दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ। यहां के मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास एक तीन मंजिला कॉमर्शियल बिल्डिंग में आग लगने से 27 लोगों की जलकर मौत हो गई। मृतकों में दमकल विभाग के दो कर्मचारी भी शामिल हैं। वहीं, 12 अन्य लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए है, जबकि 19 लोग लापता बताए जा रहे हैं। इस सिलसिले में पुलिस ने शुक्रवार की देर शाम इमारत के मालिक हरीश गोयल और वरुण गोयल को हिरासत में ले लिया।

दमकल विभाग ने बताया कि आग लगने की सूचना शुक्रवार को शाम 4.40 बजे मिली थी। करीब 7 घंटे बाद आग पर काबू पा लिया गया। हालांकि देर रात 12 बजे आग फिर से धधकने लगी, जिस पर वहां मौजूद दमकल कर्मियों ने काबू पाया। राहत एवं बचाव दल ने इमारत की खिड़कियां तोड़कर फंसे लोगों को बचाया। रात को NDRF की टीम भी मौके पर पहुंच गई।

आग जिस इमारत में लगी थी, वहां कई कंपनियों के दफ्तर थे। बताया जा रहा है कि राहत एवं बचाव दल ने करीब 150 लोगों को रेस्क्यू किया। राहत एवं बचाव कार्य के लिए 100 लोगों की टीम तैनात की गई थी। वहीं, दिल्ली पुलिस ने घटनास्थल से संजय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया, ताकि घायलों को तेजी से अस्पताल तक पहुंचाया जा सके। इस बीच DM ऑफिस ने हेल्पलाइन नंबर 011-25195529, 011-25100093 जारी किए हैं।

आउटर दिल्ली के डीसीपी (DCP) यानी पुलिस उपायुक्त समीर शर्मा ने रात करीब एक बजे बताया कि बिल्डिंग में रेस्क्यू का काम अभी पूरा नहीं हुआ है। हो सकता है कि कुछ और शव यहां मिलें। अब तक जो शव मिले हैं, वे ऐसी हालत में है कि उनकी शिनाख्त मुश्किल है। लिहाजा पुलिस फॉरेंसिक टीम की मदद लेगी। लापता लोगों से इनके सैंपल मैच कराए जाएंगे, ताकि मृतकों की पहचान की जा सके। लापता लोगों की लिस्ट रातभर में तैयार कर ली जाएगी।’

पुलिस ने बताया कि मेट्रो स्टेशन के पिलर 544 के पास बनी यह इमारत एक 3 मंजिला कॉमर्शियल बिल्डिंग है, जिसे ऑफिस स्पेस के तौर पर कंपनियों को किराए पर दिया जाता है। इस इमारत की फायर NOC नहीं थी। पुलिस ने इमारत के मालिक हरीश गोयल, वरुण गोयल को हिरासत में ले लिया है।

जिस इमारत में आग लगी थी, उसकी पहली मंजिल पर CCTV की फैक्ट्री और गोदाम है। यहां शॉर्ट सर्किट से लगी आग ने भीषण रूप धारण कर लिया और पूरी बिल्डिंग आग की चपेट में आ गई। फैक्ट्री में काफी संख्या में मजदूर काम कर रहे थे। इमारत में प्रवेश और निकास एक ही होने से बचाव कार्य जल्द शुरू नहीं हो सका। जगह काफी कंजस्टेड होने से रेस्क्यू ऑपरेशन में भारी परेशानी आई।

ग्राउंड फ्लोर के अलावा बिल्डिंग की सभी मंजिलों पर हर चीज राख हो गई है। दिल्ली के फायर डायरेक्टर अतुल गर्ग ने बताया कि इमारत में सामान काफी था। इस कारण आग बुझाने में काफी परेशानी आई। बिल्डिंग की तीन में से दो मंजिलों की सर्चिंग पूरी हो गई है। तीसरी मंजिल की सर्चिंग की जा रही है।

राहत एवं बचाव दल ने इमारत की खिड़कियों से निकलते धुएं के बीच लोगों को JCB मशीन और क्रेन के​​​​​ सहारे नीचे उतारा। वहीं कुछ लोग रस्सी की मदद से नीचे आए। दिल्ली फायर सर्विस के डिप्टी चीफ फायर ऑफिसर सुनील चौधरी ने बताया कि कुछ लोग बिल्डिंग से कूद गए, जिससे वे घायल हो गए। मौके पर फायर ब्रिगेड की 27 गाड़ियां भेजी गई थीं। एंबुलेंस भी तैनात है। नजदीकी गांव के लोगों ने मौके पर पहुंचकर लोगों को बचाने में मदद की।

वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि बिल्डिंग में जगह कम थी और ज्यादा लोग काम कर रहे थे। ऐसे में जब आग भड़की तो अफरा-तफरी मच गई, जिससे लोग खुद से बचकर नहीं भाग पाए और हादसे के शिकार हो गए।यहां CCTV का गोदाम था। गोदाम में आग लगने से लपटें और भीषण हो गई, जिससे दमकल कर्मियों को आग बुझाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

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