बेंगलुरुः सियासी पिच पर राजनेता आय दिन नए-नए शब्द गढ़ते रहते हैं। इसी कड़ी में बीजेपी महासचिव सीटी रवि ने आर्थिक जिहाद उत्पन्न किया है। आपको बता दें कि कर्नाटक में पिछले कई महीनों से हिजाब को लेकर विवाद जारी है। इसी बीच राज्य में अब हलाल विवाद तूल पकड़ते नजर आ रहा है।
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव रवि ने मंगलवार को हलाल मीट बेचने को आर्थिक जिहाद बताया। उन्होंने कहा कि इसे जिहाद की तरह इस्तेमाल किया जाता है ताकि मुसलमान दूसरों के साथ बिजनेस न करें। इसे थोपा गया है। जब वे सोचते हैं कि हलाल मीट का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए, तो इसे न इस्तेमाल करने के लिए कहने में क्या गलत है।
उन्होंने कहा कि हलाल मीट को उनके (मुस्लिमों के) भगवान को चढ़ाया जाता है। ऐसे में हिंदुओं के लिए यह यह मीट किसी के छोड़े हुए खाने की तरह है। रवि ने सवाल किया कि जब मुस्लिम हिंदुओं से मीट खरीदने से इनकार करते हैं, तो आप हिंदुओं से क्यों कह रहे हैं कि वे मुसलमानों से मीट खरीदें?
बीजेपी नेता ने हलाल मीट के विरोध के सवाल पर कहा कि ये बिजनेस एकतरफा नहीं बल्कि दोनों तरफ से होता है। उन्होंने कहा कि अगर गैर-मुस्लिम हलाल मीट खाने को तैयार हैं, तभी हिंदू हलाल मीट का इस्तेमाल करेंगे।
आपको बता दें कि कई दक्षिणपंथी संगठन कर्नाटक में पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर हिंदुओं से हलाल मीट का इस्तेमाल नहीं करने की अपील कर रहे हैं।
इन अपीलों में उगाडी त्यौहार (हिंदू नव वर्ष) के बाद हलाल मीट का इस्तेमाल न करने को कहा जा रहा है। दरअसल उगाडी के एक दिन बाद हिंदू भगवान को मांस की भेंट चढ़ाते हैं और नया साल सेलिब्रेट करते हैं। हलाल मीट नहीं लेने की अपील कर्नाटक के कुछ इलाकों में हिंदू धार्मिक मेले के दौरान मंदिरों के आसपास मुस्लिम वेंडर्स पर प्रतिबंध की घोषणा के बाद उठी है।
उधर, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एवं जेडीए (JDS) नेता एचडी कुमारस्वामी ने मीट विवाद की निंदा की है और हिंदू युवकों से राज्य में शांतिपूर्ण माहौल कायम रखने की अपील की है। उन्होंने कहा, “मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि आप इस राज्य को कहां ले जाना चाहते हैं। मैं हिंदू युवकों से हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि राज्य का माहौल खराब न करें।“
कुमारस्वामी ने राज्य की ऐसी हालत के लिए कांग्रेस पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा- कांग्रेस ऐसी सरकार को राज्य में लाई है। अब कांग्रेस भाजपा सरकार को अनैतिक बताती है। मौजूदा हालात के लिए न JDS और न ही एचडी कुमारस्वामी जिम्मेदार हैं। कांग्रेस के टॉर्चर की वजह से राज्य के लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
वहीं, राज्य के 61 प्रगतिशील विचारकों ने राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को पत्र लिख कर धार्मिक नफरत रोकने की अपील की है। उन्होंने पत्र में कहा है कि यहां जानबूझकर धार्मिक नफरत पैदा करना शर्मनाक है। लेटर लिखने वालों में के. मरालुसिद्दप्पा, प्रोफेसर एस जी सिद्धरमैया, बोलवार महमद कुन्ही और डॉ. विजय शामिल हैं।
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