दिल्लीः आज बात दिमाग की मजबूती की करते हैं। इस बात को सभी लोग बखूबी जानते हैं कि दिमाग (Brain Health) का सेहतमंद होना कितना जरूरी है, लेकिन लोग इस बात से अनजान रहते हैं कि जब दिमाग की सोचने, समझने, याद रखने की ताकत कम होने लगती है तो क्या करें? दिमाग आपके शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो बाकी दूसरे सभी अंगों को काम करने के लिए तैयार करता है।

आपके दिमागी क्रियाओं में बाधा असंतुलित जीवनशैली के वजह से उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में इसकी सेहत का ध्यान रखना आपके लिए सबसे अहम मुद्दा होना चाहिए।

विशेषज्ञों ने मस्तिष्क को लाभ पहुंचाने वाली कुछ जड़ी-बूटियों और मसालों की जानकारी शेयर की है। उन्होंने लिखा है कि इनमें से कई जड़ी-बूटियों और मसालों का अध्ययन अल्जाइमर रोग पर उनके प्रभावों के लिए किया गया है,  जबकि अन्य को सोचने, समझने, सीखने और याद रखने में शामिल मानसिक क्रिया या प्रक्रिया के लिए परीक्षण किया गया है। तो चलिए आज हम आपको उन जड़ी-बुटियों के बारे में जानकारी देते हैं, जो आपके मस्तिष्क को सेहतमंद बनाते हैं-

केसर- दुनिया के महंगे मसालों में से केसर एक है। इसका वैज्ञानिक नाम क्रोकस सैटाइवस है। एक स्टडी से पता चलता है कि केसर का उपयोग Depression में बहुत फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद क्रॉकेटिन अनिद्रा की परेशानी को कम करती है। ऐसे में यह अवसाद में राहत पहुंचाने का काम कर सकता है।

बकोपा- ब्राह्मी के पौधे को बकोपा भी कहते हैं। इसका वैज्ञानिक नाम बकोपा मोननेरी है। यह एक ऐसा पौधा है जिसका उपयोग सदियों से पारंपरिक आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता रहा है। बकोपा दिमाग में उन रसायनों को बढ़ाने का काम करता है जो सोच, सीखने और स्मृति के लिए जरूरी होते हैं। यह अल्जाइमर रोग कारकों से मस्तिष्क की कोशिकाओं की रक्षा भी कर सकता है। आप इसे आसान भाषा में ब्रेन को बूस्ट करने वाला स्मार्ट ड्रग्स भी कह सकते हैं।

ग्रीन टी- ग्रीन टी को कैमेलिया साइनेन्सिस पौधे की पत्तियों से बनाया जाता है। ग्रीन टी को अक्सर वजन घटाने वाले हर्ब के रूप में जाना जाता है। लेकिन ये जड़ी-बूटी चिंता को कम करती है। दिमागी क्रियाओं में सुधार करती है। यह एकाग्रता बढ़ाने में फायदेमंद होती है। एक स्टडी से पता चलता है कि ग्रीन टी में मौजूद कैफीन और एल-थीनाइन का इन सभी फायदों को सुनिश्चित करने का काम करती है।

​लेमन बाम- लेमन बाम का वैज्ञानिक नाम मेलिसा ऑफिसिनैलिस है। इसे बाम मिन्ट, ब्लू बाम, गार्डन बाम और स्वीट बाम भी कहा जाता है। लेमन बाम में मौजूद एंटी-स्ट्रेस और एंक्सियोलिटिक गुण तनाव को कम करके अच्छी नींद को बढ़ावा देना का काम करते हैं। साथ ही लेमन बाम में मेंटल हेल्थ में भी सुधार करता है।

गोटू कोला- गोटू कोला का वैज्ञानिक नाम सेंटेला एशियाटिका है। यह चीनी और आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणालियों में लंबे से उपयोग होने वाली जड़ी-बूटी है। 2016 की एक स्टडी से पता चलता है कि गोटू कोला और फोलिक एसिड स्ट्रोक बाद सोचने, समझने, सीखने की शक्ति को सुधारने में समान रूप से फायदेमंद थे। लेकिन गोटू कोला स्मृति डोमेन को बेहतर बनाने में अधिक प्रभावी था।

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