दिल्लीः आज बीजेपी का 42 स्थापना दिवस है। इस मौके पर पार्टी के सभी सांसद कमल का फूल चुनाव चिह्न वाली खास भगवा टोपी पहनकर संसद पहुंचेंगे। इस टोपी को 11 मार्च को गुजरात दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहना था। इसे गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष सीआर पाटिल ने तैयार कराया है और सभी सांसदों को वितरित किया है। इसके साथ सांसदों को एक एनर्जी बूस्टर बार भी दी गई है। गुजरात में पोषण अभियान कार्यक्रम में इसके उपयोग हो रहा है।
राष्ट्रीय राजधानी के आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में मंगलवार को हुई बीजेपी संसदीय दल की बैठक में सभी सासंदों को पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की तरफ से कहा गया है कि छह अप्रैल को पार्टी के स्थापना दिवस पर वह इस टोपी को पहनें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्थापना दिवस पर बुधवार को सुबह दस बजे वर्चुअल माध्यम से कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। बीजेपी के सभी सांसद संसदीय सौंध में पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा तथा वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठकर मोदी के भाषण को सुनेंगे। इस दौरान सभी सांसद भगवा टोपी पहने रहेंगे। बाद में संसद सत्र में भी वह इन टोपियों को पहनकर जाएंगे।
पार्टी संसदीय दल की मंगलवार को हुई बैठक में भी कई मंत्री तथा सांसद भगवा टोपी में नजर आए। संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी, अल्पसंख्यक कार्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी सहित कुछ मंत्री व कई सांसद भगवा टोपी पहनकर संसदीय दल की बैठक में पहुंचे। बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा में बीजेपी की गुजरात इकाई के अध्यक्ष सी आर पाटिल ने कहा कि भगवा रंग की यह टोपी पहले से ही भाजपा की है लेकिन उन्होंने पेशेवर छात्रों की मदद से इसे फिर से बनवाया। उन्होंने टोपी दिखाते हुए कहा, इसमें दोनों तरफ बीजेपी लिखा है और कमल का फूल भी अंकित है।
आपको बता दें कि पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे के दौरान अहमदाबाद में रोड शो किया था और उस दौरान उन्होंने भगवा रंग की टोपी पहनी थी। पाटिल ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा इस टोपी को पहने जाने के बाद कार्यकर्ताओं के बीच इसकी मांग जबदरस्त बढ़ी है।
पार्टी की स्थापना दिवस के मौके पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कई देशों के राजदूतों को भी पार्टी मुख्यालय में आमंत्रित किया है। शाम चार बजे होने वाले कार्यक्रम में भाजपा अध्यक्ष इन लोगों को पार्टी के कार्यक्रमों, नीतियों के बारे में अवगत कराएंगे। गौरतलब है कि हाल में नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा को भी भाजपा मुख्यालय में आमंत्रित किया गया था और उन्होंने भाजपा अध्यक्ष से मुलाकात की थी।