिंग के लिए मैदान में आई। डेल स्टेन ने श्रीलंका के दोनों ओपनर को दहाई का आंकड़ा भी नहीं छूने दिया। उसके बाद क्रीज पर कुमार संगकारा और महेला जयर्वधने आए। पहले ही दिन दोनों ने अर्धशतक लगाकर टीम के स्कोर को 128 तक पहुंचाया।
अगले दिन दोनों ने मिलकर ग्राउंड के हर एक कोने पर खूबसूरत बाउंड्रीज जड़ीं। पूरा दिन जयवर्धने और संगकारा के नाम ही रहा। साउथ अफ्रीका के बॉलर्स को एक भी विकेट नहीं मिला। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक दोनों दोहरा शतक जड़ चुके थे। श्रीलंका का स्कोर 485 पर पहुंच गया था।
तीसरे दिन यानी 29 जुलाई को लंच ब्रेक तक दोनों ने 570 रनों की पार्टनरशिप कर ली थी। दोनों अभी भी सबसे लंबी पार्टनरशिप (576 रन) से 7 रन दूर थे। लंच के बाद दोनों ने ये रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। 624 रन की साझेदारी करने के बाद आखिरकार एंड्रयू हॉल की गेंद पर संगकारा आउट हुए।
इसी के साथ ये पार्टनरशिप टूट गई, लेकिन दोनों ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए। जयवर्धने के 374 रन पर आउट होते ही पारी घोषित कर दी गई। श्रीलंका का स्कोर 756 रन था। टेस्ट इतिहास में ये चौथा सबसे बड़ा स्कोर था। श्रीलंका ने ये मैच एक इनिंग और 153 रनों से जीता था।
दुनिया की दो बड़ी शक्तियों- अमेरिका और सोवियत संघ में द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद शीत युद्ध की शुरुआत हुई। यानी आर्थिक, राजनीतिक और कई मोर्चों पर एक अघोषित प्रतिस्पर्धा ने जन्म लिया। दोनों ही देशों में अंतरिक्ष में भी एक-दूसरे को पीछे छोड़ने की होड़ लगी थी।
4 अक्टूबर 1957 को सोवियत संघ ने स्पूतनिक को लॉन्च कर अंतरिक्ष में प्रतिस्पर्धा की शुरुआत कर दी थी। सोवियत संघ की इस उपलब्धि से अमेरिका में हड़कंप मच गया। अमेरिका को लगने लगा था कि सोवियत संघ इस तरह मिसाइल और सैटेलाइट लॉन्च कर अमेरिका के लिए खतरा बन सकता है।
इस दौर को स्पूतनिक क्राइसिस कहा जाता है। स्पूतनिक क्राइसिस से निपटने के लिए नेशनल एडवाइजरी कमेटी फॉर एयरोनॉटिक्स की एक मीटिंग बुलाई गई। नासा के बनने से पहले यही कमेटी एयरोनॉटिक्स से जुड़ा सारा कामकाज देखती थी। मीटिंग में अंतरिक्ष से जुड़े कामकाज देखने के लिए एक फेडरल एजेंसी बनाने का प्रस्ताव रखा गया। ये एजेंसी अंतरिक्ष से जुड़े सभी नॉन मिलिट्री एक्टिविटी को अंजाम देगी।
29 जुलाई 1958 को अमेरिकी राष्ट्रपति आइजनहावर ने नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एक्ट पर साइन किए। इसी एक्ट के जरिए नासा को बनाया गया। इसी साल 1 अक्टूबर से नासा ने 100 मिलियन डॉलर के फंड से अपना कामकाज शुरू किया। आज नासा को स्पेस रिसर्च की अग्रणी एजेंसी में शुमार किया जाता है। अपनी स्थापना के बाद से ही नासा ने स्पेस से जुड़ी कई उपलब्धियां हासिल की हैं।
