वाशिंगटन एलन मस्क ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर को खरीदने लिया है। टेस्ला CEO एलन मस्क ट्विटर को 44 बिलियन डॉलर, यानी 3,368 अरब रुपए में खरीदा है। ट्विटर के इंडिपेंडेंट बोर्ड के चेयरमैन ब्रेट टेलर ने भारतीय समय के मुताबिक रात 12 बजकर 24 मिनट पर एक प्रेस रिलीज में मस्क के साथ हुई डील के बारे में जानकारी दी। इस तरह से मस्क अब ट्विटर के मालिक बन गए हैं।

समझौते के मुताबिक मस्क को ट्विटर के हर शेयर के लिए 54.20 डॉलर (4,148 रुपए) चुकाने होंगे। आपको बता दें कि मस्क के पास पहले से ही ट्विटर में 9% की हिस्सेदारी मौजूद है। वे ट्विटर के सबसे बड़े शेयर होल्डर हैं। ताजा डील के बाद उनके पास कंपनी की 100% हिस्सेदारी होगी और ट्विटर उनकी प्राइवेट कंपनी बन जाएगी।

CNN न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक मस्क के मालिकाना हक वाली कंपनी बनने के बाद ट्विटर के सभी शेयर होल्डर्स को हर शेयर के बदले 54.20 डॉलर यानी 4,148 रुपए कैश मिलेंगे। शेयर की यह कीमत मस्क के ट्विटर में 9% की हिस्सेदारी का खुलासा करने से पहले के मुकाबले 38% ज्यादा है।

आपको बता दें कि एलन मस्क ने पिछले हफ्ते कहा था कि उन्होंने ट्विटर को खरीदने के लिए 46.5 बिलियन डॉलर के फाइनेंस का इंतजाम किया है। इसके बाद ट्विटर के बोर्ड ने मस्क के ऑफर पर नए सिरे से विचार किया। मस्क के ऑफर पर चर्चा के लिए रविवार को ट्विटर के बोर्ड की अहम बैठक भी हुई थी।

इस संबंध में सोमवार देर शाम को खबर आई थी कि ट्विटर के बोर्ड ने मस्क का ऑफर मंजूर कर लिया है। ऐसे में यह लगभग तय हो गया था कि मस्क ही ट्विटर के नए मालिक होंगे। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट की खरीदी डील फाइनल होने के बाद मस्क ने ट्वीट कर फ्री स्पीच की वकालत की। साथ ही उन्होंने ट्विटर को अनलॉक करने की बात कही।

एलन मस्क के ट्विटर को खरीदने के बारे में चर्चाएं सोमवार को दिनभर चलती रहीं। इससे ट्विटर के शेयर में 6% का उछाल आया था। मस्क के हाथों में आने के बाद लोगों को कंपनी में बड़ी ग्रोथ की उम्मीद है। खुद मस्क भी कह चुके हैं कि ट्विटर में काफी पोटेंशियल है।

इस डील से पहले मस्क ने एक ट्वीट किया- उम्मीद है कि मेरे सबसे खराब आलोचक भी ट्विटर पर बने रहेंगे, क्योंकि फ्री स्पीच का यही मतलब है।

आपको बता दें कि एलन मस्क दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी हैं। वे फ्रीडम ऑफ स्पीच के तरफदार हैं। ट्विटर को खरीदने की अपनी मंशा के पीछे भी उन्होंने यही वजह बताई थी कि इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फ्रीडम ऑफ स्पीच खतरे में है और वे सुनिश्चित करना चाहते हैं कि यह बनी रहे। नीचे दिए ग्राफिक से मस्क का प्रोफाइल समझा जा सकता है.

माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर की अहमियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मौजूदा समय में दुनियाभर में इसके 21.7 करोड़ एक्टिव यूजर्स हैं। इनमें सबसे ज्यादा 7.7 करोड़ अमेरिका में हैं। दूसरे नंबर जापान है, जहां 5.8 करोड़ लोग ट्विटर इस्तेमाल करते हैं। वहीं, 2.4 करोड़ यूजर्स के साथ भारत का नंबर तीसरा है।

इस समय दुनियाभर में हर दिन करीब 50 करोड़ ट्वीट किए जाते हैं। विशेष बात यह है कि ट्विटर के 38% यूजर्स युवा हैं। इनकी उम्र 25 से 30 साल के बीच है। हर व्यक्ति के औसतन 707 फॉलोअर्स हैं। अगर इन सभी आंकड़ों को मिला दें, तो दुनियाभर में ट्विटर से किसी न किसी रूप में जुड़े लोगों का आंकड़ा 21.7 करोड़ से कहीं ऊपर निकल जाता है।

ट्विटर को खरीदने की डील फाइनल होने से पहले भी एलन मस्क 9.2% हिस्सेदारी के साथ ट्विटर के सबसे बड़े शेयरहोल्डर थे। उनके बाद वैनगार्ड ग्रुप का नंबर आता है, जिसके पास 8.8% की हिस्सेदारी है। अब ट्विवर पर मस्क का ही 100% मालिकाना हक होगा और यह उनकी एक प्राइवेट कंपनी बन जाएगी।

दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी मस्क ने करीब 4 हफ्ते पहले ट्विटर में 9.2% हिस्सेदारी खरीदने का खुलासा किया था। 9.2% हिस्सेदारी के साथ ही वह ट्विटर के सबसे बड़े शेयर होल्डर बन गए थे। इसके बाद से मस्क और ट्विटर के बीच काफी तनातनी देखने को मिल रही है। ट्विटर के CEO पराग अग्रवाल ने 4 अप्रैल को मस्क को ट्विटर के निदेशक मंडल में शामिल होने का न्योता दिया था। 9 अप्रैल को मस्क ने ट्विटर को बताया कि वह बोर्ड में नहीं शामिल होंगे।

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