दिल्लीः मौजूदा समय में दुनिया जानलेवा कोविड-19 महामारी से जूझ रही है, लेकिन आज के दिन को इतिहास में एक और महामारी के लिए याद किया जाता है। साल 2009 में आज ही के दिन डब्ल्यूएचओ (WHO) यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्वाइन फ्लू (H1N1) को महामारी घोषित किया था। 1968 के हांगकांग फ्लू के करीब 41 साल बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने किसी बीमारी को महामारी घोषित किया था।
स्वाइन फ्लू का पहला केस 15 अप्रैल 2009 को अमेरिका में सामने आया था। इस दिन कैलिफोर्निया के 10 साल के एक बच्चे में वायरस से संक्रमण होने की पुष्टि हुई थी। दो दिन बाद कैलिफोर्निया में ही 8 साल के बच्चे में भी वायरस पाया गया। जिस तरह अभी कोरोना वायरस के अलग-अलग स्ट्रेन सामने आ रहे हैं, इसी तरह इस बीमारी के पीछे वैज्ञानिकों ने इंफ्लूएंजा A (H1N1) pdm09 स्ट्रेन को जिम्मेदार बताया था। इस स्ट्रेन को इंसानों और जानवरों में पहले कभी नहीं देखा गया था। 18 अप्रैल 2009 को अमेरिका के हेल्थ डिपार्टमेंट ने इस नई बीमारी की जानकारी WHO को दी। अगले ही हफ्ते पूरे अमेरिका में नेशनल हेल्थ इमरजेंसी लगा दी गई।
यह वायरस धीरे-धीरे वायरस अमेरिका से बाहर निकलने लगा। अप्रैल खत्म होते-होते 70 देशों से वायरस के संक्रमित मरीज सामने आने लगे। विशेषज्ञों के मुताबिक अगले एक साल में ही स्वाइन फ्लू से दुनियाभर में डेढ़ लाख से ज्यादा मौतें हुईं। सिर्फ अमेरिका में इस वायरस से 12 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई।
मरने वालों में 80 फीसदी लोगों की उम्र 65 साल से कम थी। यानी बुजुर्ग इस वायरस के कहर से बच गए थे। विशेषज्ञों का मानना है कि H1N1 वायरस पहले भी लोगों में फैला था, इसलिए वायरस के संपर्क में बुजुर्ग लोग पहले आ चुके थे और उनके शरीर में एंटीबॉडी बन गई थी।
हालांकि कोरोना वायरस के मुकाबले देखा जाए तो ये वायरस इतना घातक नहीं था। इस वायरस की वजह से मौतें कम हुईं और वैक्सीन भी जल्दी बन गई। अक्टूबर 2009 तक दुनिया को इसकी वैक्सीन मिल गई थी। वर्तमान समय की तरह वैक्सीन की मारामारी तब भी हुई थी। विकसित देशों ने वैक्सीन के ज्यादा डोज पर कब्जा कर लिया था। आखिरकार वैक्सीनेशन की बदौलत वायरस का फैलना कम हुआ और नए केस भी कम हुए। 10 अगस्त 2010 को WHO ने इस बीमारी को महामारी की श्रेणी से हटा दिया। ये वायरस एक सीजनल फ्लू की तरह आम लोगों में अभी भी फैलता है।
आज के ही दिन पानी, कीचड़, बर्फ और उबड़-खाबड़ जगहों पर चल सकने वाले होवरक्राफ्ट का आविष्कार हुआ था। इसे एयर कुशन व्हीकल भी कहा जाता है। होवरक्राफ्ट को बनाने की कोशिशें अलग-अलग वैज्ञानिकों द्वारा पहले से की जा रही थीं, लेकिन इसे आधिकारिक तौर पर बनाने का श्रेय इंजीनियर क्रिस्टोफर कॉकरेल को जाता है। क्रिस्टोफर के पास ही होवरक्राफ्ट का पेटेंट भी है।
होवरक्राफ्ट को विशेष रूप से बनी मजबूत चपटे गुब्बारे जैसी आकृति पर फिट किया जाता है जिसे स्कर्ट कहते है। बड़े पंखों के जरिए इस स्कर्ट में हवा भरी जाती है जिससे होवरक्राफ्ट सतह से थोड़ा ऊपर उठ जाता है। इस वजह से फ्रिक्शन कम हो जाता है और होवरक्राफ्ट हवा में तैरने लगता है। होवरक्राफ्ट की तेज स्पीड के पीछे यही वजह है। आगे बढ़ने के लिए होवरक्राफ्ट के पीछे भी पंखे लगे होते हैं।
