दिल्लीः पूर्व क्रिकेटर नमन ओझा (Naman Ojha) के पिता वीके ओझा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वीके ओझा की गिरफ्तार बैंक फ्रॉड मामले में हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वीके ओझा को पुलिस ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र की जौलखेड़ा ब्रांच में 2013 में हुए लगभग करीब 1.25 करोड़ रुपये के गबन के मामले में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने ओझा पर धारा 409, 420, 467, 468, 471, 120 बी, 34 और IT एक्ट की धारा 65,66 के तहत मामला दर्ज किया था। इस मामले में पुलिस अन्य आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। वीके ओझा लंबे समय से फरार चल रहे थे। गिरफ्तारी के बाद कोर्ट ने वीके ओझा को एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 2013 में बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा जौलखेड़ा में पोस्टेड बैंक मैनेजर अभिषेक रत्नम ने गबन की साजिश रची थी, लेकिन उनका ट्रांसफर होने के बाद ओझा एवं अन्य ने मिलकर जून 2013 में करीब 34 फर्जी खाते खुलवा कर इन पर केसीसी का लोन ट्रांसफर कर लगभग सवा करोड़ रुपये का गबन कर लिया था। जिस समय ये हेराफेरी हुई उस समय ओझा ब्रांच मैनेजर थे। इसके करीब एक साल बाद तत्कालीन शाखा प्रबंधक रितेश चतुर्वेदी ने 2014 में गबन की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया कि फर्जी नाम और फोटो के आधार पर किसान क्रेडिट कार्ड बनाकर बैंक से राशि आहरित की गई है।
मुलताई टीआइ सुनील लाटा ने बताया कि सोमवार को वीके ओझा को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने उन्हें न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी न्यायालय में पेश किया और एक दिन की रिमांड मांगी थी। न्यायालय ने पूछताछ के लिए वीके ओझा को एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।