दिल्लीः ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन दो दिवसीय दौरे के दूसरे शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंचे। यहां पर उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि के सवालों के भी जवाब दिए भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी, विजय माल्या को भारत के हवाले करने के मुद्दे पर कहा कि हमारी सरकार तो प्रत्यर्पण की मंजूरी दे चुकी है, लेकिन मामला कानूनी पेचीदगियों में उलझा है। हम ऐसे किसी शख्स को अपने देश के कानून का बेजा इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं देंगे, जो भारत में घोषित अपराधी हो।

वहीं खालिस्तानियों की ब्रिटेन में मौजूदगी के सवाल पर उन्होंने कहा, “मैं कदम स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हम कट्टरपंथियों या आतंकियों को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। भारत की मदद के लिए हमने एंटी एक्सट्रीमिस्ट फोर्स बनाई है। ह्यूमन राइट्स के मुद्दे पर दोनों देश संपर्क में हैं। भारत में सभी के लिए संवैधानिक सुरक्षा की व्यवस्था है और हम इसे महसूस भी करते हैं।“

इसके पहले पीएम मोदी ने यहां हैदराबाद हाउस में जॉनसन का स्वागत किया। इस दौरान भारत में मिले इस्तकबाल से जॉनसन काफी खुश नजर आए और उन्होंने अपनी खुशी का इजहार करते हुए कहा, “मुझे ऐसा महसूस हो रहा है जैसे में सचिन तेंदुलकर या अमिताभ बच्चन हूं। मैं इस ग्रैंड वेलकम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रगुजार हूं।“ आपको बता दें कि जॉनसन गुरुवार को मोदी के गृह राज्य गुजरात में थे। यहां उन्होंने साबरमती आश्रम भी गए थे और वहां पर चरखा चलाते हुए भी नजर आए थे।

ब्रिटिश पीएम जॉनसन ने भारत में शानदार स्वागत के लिए मोदी का शुक्रिया अदा किया और कहा, “बेहतरीन स्वागत के लिए प्रधानमंत्री मोदी और भारत के लोगों का शुक्रिया। जब मैं यहां पहुंचा तो लगा जैसे मैं सचिन तेंदुलकर हूं। फिर चारों तरफ लगे होर्डिंग्स को देखकर लगा जैसे मैं अमिताभ बच्चन हूं। मोदी वैसे भी मेरे खास दोस्त हैं।“

जॉनसन और मोदी ने शुक्रवार को यहां पर भारत और ब्रिटेन के बीच रिश्तों की समीक्षा की। इस दौरान दोनों के बीच स्ट्रैटेजिक डिफेंस, डिप्लोमेसी और इकोनॉमिक पार्टनरशिप पर चर्चा हुई। हिंद और प्रशांत महासागर में चीन की चुनौती के मद्देनजर सुरक्षा सहयोग भी बातचीत का अहम हिस्सा था।

दोनों नेताओं की बातचीत के दौरान यूक्रेन मुद्दे पर भी उठा । इस बारे में किए गए एक सवाल पर जॉनसन ने कहा कि भारत और रूस के ऐतिहासिक संबंध हैं और दुनिया इस बारे में जानती है। बिल्कुल तय है कि यह रिश्ते नहीं बदलेंगे।

वहीं जॉनसन ने गुजरात के लोगों का धन्यवाद करते हुए कहा, “वहां के लोगों ने मेरा तहे दिल से स्वागत किया। यह वास्तव में यादगार इस्तकबाल था। इसके पहले मैंने दुनिया में कभी इस तरह का ग्रैंड वेलकम नहीं देखा था। गुजरात के लोगों का दिल से शुक्रिया। यह मोदी का होम स्टेट भी है और मैं पहली बार वहां गया था।“

जॉनसन शुक्रवार को महात्मा गांधी के समाधिस्थल राजघाट भी गए। यहां उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।

इससे पहले जॉनसन ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के बीच एक्सपेंडिंग पार्टनरशिप और इंडो-यूके रोडमैप 2030 को लागू करने पर चर्चा हुई।

ब्रिटेन में भारतीय मूल के 15 लाख लोग हैं, जो वहां की GDP में 6% का योगदान देते हैं। ब्रिटेन में करीब 1 लाख भारतीय छात्र पढ़ते हैं। ब्रिटेन और भारत के बीच बीते दो दशक में व्यापार 3 गुना बढ़ा है। बीते साल भारत ने 51,054 करोड़ का आयात किया, जबकि निर्यात 79,000 करोड़ रुपए रहा। सेवा क्षेत्र को मिलाकर कारोबार 3.81 लाख करोड़ रुपए है।

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