मौजूदा समय में सेना में बड़े पैमाने पर इनका इस्तेमाल होता है। रेस्क्यू ऑपरेशन से लेकर सैनिकों को जल्दी एक-जगह से दूसरी जगह पहुंचाने में भी होवरक्राफ्ट की मदद ली जाती है। आइए एक नजर डालते हैं देश और दुनिया में 11 जून को घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओं पर-
1770- ब्रिटिश सेना के कमांडर कैप्टन जेम्स कुक ने ऑस्ट्रेलिया की ग्रेट बैरियर रीफ की खोज की। जेम्स अपने जहाज से जा रहे थे और गलती से उनका जहाज ग्रेट बैरियर रीफ पर ही चढ़ गया था।
1776- अमेरिका की स्वतंत्रता का घोषणा पत्र तैयार करने के लिए समिति बनाई गई।
1866- इलाहाबाद उच्च न्यायालय की स्थापना हुई।
1897- महान स्वतंत्रता सेनानी राम प्रसाद बिस्मिल का जन्म।
1901- न्यूजीलैंड ने क्रुक द्वीप पर कब्जा किया।
1909- भारतीय विधिवेत्ता, राजनीतिज्ञ और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष के. एस. हेगड़े का जन्म।
1911- ब्रिटिश गिटार वादक ग्रेम रसेल का जन्म।
1921- ब्राजील में महिलाओं को मतदान का अधिकार मिला।
1924- मराठी भाषा के सुप्रसिद्ध इतिहासकार कवि, नाटककार एवं जीवनी लेखक वासुदेव वामन शास्त्री खरे का निधन।
1935- एडविन आर्मस्ट्रांग ने पहली बार एफएम का प्रसारण किया।
1940- इटली के जिनेवा तोरन पर ब्रिटेन ने बमबारी की।
1948- बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का जन्म।
1963: वियतनाम युद्ध के दौरान एक बौद्ध भिक्षु ने खुद को आग लगाकर आत्महत्या कर ली।
1964- भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की इच्छानुसार उनकी अस्थियों की भस्म पूरे देश में बिखेरी गई।
1971- अमेरिका ने चीन पर लगे व्यापार प्रतिबंधों को खत्म कर उसके साथ दोबारा व्यापार शुरू किया।
1981- ईरान में आए 6.9 तीव्रता के भूकंप से करीब 2000 लोगों की मौत हुई।
1983- औद्योगिक समूह बी. के. के. एम.बिड़ला समूह के संस्थापक घनश्यामदास बिड़ला का निधन।
1987- ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री मार्गरेट थैचर ने लगातार तीसरी बार चुनाव जीता था।
1987- पहली बार अश्वेत समुदाय के एबट, पॉल बोटेग और बर्नियर को ब्रिटेन में संसद सदस्य चुना गया।
1991- माइक्रोसॉफ्ट ने MS-DOS 5.0 रिलीज किया।
1997- लम्बी दूरी के भारत के प्रसिद्ध तैराक मिहिर सेन का निधन।
1999- वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के पूर्व ऑफ स्पिनर सकलेन मुश्ताक ने जिम्बाब्वे के खिलाफ हैट्रिक लगाई।
2003- रूसी टेनिस खिलाड़ी अन्ना कोर्निकोवा महिला टेनिस की सबसे सुन्दर खिलाड़ी घोषित।
2006- नेपाली संसद ने आम राय से नरेश के वीटो अधिकार को समाप्त किया।
2007- फिजी के अपदस्थ प्रधानमंत्री लाडसेनिया करासे को राजधानी सुवा में प्रवेश की इजाजत मिली।
2008- ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल को भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया।
2012- अफगानिस्तान में भूकंप के झटके के बाद हुए भूस्खलन में 80 लोगों की मौत।