दिल्ली: देश के कई शहरों में इंडिगो एयरलाइंस (IndiGo Flights) के मुसाफिरों को शनिवार को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बताया जा रहा है कि स्टाफ की कमी के चलते इंडिगो की कई फ्लाइट्स शनिवार को देर से उड़ीं। अब डीजीसीए (DGCA) यानी नागरिक उड्डयन महानिदेशालय इस मामले पर ने सख्ती दिखाते हुए इंडिगो से जवाब मांगा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इंडिगो का स्टाफ एयर इंडिया की भर्ती में चला गया था।
डीजीसीए ने इंडिगो से देश भर में उड़ान भरने में हुई देरी के पीछे की वजह जानने के लिए स्पष्टीकरण मांगा है। इंडिगो की तरफ से अभी तक इस पर कोई जवाब नहीं आया है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इंडिगो की करीब 50 फीसदी फ्लाइट्स प्रभावित हुई हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इनकी संख्या देशभर में करीब 900 तक हो सकती है।
इंडिगो की घरेलू उड़ानों में से 55 प्रतिशत देरी से चलीं। बताया जा रहा है कि बड़ी संख्या में चालक दल के सदस्यों ने रोग-अवकाश ले लिया। सूत्रों के मुताबिक इंडिगो के चालक दल के संबंधित सदस्य बीमारी के नाम पर छुट्टी लेकर एक भर्ती अभियान में शामिल होने चले गए थे। डीजीसीए के प्रमुख अरुण कुमार ने रविवार को इस संबंध में कहा कि हम इसे देख रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि एअर इंडिया के भर्ती अभियान का दूसरा चरण शनिवार को आयोजित किया गया था और रोग-अवकाश लेने वाले इंडिगो के चालक दल के अधिकतर सदस्य इसके लिए गए थे।
आपको बता दें कि भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो अभी रोजाना लगभग 1,600 उड़ान- घरेलू और अंतरराष्ट्रीय, संचालित करती है। नागर विमानन मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, इंडिगो की 45.2 प्रतिशत घरेलू उड़ानें शनिवार को समय पर संचालित हुईं। इसकी तुलना में शनिवार को एअर इंडिया, स्पाइसजेट, विस्तारा, गो फर्स्ट और एअरएशिया इंडिया की क्रमश: 77.1 फीसदी, 80.4 फीसदी, 86.3 फीसदी, 88 फीसदी और 92.3 फीसदी उड़ानों का परिचालन समय पर हुआ।