कोलकाताः पश्चिम बंगाल में बीरभूम हिंसा को लेकर सियासत गर्मा गई हुई है। बंगाल बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल को उस स्थान पर जाने से रोक दिया गया, जहां आठ लोगों की झुलसकर मौत हो गई थी। राज्य के प्रमुख विपक्षी दल ने इस घटना पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की और आरोप लगाया कि दोषियों को बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के नेतृत्व में बीजेपी प्रतिनिधिमंडल को बुधवार को बीरभूम जिला में घटना वाले स्थल पर जाने रोक दिया गया। पुलिस ने बोगटुई गांव के बाहर बैरियर लगा दिए थे। वहीं सुवेंदु अधिकारी ने कहा, “हमें मौके पर जाने से रोक दिया गया था, लेकिन मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह वहां जा रही हैं। वह सबूतों को मिटाने और दोषियों को बचाने के लिए इलाके का दौरा करेंगी। हम इसके खिलाफ हैं। अगर हमें अनुमति नहीं है, तो किसी और को भी यहां जाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।“

अधिकारी ने कहा, “केवल सीबीआई और एनआईए की जांच से ही सच्चाई सामने आ सकती है। मुख्यमंत्री राज्य के गृह मंत्री भी होते हैं। वह गृह मंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में विफल रही हैं। उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। “

राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बीजेपी सांसद एवं पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री को घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए।

इस बीच, तृणमूल कांग्रेस ने विपक्षी दल बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उसके ‘सदस्य पिकनिक मना रहे थे।’ तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने एक मिठाई की दुकान पर स्थानीय व्यंजनों का स्वाद चखते हुए बीजेपी नेताओं का एक वीडियो ट्विटर पर साझा किया। कुणाल घोष ने कहा, “बीजेपी ने हिंसा प्रभावित बीरभूम में अपने सदस्यों के दौरे की व्यवस्था की, लेकिन वे वहां जाते समय रास्ते में पिकनिक मना रहे हैं।“

क्या है पूरा मामलाः

पश्चिम बंगाल के बीरभूम में TMC के नेता भादू शेख सोमवार शाम कुछ अज्ञात लोगों ने गोली मार कर हत्या कर दी। इसके बाद भड़के तृणमूल के नेताओं ने कई घरों में आग लगा दी। हिंसा में एक ही घर के 8 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद से इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है।

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