श्रीगनरः दिल्ली की स्पेशल एनआईए कोर्ट ने बुधवार को टेरर फंडिंग मामले में यासीन मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई। मलिक के खिलाफ सजा का ऐलान होते ही जम्मू कश्मीर में हालात बिगड़ने की आशंका के मद्देनजर सुरक्षा बलों ने चौकसी बढ़ा दी है। श्रीनगर के मैसूमा और डाउनटाउन इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। इससे पहले श्रीनगर के मैसूमा इलाके में मलिक के समर्थकों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के बीच मारपीट हुई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।

दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने बुधवार को टेरर फंडिंग मामले में कश्मीर के अलगाववादी यासीन मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई। साथ ही दस लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। हालांकि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मलिक के लिए मौत की सजा की मांग की थी, जिसे अदालत ने नहीं स्वीकार और उसे उम्रकैद की सजा सुनाई। मलिक के खिलाफ फैसला आने के बाद श्रीनगर के मैसूमा और डाउनटाउन इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।

आपको बता दें कि इस महीने की शुरुआत में यासीन मलिक ने टेरर फंडिंग मामले में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत सभी आरोपों को स्वीकार किया था। मलिक पर यूएपीए की धारा 18 (आतंकवादी कृत्य करने की साजिश), 20 (आतंकवादी गिरोह या संगठन का सदस्य होने) और भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) और 124-ए (देशद्रोह) का आरोप लगाया गया था।

विशेष न्यायाधीश प्रवीण सिंह ने 19 मई को,उसे दोषी ठहराया था। इसके बाद बुधवार को कोर्ट ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई है।

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