मुंबईः 1993 के मुंबई हमले के मुख्य आरोपी एवं भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबियों के ठिकानों पर एनआईए (NIA) यानी राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने छापा मारा है। बताया जा रहा है कि एनआई ने मुंबई में कुल 20 ठिकानों पर छापेमारी की है। एनआईए दाउद गैंग के नजदीकी सलीम फ्रूट को गिरफ्तार कर लिया है। टीम ने सलीम के ठिकानों पर भी छापा मारा और उसे पूछताछ के लिए ले गई।
एनआईए ने दिन लोगों को ठिकानों पर छापा मारा है, उनमें दाऊद का गुर्गा छोटा शकील, जावेद चिकना, टाइगर मेनन, इकबाल मिर्ची, दाऊद की बहन हसीना पारकर से जुड़े लोग और उसके रिश्तेदार शामिल हैं। यह कार्रवाई सीक्रेट रखी गई थी।
एनआईए ने बोरिवली, सांताक्रूज, बांद्रा, नागपाड़ा, भिंडी बाजार, गोरेगांव, परेल, मुंब्रा और कोल्हापुर के 20 ठिकानों पर छापे मारे हैं। इस दौरान मुंबई में कुछ तस्करों, हवाला ऑपरेटर्स, रियल एस्टेट कारोबारियों पर भी कार्रवाई की जा रही है। अवैध वसूली से बड़ी रकम उगाहने और उसका इस्तेमाल देश विरोधी कामों में करने के मामले में यह कार्रवाई की जा रही है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर NIA ने फरवरी में दाऊद इब्राहिम, यानी डी कंपनी के खिलाफ अवैध वसूली का केस दर्ज किया था। बताया जा रहा है कि यह छापेमारी उसी सिलसिले में चल रही है। आरोप है कि ये लोग एक्सटॉर्शन मनी का इस्तेमाल देश विरोधी कामों में करते हैं। NIA ने इस मामले में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम, यानी UAPA के तहत केस दर्ज किया है। इन सबका कनेक्शन 1993 मुंबई ब्लास्ट के आरोपी और भगोड़े आतंकी दाऊद इब्राहिम से बताया जा रहा है।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक दाऊद की बहन हसीना पारकर से जमीन खरीदने के मामले में जेल की सलाखों के पीछे हैं। उन्हें ED ने गिरफ्तार किया था। मलिक के खिलाफ टेरर फंडिंग का आरोप जांच एजेंसी द्वारा लगाया गया है। उधर, बीजेपी नेता किरीट सोमैया महाविकास अघाड़ी के कई मंत्रियों पर गंभीर आरोप लगा चुके हैं, इसमें मंत्री अनिल परब का भी नाम शामिल हैं। ऐसे में अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या इस केस के तार उनसे तो नहीं जुड़ रहे हैं।
आपको बता दें कि 1993 ब्लास्ट के सबसे बड़े आरोपी दाऊद के खिलाफ 25 मिलियन डॉलर का इनाम है। उसकी ‘डी कंपनी’ को संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) ने बैन आतंकी संगठन घोषित किया है। दाऊद को 2003 में UN ने ग्लोबल आतंकी माना था। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दाऊद साथियों के साथ पाकिस्तान में छिपा हुआ है। इसके पक्के सबूत मिले हैं। दाऊद 1993 में हुए बम धमाकों के बाद मुंबई छोड़कर भागा था। दिल्ली पुलिस ने उसका पिछला कॉल नवंबर 2016 में रिकॉर्ड किया था।