उदयपुर : राजस्थान के उदयपुर में मंगवार को एक सनसनीखेज वारदात घटित हुई। यहां पर बीजेपी की पूर्व प्रवर्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट को लेकर दो हमलावरों ने टेलर कन्हैया लाल की गला रेत कर हत्या कर दी गई।
विशेष बात यह है कि नूपुर शर्मा के समर्थन में 10 दिन पहले एक पोस्ट कन्हैया के बेटे ने किया था। इस पोस्ट के बाद ही कन्हैया लाल को जान से मारने की धमकियां भी मिल रही थीं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस पोस्ट के बाद कन्हैया लाल की एक विशेष समुदाय विशेष के लोगों के साथ बहस भी हुई थी और कन्हैया लाल ने पुलिस को शिकायत भी दी थी। इसके बावजूद पुलिस की तरफ से उसको किसी भी तरह की सुरक्षा नहीं मुहैया कराई गई। पुलिस ने उसे कुछ दिन शांति से रहने की सलाह देकर लौटा दिया था। धमकी के डर से कन्हैया लाल ने पिछले कुछ दिन अपनी दुकान भी बंद रखी थी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक दो हमलावर मंगलवार को दिनदहाड़े कन्हैया की दुकान में घुसे। इसके बाद कन्हैया पर तलवार से कई वार किए और उसका गला काट दिया। यहीं नहीं हमलावरों ने इस पूरे हमले का वीडियो भी बनाया और उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर हत्या की जिम्मेदारी भी ली है।
इस घटना के बाद उदयपुर के 7 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है। जिन क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा है, उनमें धानमंडी, घंटाघर, हाथीपोल, अंबामाता, सूरजपोल, भुपालपुरा और सवीना थाना क्षेत्र शामिल हैं। साथ ही, धारा 144 लागू कर दिया गया है। आरोपियों ने वीडियो के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धमकी दे डाली है। पुलिस ने दोनों आरोपी रियाज अंसारी और मोहम्मद गौस को राजसमंद के भीम से शाम 7 बजे गिरफ्तार कर लिया।
प्रशासन ने शांति व्यवस्था बहाल रखने के लिए उदयपुर जिले में 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद कर दिया है। अजमेर के संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा ने अजमेर, टोंक, भीलवाड़ा और नागौर जिले में मंगलवार रात 8 बजे से लेकर बुधवार रात 12 बजे तक इंटरनेट बंद करने का आदेश जारी किया है। वारदात के विरोध में उदयपुर के हाथीपोल, घंटाघर, अश्विनी बाजार, देहली गेट और मालदास स्ट्रीट का बाजार बंद है। पूरे राजस्थान में अलर्ट जारी किया गया है। शव अब भी दुकान के बाहर ही पड़ा है। मृतक के परिवार वालों ने सरकार से 50 लाख रुपए और सरकारी नौकरी की डिमांड की है। इस पर सरकार की ओर से अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है।
मृतक कन्हैया लाल तेली (40) की धानमंडी स्थित भूतमहल के पास सुप्रीम टेलर्स नाम से दुकान है। मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे बाइक सवार 2 बदमाश आए। कपड़े का नाप देने का बहाना बनाकर दुकान में घुसे। कन्हैयालाल कुछ समझ पाते, तब तक बदमाशों ने हमला बोल दिया। उन पर तलवार से कई हमले किए। मौके पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
इस घटना की जानकारी मिलने पर धानमंडी समेत घंटाघर और सूरजपोल थाने के पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। पुलिस के आला अधिकारी और FSL टीम मौके पर है। टीम ने मौके से सबूत जुटाए। घटना के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी SP को फोन कर घटना की जानकारी ली। DST टीम दोनों आरोपी रियाज अंसारी और मोहम्मद गौस को लेकर उदयपुर के लिए रवाना हो गई। पुलिस की 10 टीमों ने पीछा कर यह सफलता हासिल की है। राजसमंद से करीब 100KM दूर भीम थाना इलाके से गिरफ्तारी हुई है। नाकेबंदी कर पुलिस ने यह कार्रवाई की।
कन्हैया लाल गोर्वधन विलास इलाके का रहने वाला था। उसके 2 बेटे यश (19) और तरुण (17) हैं। 10 दिन पहले उसने बीजेपी से हटाई गई नुपूर शर्मा के पक्ष में सोशल मीडिया पर पोस्ट की। इसके बाद से समुदाय विशेष के लोग उसे जान से मारने की धमकी दे रहे थे। कन्हैया लाल लगातार धमकियों से परेशान था। 6 दिनों से उसने अपनी दुकान भी नहीं खोली थी। उसने धमकियां देने वालों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने उसे थोड़े दिन संभलकर रहने को कहा, लेकिन आरोपियों की धरपकड़ में गंभीरता नहीं दिखाई।
इस घटना की जानकारी घटना की खबर लगते ही कलेक्टर तारा चंद मीणा, एसपी मनोज चौधरी मौके पर पहुंचे। शव फिलहाल मौके पर ही पड़ा है। परिजन हंगामा कर रहे हैं। खेरवाड़ा से पुलिस की अतिरिक्त टुकड़ियों को बुलाया गया है। शहर के 5 इलाकों में बाजार बंद कर दिए गए हैं। लोग मौके पर प्रदर्शन करने भी पहुंचे हैं।
उदयपुर के एसपी मनोज चौधरी ने कहा कि सूचना मिलते ही पुलिस को मौके पर तैनात कर दिया गया है। जो भी अपराधी हैं, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पीड़ित परिवार से बात नहीं हुई है। नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट के बाद मिल रही धमकियों की शिकायत के सवाल पर एसपी बोले कि मृतक से जुड़े सभी रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। कुछ आरोपियों की पहचान हुई है।
हाथीपोल चौराहे पर कुछ युवाओं और पुलिस की झड़प हुई। बीजेपी युवा मोर्चा का एक कार्यकर्ता घायल हो गया है। शांति बहाल करने के लिए पुलिस ने चप्पे-चप्पे को छावनी में तब्दील कर दिया है। दूसरी ओर, संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने मंगलवार शाम को उदयपुर जिले में 24 घंटे तक इंटरनेट बंद करने का आदेश जारी किया है।
उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, “उदयपुर की घटना कोई मामूली घटना नहीं है। जिस रूप में की गई है, वो कल्पना के बाहर है। ऐसा भी कोई कर सकता है क्या? इसकी जितनी निंदा करें, कम है। मैंने सबसे अपील की है कि शांति बनाए रखें। अभी मैंने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया जी से बात भी की है। हम कहते हैं कि सब मिलकर ऐसे वक्त में तनाव पैदा नहीं होने दें। दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उसके लिए पूरी पुलिस मुस्तैदी से लगी हुई है। उनकी गिरफ्तारी में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। लोगों के दिल में आक्रोश आना स्वाभाविक है। इसका मुझे भी अहसास है। उसी को ध्यान में रखते हुए हम कार्रवाई करेंगे। इस केस में अनुसंधान केस ऑफिसर स्कीम के तहत किया जाएगा। तेजी से जांच सुनिश्चित कर अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी।“