इस्लामाबादः पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर शनिवार को मतदान होगा। यह मतदान पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय के आदेश पर हो रहा है। नेशनल असेंबली द्वारा सदन में चर्चा के लिए शुक्रवार को जारी किए गए छह सूत्री एजेंडा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा चौथे नंबर पर है।

सुप्रीम कोर्ट से नेशनल असेंबली को भंग करने के सरकार के फैसले और नेशनल असेंबली में डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी के अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने फैसले को असंवैधानिक करार दिए जाने के एक दिन बाद नेशनल असेंबली को बहाल करने का निर्देश दिया। उच्चतम न्यायालय ने नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर को प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान शनिवार को सुबह साढ़े दस बजे कराने के लिए सत्र बुलाने का निर्देश दिया। न्यायालय ने कहा कि एसेंबली हमेशा ही प्रभाव में थी और आगे भी चलती रहेगी।

वहीं मीडिया में शुक्रवार को आई एक खबर में यह बताया गया कि विपक्ष ने शनिवार को अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाले मतदान के जरिये प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्ता से बेदखल कर दिए जाने की स्थिति में एक नई सरकार के गठन के लिए अपनी शुरुआती बातचीत पूरी कर ली है। साथ ही विपक्ष राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को पद से हटाने और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की ब्रिटेन से वापसी की योजनाओं पर जोरशोर से काम कर रहा है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता एवं नए प्रधानमंत्री के तौर पर विपक्ष के उम्मीदवार 70 वर्षीय शहबाज शरीफ शपथ ग्रहण के बाद अपनी संभावित सरकार की प्राथमिकताओं का ऐलान करेंगे। वह पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख भी हैं।

आपको बता दें कि गुरुवार को प्रधान न्यायाधीश उमर अता बंदियाल की अध्यक्षता वाली उच्चतम न्यायालय की पांच सदस्यीय पीठ ने एक ऐतिहासिक फैसले में कहा कि खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने संबंधी नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी का फैसला संविधान और कानून के खिलाफ था तथा उसका कोई कानूनी प्रभाव नहीं है।

नेशनल असेंबली सचिवालय द्वारा शुक्रवार को जारी दिन के कामकाज के कार्यक्रम के मुताबिक उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार पर प्रधानमंत्री खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए नेशनल असेंबली का सत्र साढ़े 10 बजे (स्थानीय समयानुसार) होगा।

उधर, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के आधार पर अपनी सरकार की बर्खास्तगी के खिलाफ आंदोलन शुरू करने का फैसला किया है। मीडिया रिपोर्ट में शुक्रवार को बताया गया है कि प्रधानमंत्री इमरान खान को शनिवार को अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ेगा। पार्टी ने घोषणा की कि वह अगले कुछ दिनों में यह आंदोलन शुरू करने की योजना बना रही है, जिसमें हर मंच पर नई सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा। पार्टी ने यह भी घोषणा की कि वह राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभाओं में अपने सांसदों के सामूहिक इस्तीफे पर भी विचार कर रही है।

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