वाराणसीः उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थि ज्ञानवापी परिसर में तीन दिनों से चल रही सर्वे की कार्यवाही सोमवार को पूरी हो गई। सर्वे की समाप्ति के बाद ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने के पास शिवलिंग मिलने का दावा किया गया है। उधर, सिविल जज (सीनियर डिविजन) की कोर्ट ने हिंदू पक्ष के वकील हरिशंकर जैन के प्रार्थनापत्र पर उस स्थान को तत्काल सील करने का आदेश दिया है, जहां शिवलिंग मिला है।
इसके साथ ही कोर्ट ने डीएम, पुलिस कमिश्नर और सीआरपीएफ कमांडेंट को आदेश के अनुपालन की व्यक्तिगत जिम्मेदारी देते उस स्थान को सील कर सुरक्षा करने को कहा। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने सोमवार को शाम में संबंधित स्थान को सील करते हुए वहां किसी भी व्यक्ति का जाना प्रतिबंधित कर दिया।
महत्वपूर्ण साक्ष्य: सर्वे के दौरान टीम ने अंतिम दिन यानी सोमवार को वजूखाने के लिए बने कृत्रिम तालाब को पानी से खाली कराया गया। पानी हटते ही उस स्थान पर शिवलिंग मिला जिसका व्यास 12.8 फीट और लंबाई चार फीट बताई जा रही है। दावा यह भी है कि यह शिवलिंग नंदी के मुंह से उत्तर 84.3 फीट की दूरी पर स्थित है। उसे देखते ही हिंदू पक्ष के वकील हरिशंकर जैन सिविल जज की अदालत में पहुंच गए।
जैन ने कोर्ट में याचिका दायर कर बताया कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में शिवलिंग मिला है। यह बहुत ही महत्वपूर्ण साक्ष्य है। जैन ने कोर्ट से मांग की कि सीआरपीएफ कमांडेंट को उस जगह को सील करने, वहां वजू पर रोक लगाने और अधिकतम 20 लोगों के नमाज पढ़ने का आदेश दिया जाय। सीनियर डिवीजन के जज रवि कुमार दिवाकर ने तुरंत डीएम को उस जगह को सील करने का आदेश दिया। कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र तथा उनके दो सहयोगी मंगलवार को कोर्ट में सर्वे रिपोर्ट पेश करेंगे। वजूखाने को सील करने के बाद सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ को सौंप दिया गया।
सर्वे से सभी पक्ष संतुष्ट: सर्वे कार्यवाही के बाद डीएम कौशलराज शर्मा ने कहा कि सोमवार को कोर्ट की ओर से गठित आयोग (कोर्ट कमीशन) ने सुबह 10.15 बजे काम समाप्त कर दिया। सभी पक्ष संतुष्ट थे।
महिलाओं की याचिका: सर्वे का आदेश महिलाओं के एक समूह द्वारा हिंदू देवी-देवताओं की दैनिक पूजा की अनुमति मांगने वाली याचिका पर दिया गया था, जिनकी मूर्तियां मस्जिद की बाहरी दीवार पर स्थित हैं। याचिका में शृंगार गौरी और अन्य विग्रहों की स्थिति स्पष्ट करने को भी कहा गया है।
दिल्लीः चिलचिलाती धूप से परेशान लोगों को जल्द ही राहत मिलने की उम्मीद है। मानसून ने अंडमान सागर और बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से में दस्तक दे दी है। केरल में यह 27 मई तक पहुंच जाएगा। मौसम विभाग ने कहा, “मानसून अगले दो तीन दिनों में पूरे अंडमान सागर, अंडमान निकोबार द्वीप समूहों, मध्यपूर्व बंगाल की खाड़ी में छा जाएगा। आमतौर पर इन क्षेत्रों में मानसून 22 मई को सक्रिय होता है। इस बार यह छह दिन पहले सक्रिय हो गया है। वहीं, केरल में यह सामान्य तिथि से पांच दिन पहले पहुंच सकता है।“
मौसम विभाग ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को भी धूल भरी आंधी और हल्के बादल छाए रहने के आसार हैं। इस वजह से लोगों को लू से राहत रहेगी। वहीं, उत्तर-पश्चिमी और मध्य भारत के राज्यों को भी लू से राहत की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार अगले चौबीस घंटों में केरल, पूर्वोत्तर राज्यों एवं उत्तर के पर्वतीय राज्यों में बारिश होगी।
मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून सोमवार को अंडमान निकोबार द्वीप समूह की ओर बढ़ा। इससे चार महीने के बरसात के मौसम की शुरुआत का संकेत मिलता है जो मुख्य रूप से कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के लिए अहम है।
वहीं अंडमान निकोबार द्वीप समूह और आसपास के इलाकों में क्षोभमंडल के निचले स्तरों में दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के मजबूत होने के कारण बारिश हो रही है। अंडमान निकोबार द्वीपों पर मानसून की शुरुआत एक दिन देरी से हुई। आपको बता दें कि मौसम विभाग ने पहले कहा था कि 15 मई को इस क्षेत्र में मौसमी बारिश होगी।
मौसम विभाग ने कहा, ”दक्षिण पश्चिम मानसून के अगले 2-3 दिनों के दौरान दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, पूरे अंडमान सागर और अंडमान द्वीप समूह और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।”
वहीं मध्य पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मंगलवार को जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में गरज के साथ हल्की/मध्यम वर्षा, गरज के साथ हल्की/मध्यम वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर ओलावृष्टि का भी पूर्वानुमान जताया था। मौसम विभाग ने कहा कि मानसून के एक जून की सामान्य शुरुआत की तारीख से पांच दिन पहले 27 मई को केरल में मौसमी बारिश के जल्दी आगमन होने के आसार हैं।
अगले पांच दिनों के दौरान लक्षद्वीप और उत्तरी तमिलनाडु तट पर चक्रवाती परिसंचरण की उपस्थिति से केरल, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में कुछ स्थानों पर गरज/चमक/तेज हवाओं के साथ काफी व्यापक वर्षा होने की उम्मीद है। मौसम कार्यालय ने कहा कि तमिलनाडु में सोमवार से बुधवार तक और अगले दो दिनों में लक्षद्वीप क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना है। आईएमडी ने कहा कि बुधवार को तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भी भारी वर्षा की संभावना है।
मौसम विभाग ने सोमवार को बताया कि उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में हीटवेव का असर होने की संभावना है। उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान के 3-4 डिग्री सेल्सियस तक गिरने के आसार हैं। वहीं, मध्य भारत में अगले तीन दिनों के दौरान अधिकतम तापमान 3-4 डिग्री सेल्सियस तक कम हो सकता है। विभाग ने बताया कि बिहार और झारखंड में 17 मई को लू चल सकती है।
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