मुंबईः एनसीपी (NCP) यानी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के चीफ शरद पवार ने बड़ा बयान दिया है। मुंबई में पार्टी विधायकों की बैठक में पवार ने कहा कि एकनाथ शिंदे की सरकार ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि शिंदे सरकार 6 महीने में ही गिर जाएगी। मिड टर्म इलेक्शन की तैयारी सभी लोग कर लें।
वहीं महाराष्ट्र में 14 दिन से जारी सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपनी सरकार के लिए सोमवार सदन में विश्वासमत हासिल करेंगे। वहीं, विश्वासमत से पहले स्पीकर बनते ही राहुल नार्वेकर ने उद्धव गुट को बड़ा झटका दिया है। उन्होंने विधानसभा में उद्धव के नेता अजय चौधरी और चीफ व्हिप सुनील प्रभु की मान्यता रद्द कर दी गई है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट ने विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में जीत हासिल करने के बाद आदित्य ठाकरे समेत शिवसेना के 16 विधायकों को अयोग्य करार देने की मांग की है। इस संबंध में शिंदे गुट के चीफ व्हिप भारत गोगावाले ने नए स्पीकर राहुल नार्वेकर को लेटर सौंपा है।
लेटर में कहा है कि 16 विधायकों ने व्हिप का उल्लंघन किया है। इसलिए इनकी सदस्यता रद्द हो। स्पीकर ने उनका लेटर ले लिया है और उस पर विचार करने की बात कही है। आपको बता दें कि बागी गुट के 16 विधायकों की सदस्यता का मामला पहले से सुप्रीम कोर्ट में है।
महाराष्ट्र में उद्धव सरकार को गिराने के बाद एकनाथ शिंदे ने रविवार को विधानसभा में पहला शक्ति परीक्षण जीत लिया है। भाजपा के राहुल नार्वेकर विधानसभा के नए स्पीकर चुने गए हैं। नार्वेकर को 164 वोट, जबकि शिवसेना के राजन साल्वी को 107 वोट मिले। वोटिंग के दौरान NCP के 7 और कांग्रेस के 2 विधायक गायब रहे।
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद विपक्ष की मांग पर डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल ने विधायकों की गिनती शुरू कराई। विधानसभा में अभी 287 विधायक हैं और जीत के लिए 144 का मैजिक फिगर चाहिए था। हालांकि, वोटिंग में सिर्फ 275 विधायकों ने भाग लिया।
विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में नवाब मलिक (NCP), अनिल देशमुख (NCP), मुक्ता तिलक (BJP), लक्ष्मण जगताप (BJP), प्रणित शिंदे (कांग्रेस), दत्ता भरणे (NCP), निलेश लंके (NCP), अण्णा बनसोडे (NCP), दिलीप मोहिते (NCP), बबन शिंदे (NCP), मुफ्ती इस्माइल शाह (MIM) और रणजीत कांबले (कांग्रेस) ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया।
विधानसभा विधानसभा में बीजेपी विधायकों ने जय भवानी, जय शिवाजी और जय श्री राम के नारे लगाए, जबकि विपक्षी विधायकों ने वोटिंग के समय ED-ED के नारे लगाए। विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव पर NCP के जयंत पाटील ने कहा कि अभी चुनाव कराया जा रहा है, लेकिन हम कब से मांग कर रहे थे। अब समझ आया कि इलेक्शन क्यों नहीं कराया जा रहा था।
अब आपको बताते हैं कि महाराष्ट्र विधानसभा के नए अध्यक्ष कौन हैं। राहुल नार्वेकर 2014 से पहले शिवसेना में थे, लेकिन लोकसभा का टिकट नहीं मिला, तो पार्टी छोड़ एनसीपी में शामिल हो गए। 2014 में मवाल लोकसभा सीट से मैदान में उतरे, लेकिन हार मिली। फिर नार्वेकर बीजेपी में शामिल हो गए।
नार्वेकर 2016 में गवर्नर कोटे से विधानपरिषद पहुंचे। वहीं 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कोलाबा विधानसभा सीट से जीत हासिल की। राहुल नार्वेकर को बीजेपी गठबंधन के 106, शिवसेना के 39 और निर्दलीय 19 विधायकों का वोट मिला है।