आज 29 जुलाई यानी इंटरनेशनल टाइगर डे है। दुनियाभर में हर साल बाघ संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए 29 जुलाई को इंटरनेशनल टाइगर डे मनाया जाता है। सबसे पहले साल 2010 में रूस के सेंट पीट्सबर्ग में आयोजित एक शिखर सम्मेलन में इंटरनेशनल टाइगर डे मनाने की शुरुआत हुई थी। उसके बाद से हर साल 29 जुलाई को इस दिन को पूरी दुनिया में मनाया जाता है।
भारत में 70 के दशक से ही बाघों को बचाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए थे। देशभर में कई टाइगर रिजर्व बनाए गए जिसका नतीजा ये हुआ कि आज दुनियाभर के 70 फीसदी बाघ भारत में पाए जाते हैं। 2019 में बाघों की जनगणना हुई थी जिसमें पता लगा कि पूरे देश में 2,977 बाघ हैं।
2014 में भारत में बाघों की संख्या 2226 थी। यानी भारत में बाघों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा 526 बाघ हैं। इसके बाद कर्नाटक में 524 और उत्तराखंड में 442 बाघ मौजूद हैं। भारत में हर 4 साल में बाघों की गिनती की जाती है। आइए एक नजर डालते हैं देश और दुनिया में 29 जुलाई को घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओं पर-
1567 : जेम्स VI को स्कॉटलैंड का राजा बनाया गया।
1748 : र्इस्ट इंडिया कंपनी की सहायता के लिये ब्रिटिश सेना की पहली सैन्य टुकड़ी भारत पहुंची।
1876 : साईंस ऐसोसिएशन की स्थापना।
1891: प्रसिद्ध भारतीय सामाजिक सुधारक ईश्वरचंद विद्यासागर का निधन हुआ।
1904: आधुनिक भारत की बुनियाद रखने वाली औद्योगिक हस्तियों में से एक जेआरडी टाटा का जन्म हुआ।
1911 : मोहन बगान ने पहली बार आर्इएफ शील्ड जीती।
1914: दुनिया की पहली ट्रांसकॉन्टिनेंटल टेलीफोन सर्विस लाइन की शुरुआत हुई।
1921: हिटलर नेशनल सोशलिस्ट जर्मन वर्कर्स पार्टी का प्रमुख नेता चुना गया।
1937 : जापानी सेना ने चीन के बीजिंग और तेनत्सिन शहरों पर कब्जा किया.
1949 : ब्रिटिश ब्राडकॉस्टिंग कार्पोरेशन रेडियो पर प्रसारण शुरू।
1957 : संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) का गठन किया।
1968 : पोप षष्ठम ने ईसाइयों के लिए गर्भ निरोधक के इस्तेमाल पर लगी धार्मिक पाबन्दी को बरकरार रखने का ऐलान किया
1980 : मॉस्को ओलंपिक में भारत ने हॉकी में स्वर्ण पदक जीता।
1981 : लंदन के सेंट पॉल कैथेड्रल में प्रिंस चार्ल्स और डायना की शादी। दुनिया के 75 करोड़ लोगों ने इस शादी को टेलीविजन पर सजीव देखा।
1982 : दिलीप बोस को डेविस कप देशों के प्रबंधन में चुना गया।
1983 : पहले चालक रहित विमान का परीक्षण किया गया।
1987: भारत के प्रधानमंत्री राजीव गांधी और श्रीलंका के राष्ट्रपति जे आर जयवर्धने ने जातीय मुद्दों पर भारत-श्रीलंका समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
2006 : श्रीलंकाई बल्लेबाज माहेला जयवर्धन और कुमार संगकारा ने टेस्ट क्रिकेट में 624 रन की भागीदारी का विश्व रिकार्ड बनाया।
2013 : फ्रांस में कान के एक होटल से 10.3 करोड़ यूरो के हीरे की चोरी।
2015: माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज-10 लॉन्च किया।