दिल्लीः भारत के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए आज मतदान हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तथा बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संसद भवन परिसर में बने मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं कांग्रेस सांसद मनमोहन सिंह ने व्हील चेयर पर बैठकर राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने पहुंचे। वहीं बिहार में बीजेपी विधायक स्ट्रेचर पर लेटकर विधानसभा पहुंचे और अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
एनडीए की ओर से द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा उम्मीदवार हैं। चुनाव में 4800 से ज्यादा सांसद, विधायक वोट डालेंगे। 21 जुलाई को मतों की गिनती होगी, जबकि नए राष्ट्रपति 25 जुलाई को शपथ लेंगे।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए बिहार विधानसभा में वोटिंग जारी है। शाम 5 बजे तक वोट डाले जाएंगे। बीजेपी से सीतामढ़ी के विधायक मिथिलेश कुमार स्ट्रेचर पर लेटकर विधानसभा में वोट डालने पहुंचे। उन्होंने कहा कि वो बीजेपी के जमीनी कार्यकर्ता हैं। देश के लिए लाखों जवानों ने आहुति दी है। उनका एक्सीडेंट मायने नहीं रखता है।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए लोकसभा सांसद, राज्यसभा सांसद और विधायकर ही वोट डाल रहे हैं। कैमरे की निगरानी में वोटिंग हो रही है। सुरक्षा के भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। इस में कुछ विशेष निर्देश भी जारी किए गए है। मतदान देने जा रहे विधायकों को मोबाइल फोन और पेन लेकर जाने की मनाही है। इस चुनाव में एमएलसी (MLC) वोट नही डालते है।
राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचक मंडल में संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य तथा राष्ट्रीय राजधानी राज्य क्षेत्र दिल्ली तथा संघ राज्यक्षेत्र पुड्डुचेरी समेत सभी राज्यों की विधान सभाओं के निर्वाचित सदस्य शामिल होते हैं। राष्ट्रपति चुनाव गुप्त मतदान से होगा और कोई पार्टी व्हिप जारी नहीं करती।
चुनाव के लिए राज्यसभा के महासचिव पी सी मोदी को निर्वाचन अधिकारी बनाया गया है, जबकि विधानसभाओं के महासचिवों को सहायक निर्वाचन अधिकारी बनाया गया है।
आयोग ने चुनाव के दौरान मतदान एवं मतगणना की व्यवस्था की निगरानी के लिए 37 पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। इस बार कुल 776 सांसद और 433 विधानसभा सदस्य भाग ले सकेंगे। मनोनीत सदस्यों को राष्ट्रपति के चुनाव में भाग लेने का प्रावधान नहीं है।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए सभी विधायकों के मतों का कुल मूल्य 543231 तथा सांसदों के मतों का कुल मूल्य 543200 होगा। यानी राष्ट्रपति चुनाव में पड़ने वाले मताें का कुल मूल्य 1086431 होगा। मतपत्र में सभी वोटरों को प्रथम प्राथमिकता दर्ज कराना अनिवार्य होगा। दूसरी एवं अन्य प्राथमिकता दर्ज कराना ऐच्छिक होगा।
चुनाव की प्रक्रिया 24 जुलाई तक संपन्न हो जाएगी। आपको बता दें कि मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का पांच साल का कार्यकाल 24 जुलाई को पूरा हो रहा है।