दिल्लीः राष्ट्रपत्नी वाले बयान पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को लिखित रूप से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू माफी मांग की। राष्ट्रपति को भेजे पत्र में चौधरी ने लिखा कि मैंने गलती से आपके लिए गलत शब्द का इस्तेमाल किया। मेरी जुबान फिसल गई थी। मैं माफी मांगता हूं और आपसे इसे स्वीकार करने का अनुरोध करता हूं।

आपको बता दें कि दिल्ली के विजय चौक पर विरोध-प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए अधीर रंजन ने बुधवार को राष्ट्रपति मुर्मू के लिए ‘राष्ट्रपत्नी’ शब्द का इस्तेमाल किया था। इसके बाद सत्ताधारी बीजेपी सांसदों ने इसका जमकर विरोध किया, साथ ही अधीर और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से माफी मांगने की मांग की थी।

उधर, राष्ट्रीय महिला आयोग भी राष्ट्रपति मुर्मू के लिए अशोभनीय शब्द का उपयोग करने को लेकर अधीर रंजन चौधरी को नोटिस भेज चुका है। उनसे 3 अगस्त सुबह साढ़े 11 बजे तक जवाब मांगा है। इसी मामले में मध्य प्रदेश के डिंडोरी में भी एक भाजपा कार्यकर्ता की शिकायत पर अधीर रंजन पर FIR दर्ज की गई है।

दरअसल चौधरी बुधवार को जब सदन से बाहर निकले तो मीडिया ने उनसे पूछा था कि आप राष्ट्रपति भवन जा रहे थे, लेकिन जाने नहीं दिया गया। तब उन्होंने कहा था कि आज भी जाने की कोशिश करेंगे। हिंदुस्तान की ‘राष्ट्रपत्नी’ सबके लिए हैं। हमारे लिए क्यों नहीं।

इसके बाद विवाद बढ़ने पर उन्होंने गुरुवार को कहा कि हिंदी मेरी मातृभाषा नहीं है। मेरी जुबान फिसल गई थी, मुझे फांसी पर चढ़ा दीजिए। सत्ताधारी दल तिल का ताड़ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है। उनसे ही माफी मांगूंगा, पाखंडियों से नहीं।

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वहीं संसद की कार्यवाही स्थगित होने के बाद गुरुवार को संसद परिसर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बीच नोकझोंक हो गई। दरअसल, सोनिया बीजेपी सांसद रमा देवी से सवाल कर रही थीं कि अधीर रंजन के मामले में उनका नाम क्यों लिया गया। इस पर स्मृति ईरानी बीच में आ गईं और सोनिया से कहा कि मैंने लिया आपका नाम, बताइए? इस पर सोनिया ने कहा, “डोंट टॉक टु मी।“

संसद के मौजूदा सत्र में विपक्ष लगातार महंगाई और जीएसटी (GST) के मुद्दे पर हंगामा कर रहा है। 18 जुलाई से शुरू हुए मानसून सत्र के पहले दिन महंगाई को लेकर राज्यसभा में हंगामा हुआ था। इसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही 19 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी गई थी।

20 जुलाई को लोकसभा पहले शाम 4 बजे तक, फिर पूरे दिन के लिए रोकी गई। इसके बाद GST को लेकर हंगामे के बाद राज्यसभा दोपहर से ही पूरे दिन के लिए स्थगित रही। इस सप्ताह संसद में हंगामा करने के कारण लोकसभा और राज्यसभा के 27 सांसद निलंबित किए गए हैं।

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