दिल्लीः दिल्ली-NCR में CNG-PNG गैस के दाम में बढ़ोतरी हुई है। घरेलू PNG के दाम एक रुपए प्रति किलो, जबकि CNG के दाम 50 पैसे प्रति किलो बढ़ाए गए हैं। इससे पहले देश में लागातार दो दिनों तक पेट्रो-डीजल की कीमतों में वृद्धि की गई थी। कीमतों में बढ़ोतरी के बाद PNG 37.61 रुपए और CNG 35.86 रुपए किलो पर पहुंच गई है।
इससे पहले देशभर में मंगलवार और बुधवार को लगातार दो दिन पेट्रोल और डीजल के भाव बढ़ाए गए थे। दिल्ली में बुधवार को पेट्रोल और डीजल के दाम 80 पैसे और मुंबई में 85 पैसे बढ़ गए। इस बढ़ोत्तरी के बाद अंडमान और निकोबार के पोर्ट ब्लेयर में पेट्रोल सबसे सस्ता, यानी 84.30 रुपए प्रति लीटर और डीजल 78.52 रुपए मिल रहा है। वहीं, महाराष्ट्र के परभणी में सबसे महंगा पेट्रोल 114.80 और डीजल 97.44 रुपए लीटर बिक रहा है।
वहीं डीजल-पेट्रोल के दामों में मंगलवार को 80 पैसे प्रति लीटर के साथ घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में भी 50 रुपए का इजाफा हुआ था। रूस-यूक्रेन जंग के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण तेल कंपनियों पर पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाने को लेकर दबाव बना हुआ है। ऐसे में आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल 20 रुपए प्रति तक महंगे हो सकते हैं।
अब चलिए आपको पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर सरकारी टैक्स का गणित आपको समझाते हैं। पिछले 3 साल में पेट्रोल-डीजल पर टैक्स से सरकार ने करोड़ों की कमाई की है। जब आप अपनी गाड़ी में 100 रुपए का पेट्रोल डलवाते हैं, तो इसमें से 52 रुपए टैक्स के रूप में सरकार की जेब में जाता है। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 52.50 रुपए (100 रुपए में से) टैक्स के रूप में वसूले जाते हैं। वहीं अगर आप दिल्ली में 100 रुपए का पेट्रोल भरवाते हैं तो इसमें से 45.3 रुपए सरकार के पास जाते हैं।
आपको बता दें कि पेट्रोल-डीजल के भाव में कमी का वादा कर सत्ता में आई मोदी सरकार पिछले 8 सालों में 13 बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ा चुकी है। मई 2014 में जब मोदी सरकार आई थी, तब केंद्र सरकार एक लीटर पेट्रोल पर 10.38 रुपए और डीजल पर 4.52 रुपए टैक्स वसूलती थी। वहीं अब एक लीटर पेट्रोल पर 27.90 रुपए और डीजल पर 21.80 रुपए एक्साइज ड्यूटी लगती है।