file picture

दिल्लीः छह महीने बाद गुजरात में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले कांग्रेस को राज्य में तगड़ा झटका लगा है। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने इस्तीफा दे दिया है। आपको बता दें कि पिछले एक महीने से पटेल पार्टी आलाकमान से नाराज चल रहे थे। हार्दिक ने सोनिया गांधी को लेटर लिखते हुए कहा है कि कांग्रेस हाईकमान का ध्यान मुद्दे सुनने से अधिक चिकन सैंडविच और मोबाइल फोन पर रहता है।

हार्दिक पटेल ने इस्तीफा देने के साथ ही पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि हाईकमान मुद्दों को लेकर गंभीर नहीं है, जब मैं गुजरात की समस्याओं को लेकर जाता था, तो टॉप लीडरशिप मोबाइल फोन में व्यस्त रहते थे। वहीं हार्दिक के लेटर को कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने बीजेपी का एजेंडा बताया है।

आपको बता दें कि हार्दिक पटेल की नाराजगी के बाद कांग्रेस हाईकमान सक्रिय हुआ था। राहुल गांधी ने हार्दिक से मैसेज कर नाराजगी की वजह भी जानी, लेकिन उसके बाद राहुल ने कोई रिप्लाई नहीं किया। हार्दिक ने उम्मीद जताई थी कि चिंतन शिविर के बाद सब कुछ ठीक हो जाएगा। हार्दिक ने पिछले दिनों ट्विटर, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर अपने बायो से कांग्रेस को हटा दिया था।

राजस्थान के उदयपुर में 13-15 मई तक हुए कांग्रेस के चिंतन शिविर के लिए हार्दिक पटेल को भी न्योता मिला था, लेकिन वे शामिल नहीं हुए थे। हार्दिक पटेल 2019 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट से उन्हें चुनाव लड़ने की इजाजत भी मिली थी। पटेल पर पाटीदार आंदोलन के दौरान हिंसा फैलाने का आरोप लगा था।

सियासी गलियारों में इस तरह की चर्चा चल रही है कि हार्दिक पटेल जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक वे अगले महीने पार्टी का दामन थाम सकते हैं। गुजरात में 6 महीने बाद विधानसभा का चुनाव होना है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here