दिल्लीः भारत के दो पड़ोसी मुल्क इस समय भीषण आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। एक ओर जहां श्रीलंका 1948 में ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद से अब तक के सबसे गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है, तो दूसरी ओर पाकिस्तान की इकोनॉमी भी तेजी से दिवालिया होने की तरफ बढ़ रही है। पाकिस्तानी रुपए की कीमत डॉलर के मुकाबले करीब 200 हो गई है।
ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि गुरुवार को एक डॉलर के बदले 200 पाकिस्तानी रुपए देने होंगे। इसके साथ ही डॉलर की ब्लैक मार्केटिंग भी तेजी से बढ़ी और सरकार इसे रोक पाने में नाकाम साबित हुई है। सरकार ने लग्जरी कारों और गैर जरूरी आयटम्स के आयात पर सख्ती से बैन करने का ऐलान किया है।
एफएपी (FAP) यानी फॉरेक्स एसोसिएशन ऑफ पाकिस्तान और बिजनेस रिकॉर्डर पाकिस्तान की बुधवार रात जारी रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को एक डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपए 199 तक पहुंच गया। आशंका है कि गुरुवार को यह 200 रुपए से ज्यादा हो जाएगा।
आपको बता दें कि 11 अप्रैल को डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपए रूपये की कीमत 182 था। यानी 182 पाकिस्तानी रुपये में एक डॉलर मिल रहा था। इसके बाद इसमें तेजी से गिरावट हुई है। इसी दिन पाकिस्तान में शाहबाज शरीफ की गठबंधन सरकार सत्ता में आई थी। उस समय की रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान सरकार ने विदेशी कर्ज की किश्तें भी नहीं चुकाईं और नई सरकार के लिए यह बहुत बड़ी मुसीबत है। इसके अलावा अमीर तबका डॉलर्स की होर्डिंग कर रहा है। इसकी वजह से इसकी ब्लैक मार्केटिंग हो रही है। यहां एक डॉलर के बदले 260 पाकिस्तानी रुपए देने पड़ रहे हैं।
पाकिस्तान की सरकार परेशान है। इकोनॉमी तबाह होते देख उसके हाथ-पैर फूल गए। वजीर-ए-आजम शाहबाज शरीफ ने बुधवार दोपहर एक इमरजेंसी बैठक बुलाई। वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल के अलावा फाइनेंस सेक्रेटरी और कुछ फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स शामिल हुए।
इस बैठक के बाद एक लिखित बयान जारी किया गया। इसके मुताबिक- लग्जरी कारों और इसी तरह के दूसरे गैर जरूरी सामानों के साथ ही कॉस्मेटिक्स के इम्पोर्ट पर भी तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी गई। जिन आयटम्स के आयात पर रोक लगाई गई है, उनकी लिस्ट गुरुवार को जारी की जा सकती है। पाकिस्तान का अमीर तबका बड़े पैमाने पर विदेशी कारें इम्पोर्ट करता है। इसके अलावा विदेशी कॉस्मेटिक्स खासतौर पर क्रीम और महंगे परफ्यूम इम्पोर्ट किए जाते हैं।