मुंबई : महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की सरकार बहुमत की परीक्षा में पास हो गई है। विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव के दौरान शिंदे के समर्थन में 164 विधायकों ने मतदान किया, जबकि 99 विधायकों ने विरोध में वोट डाला। बहुमत परीक्षण के दौरान अघाड़ी गठबंधन के पांच विधायक सदन से गैरहाजिर रहे। इसमें से कांग्रेस के तीन विधायक हैं, जिनमें अशोक चव्हाण का नाम शामिल है। कुल मिलाकर अघाड़ी सरकार के 8 विधायकों के वोट नहीं पड़ सके और उन्हें महज 99 वोट मिले।
विश्वास मत का प्रस्ताव बीजेपी के सुधीर मुनगंटीवार और शिवसेना के भरत गोगावाले ने रखा था। ध्वनि मत के बाद, विश्वास मत के प्रस्ताव पर विपक्ष वोट के विभाजन की मांग की गई। विधानसभा में विश्वास मत के दौरान शिवसेना के एक अन्य विधायक श्यामसुंदर शिंदे ने अचानक पलटी मार दी और वह एकनाथ शिंदे समूह में शामिल हो गए।
Many Congratulations to Shri @rahulnarwekar on being elected as the Speaker of Maharashtra Legislative Assembly !
Wishing you an illustrious tenure !#Speaker #Maharashtra #AssemblySession #RahulNarwekar pic.twitter.com/Xuj9XymcJU— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) July 3, 2022
आपको बता दें कि मौजूदा समय में महाराष्ट्र विधानसभा में विधायकों की संख्या 288 है। एक सीट खाली है। इस तरह से यह संख्या 287 बचती है। 21 विधायक गैरहाजिर रहे। इसके बाद 266 विधायक सदन में मौजूद थे। वहीं समाजवादी पार्टी के दो विधायकों समेत 3 विधायक तटस्थ रहे। 263 ने वोटिंग की तो शिंदे सरकार के पक्ष में 164 और विपक्ष में 99 वोट पड़े।
पांच विधायकों को देर से पहुंचने की वजह से विधानसभा में एंट्री नहीं मिल सकी। वहीं समाजवादी पार्टी के अबू आसिम आजमी समेत दोनों विधायकों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। संतोष बांगर, अशोर चाव्हाण वोट डालने नहीं पहुंचे। विजय वडेट्टीवार का वोट भी नहीं पड़ा। वहीं जेल में बंद नवाब मलिक और अनिल देशमुख का वोट भी नहीं पड़ सका।
विधानसभा में बहुमत परीक्षण में उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका तब लगा जब उद्धव खेमे के विधायक संतोष बांगर ने एकनाथ शिंदे के समर्थन में वोट दिया। संतोष का वोट शिंदे गुट में जाने से शिंदे के पास शिवसेना के 40 विधायकों का समर्थन आ गया। वहीं उद्धव ठाकरे के समर्थक विधायकों की संख्या घटकर 15 हो गई। इसके अलावा कंग्रेस, एनसीपी समेत विधायकों के कुल 99 वोट महा विकास अघाड़ी सरकार को मिले।
महाराष्ट्र विधानसभा में वोटिंग शुरू हुई तो बहुमत के लिए हेडकाउंट की प्रक्रिया का पालन किया गया। इसके तहत एक-एक सीट पर जाकर विधायक से उसकी राय पूछी गई। हेडकाउंट पूरा होने के बाद एकनाथ शिंदे को 164 विधायकों के समर्थन का खुलासा हुआ।
राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया था कि शिंदे सरकार 166 वोटों के साथ बहुमत साबित करेगी। उन्होंने कहा था कि सबसे कम उम्र के स्पीकर उम्मीदवार राहुल नार्वेकर ने रविवार को 164 वोटों के साथ स्पीकर का चुनाव जीता। दो विधायक स्वास्थ्य कारणों से उपस्थित नहीं थे। हमें भरोसा है कि विश्वास मत में हम 166 वोटों के साथ अपना बहुमत साबित करेंगे। वर्तमान में 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के 106 विधायक हैं। हाल ही में शिवसेना के एक विधायक की मृत्यु के बाद विधानसभा की वर्तमान संख्या घटकर 287 हो गई है। ऐसे में सदन में बहुमत का आंकड़ा 144 है और यह शिंदे ने आसानी से पार कर लिया है।
बहुमत परीक्षण के दौरान 21 विधायक रहे गैर हाजिर
- 2 विधायक अनिल देशमुख और नवाब मलिक जेल में हैं।
- 9 कांग्रेस के विधायक थे। इनमें अशोक चव्हाण, प्रणति शिंदे, जितेश अंतापुरकर, विजय वडेट्टीवार, जीशांत सिद्दीकी, धीरज देशमुख, कुणाल पाटिल, राजू अवलेमोहन हंबरडे, शिरीष चौधरी शामिल हैं।
- एनसीपी के संग्राम जगताप के अलावा 9 और विधायक सदन से बाहर रहे, जिनके नाम का पता नहीं चल पाया है।