Subscribe for notification
ट्रेंड्स

अब चुनावी समर में उतरेंगे पीके, ट्वीट कर बोले, अब जनता के बीच जाने का वक्त आ गया, बिहार से होगी शुरुआत

दिल्लीः राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब चुनावी समर में उतरेंगे। पहले बीजेपी , कांग्रेस, जेडीयू सहित विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के चुनावी रणनीतिकार रह चुके प्रशांत किशोर अब दूसरों के लिए रणनीति नहीं बनाएंगे। प्रशांत किशोर यानी पीके (PK) अब अपनी पार्टी के लिए ही स्टैटजी तैयार करेंगे। उन्होंने सोमवार को ट्वीट कर इस ओर इशारा किया और कहा कि जनता के बीच जाने का समय आ गया है। इसकी शुरुआत बिहार से होगी।

हालांकि पीके की नई पार्टी कब तक लांच होगी, इसका खुलासा उन्होंने अभी नहीं किया है, लेकिन प्रशांत किशोर जल्द ही एक साथ पूरे देश में पार्टी लॉन्च करेंगे। विशेष बात यह है कि पीके अभी पटना में ही हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि वे अपने लिए यहीं नई रणनीति तैयार कर रहे हैं।

पीके ने ट्वीट कर कहा, , “लोकतंत्र में प्रभावशाली योगदान देने की उनकी भूख और लोगों के प्रति कार्य नीति तैयार करने में मदद करने का सफर काफी उतार चढ़ाव वाला रहा है। आज जब वह पन्ने पलटते हैं तो लगता है कि समय आ गया है कि असली मालिकों के बीच जाएं। यानी लोगों के बीच ताकि उनकी समस्याओं को बेहतर तरीके से समझ सकें और ‘जन सुराज’ की पथ पर अग्रसर हो सकें।”

कांग्रेस में बात नहीं बनने के बाद पीके राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर राजनीति में बड़ा धमाल करने की तैयारी में हैं। सूत्रों के मुताबिक, प्रशांत किशोर की पार्टी पूरी तरह आधुनिक होगी,  डिजिटल होगी और जनसंपर्क करने के नए उन्नत तकनीक के साथ लॉन्च होगी। पार्टी का नाम क्या होगा, इसको लेकर अब तक कोई फाइनल बात नही हुई है,  लेकिन सूत्रों की मानें, तो पीके एक-दो साल में अपनी पॉलिटिकल पार्टी लांच करेंगे।

प्रशांत किशोर का जन्म 1977 में बिहार के बक्सर जिले में हुआ था। उनकी मां उत्तर प्रदेश के बलिया जिले की हैं, वहीं पिता बिहार सरकार में डॉक्टर हैं। उनकी पत्नी का नाम जाह्नवी दास है, जो असम के गुवाहाटी में डॉक्टर हैं। प्रशांत किशोर और जाह्नवी का एक बेटा है। अब बात पीके के राजनीतिक करियर की बात करें, तो वे 2014 में मोदी सरकार को सत्ता में लाने की वजह से चर्चा में आए थे। उन्हें एक बेहतरीन चुनावी रणनीतिकार के तौर पर जाना जाता है। हमेशा से वह पर्दे के पीछे रहकर अपनी चुनावी रणनीति को अंजाम देते आए हैं।

पीके 34 साल की उम्र में अफ्रीका से संयुक्त राष्ट्र (UN) की नौकरी छोड़कर 2011 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की टीम से जुड़े थे। इसके बाद ही राजनीति में ब्रांडिंग का दौर शुरू हुआ था। पीके को मोदी की उन्नत मार्केटिंग और चाय पे चर्चा, 3डी रैली, रन फॉर यूनिटी, मंथन जैसे विज्ञापन अभियान का श्रेय दिया जाता है। वह इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (आई-पैक) नाम का संगठन चलाते हैं। यह लीडरशिप, सियासी रणनीति, मैसेज कैंपेन और भाषणों की ब्रांडिंग करता है।

Shobha Ojha

Recent Posts

विरासत, लोक कला- आधुनिकता को समेटे विश्वस्तरीय बन रहा है जयपुर का गांधीनगर स्टेशन, यात्री जल्द ही करेंगे वैश्विक सुविधाओं की अनुभूति

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे जयपुरः गुलाबी नगरी के नाम से मशहूर राजस्थान की राजधानी जयपुर के गांधीनगर स्टेशन का कायाकल्प…

3 hours ago

पानी पारस के समान, जहां भी स्पर्श करे नई ऊर्जा और शक्ति को जन्म देता हैः मोदी

जयपुरः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पानी का सामर्थ और महत्व बताया। साथ ही उन्होंने इसकी तुलना पारस से…

1 day ago

सुगम, तीव्र और पर्यावरण अनुकूल यातायात को मिलेगा बढ़ावा, मोदी ने लॉन्च की पश्चिमोत्तर रेलवे की चार परियोजनाएं

  जयपुरः यात्रियों को सुगम, तीव्र और पर्यावरण अनुकूल यातायात की सुविधा मुहैया कराने की दिशा में पश्चिमत्तर रेलवे तेजी…

1 day ago

खुली जीप में अभिवाद, राजस्थानी पगड़ी और बोली से मोदी ने लोगों को रिझाया

संवाददाताः संतोष कुमाार दुबे जयपुरः हमेशा की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोगों को अचम्भित कर दिया। पीएम…

2 days ago

चला गया तबले का एक नाद, 73 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए उस्ताद जाकिर हुसैन

दिल्लीः विश्व विख्यात तबलावादक उस्ताद जाकिर हुसैन 73 वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा कह कर चले गए। जम्मू-कश्मीर…

3 days ago

नहीं रहे उस्ताद जाकिर हुसैन, 73 साल की उम्र में सैन फ्रांसिस्को में ली अंतिम सांस

दिल्लीः विश्वविख्यात तबला वादक एवं पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन अब हमारे बीच नहीं रहे। 73 साल की उम्र में…

3 days ago