दिल्ली: बाजार में सोलर कारें काफी समय से मौजूद है, लेकिन ये ग्राहकों के बीच छाप छोड़ने में नाकाम रही है। हालांकि सोलर कारों की रेस भी होती है,  लेकिन ज्यादातर मामलों में ये कारें सिर्फ शोपीस ही बनकर रह गई हैं। ये कारें महज एक्जीबिशन्स या कंपटीशन में ही नजर आती हैं, लेकिन अब नीदरलैंड्स की एक कंपनी ने सोलर कारों को लेकर हैरतअंगेज दावे कर दिए हैं।

लाइट ईयर नामक कंपनी ने दावा किया है कि उसने सोलर कार लाइट ईयर 0 का निर्माण किया है। ये एक फैमिली सेडान कार है, जिसमें पांच स्कवॉयर मीटर सोलर पैनल लगे हुए हैं। ये कार दिन में 70 किलोमीटर की रेंज देने का माद्दा रखती है। वर्ल्डवाइड हार्मोनाइज्ड लाइट व्हीकल टेस्ट प्रोसीजर टेस्टिंग के दौरान इस कार ने 625 किलोमीटर की दूरी तय की थी और ये कारनामा इस कार ने महज 60 किलोवाट के बैटरी पैक के जरिए दिया है।

इस कार की विशेष बात यह है कि इसमें एक अनुकूलित सोलर छत लगी हुई है,  जिसके चलते ये गाड़ी साल भर में 11 हजार किलोमीटर तक की यात्रा कर सकती है। खास बात ये है कि गर्मियों के सीजन में तो ये कार और भी ज्यादा फायदे का सौदा साबित होती है।

गर्मियों के सीजन में किसी पब्लिक चार्जर या घर में लगे उपकरण से इस गाड़ी को महीनों तक चार्ज करने की जरूरत ही नहीं पड़ा करेगी। कंपनी का कहना है कि समर सीजन में नीदरलैंड जैसे देश में कम से कम दो महीनों तक इस गाड़ी को चार्ज करने की जरूरत नहीं होगी,  वहीं स्पेन और पुर्तगाल के समर सीजन में तो सात महीनों तक इस गाड़ी को चार्ज करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

इस कार में छह सालों की रिसर्च और डेवलपमेंट, डिजाइन, इंजीनियरिंग, प्रोटोटाइपिंग और टेस्टिंग लगी है। ये गाड़ी कुछ महीनों बाद प्रोडक्शन के लिए जाएगी और कंपनी की कोशिश है कि इसी साल नवंबर महीने तक इस गाड़ी का पहला मॉडल रिलीज हो जाए। कंपनी ने कहा है कि वो इस गाड़ी के 949 मॉडल्स निकालने जा रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस गाड़ी की कीमत 2 लाख 63 हजार डॉलर्स हो सकती है जिसे किसी भी मायने में सस्ता नहीं कहा जा सकता है।

लाइट ईयर के को-फाउंडर और सीईओ Lex Hoefsloot ने कहा कि साल 2016 तक हमारे पास एक आइडिया था। इसके तीन साल बाद हमारे पास एक प्रोटोटाइप तैयार हो चुका था। अब छह साल की टेस्टिंग, डिजाइनिंग और तमाम मुश्किलों के बाद लाइट ईयर जीरो इस बात का सबूत है कि कोई भी चीज़ असंभव नहीं होती है।

लाइट ईयर का दावा है कि चार इन-व्हील मोटर्स के साथ, ये कार आज उपलब्ध सबसे कुशल इलेक्ट्रिक ड्राइवट्रेन है, जो प्रति 100 किलोमीटर पर 10।5 kWh की ऊर्जा उपयोग करती है। वहीं अगर हाईवे की गति की बात की जाए (110 किमी), तो लाइट ईयर जीरो, 560 किलोमीटर की रेंज दे सकती है।

कंपनी अपने पर्यावरण के अनुकूल क्रेडिबिलिटी को गंभीरता से लेती है। इस गाड़ी के डैशबोर्ड में 10।1 इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम मौजूद है जो क्लाउड बेस्ड अपडेट्स देता है। इसके अलावा इस गाड़ी के इंटीरियर में वीगन और नेचुरल सोर्स मटेरियल ही मिलेगा। इकोलॉजिकल माइक्रोफाइबर सीट्स और रैटन पाम डिटेलिंग ऐसे ही कुछ उदाहरण हैं।

आपको बता दें कि ना केवल लाइट ईयर बल्कि कई और कंपनियां भी सोलर कार बिजनेस को गंभीरता से ले रही हैं। इनमें ऑप्टेरा मोटर्स, फिस्कर, सोनो मोटर्स, हुंडई, टोयोटा, एटलिस मोटर व्हीकल्स और टेस्ला जैसी कंपनियां शामिल हैं। ये सभी कंपनियां या तो सोलर कार पर फोकस कर रही हैं या फिर इसके हाइब्रिड वर्जन को बनाने की सोच रही हैं।

सोलर व्हीकल्स मूल रूप से इलेक्ट्रिक व्हीकल ही होते हैं जो सनलाइट के सहारे खुद को बिजली देने के लिए सोलर सेल्स का उपयोग करते हैं। सोलर व्हीकल्स में आमतौर पर एक रिचार्जेबल बैटरी होती है जो सोलर सेल्स में एनर्जी को स्टोर करने और रेगुलेट करने में मदद करती है। लाइट ईयर ने सोलर व्हीकल्स के सामने आने वाले कई अहम चुनौतियों से निपटने की कोशिश की है।

कंपनी ने परफॉर्मेंस के बजाए दक्षता पर फोकस किया है और चूंकि ये गाड़ी रोजमर्रा के इस्तेमाल के नजरिए से बनाई गई है, ऐसे में कई कार ट्रेड पंडित कंपनी के इस कदम को सही मान रहे हैं। ये भी सच है कि इस गाड़ी की कीमत काफी अधिक है लेकिन अगर इसके दूरगामी फायदे देखे जाएं तो कहीं ना कहीं ये उचित भी है। नवंबर में इस गाड़ी के लॉन्च हो जाने के बाद ही ये पता चल जाएगा कि लाइट ईयर की ये कार ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में क्रांति लाने में कामयाब हो पाती है या फिर लोग इसे सिरे से नकार देते हैं।

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