दिल्लीः आज रूस-यूक्रेन युद्ध का 25वां दिन है। इस बीच यूनिसेफ (UNICEF) यानी संयुक्त राष्ट्र बाल कोष ने दावा किया है कि अपना देश छोड़कर दूसरे देशों में शरणार्थी बन चुके करीब 15 लाख यूक्रेनी बच्चों की खरीद-फरोख्त शुरू होने का खतरा है। वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से युद्ध को रोकने के लिए सीधी बातचीत करने की अपील की है।

इसके साथ ही जेलेंस्की ने स्विट्जरलैंड की सरकार से भी रूसी अमीरों का पैसा जब्त करने की अपील की है। उन्होंने कहा, “यूरोपीय शहरों में रहकर स्विस बैंक में पैसा रखने वाले रूसी अमीर वहां की सेना को यूक्रेन को तबाह करने के लिए पैसा दे रहे हैं।“

अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, यूनिसेफ  ने कहा है कि यूक्रेन में रूस का हमला शुरू होने के बाद से देश छोड़ने वाले यूक्रेनी नागरिकों में 15 लाख बच्चे भी शामिल हैं। रिफ्यूजी कैंपों में रह रहे इन बच्चों पर मानव तस्करों की निगाह हैं और कमजोर निगरानी की हालत में जल्द ही इनकी खरीद-फरोख्त शुरू हो सकती है।

यूनिसेफ के मुताबिक अनगिनत बच्चे यूक्रेन के अंदर भी अपने घरों को छोड़कर दूसरे इलाकों में शरण लेने के लिए मजबूर हो गए हैं।

आपको बता दें कि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने वीडियो मैसेज में पुतिन से सीधी बातचीत की अपील की है, लेकिन तुर्की को लगता है कि यह बातचीत संभव नहीं है। तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तैयप एर्दोआन के चीफ एडवाइजर ने दावा किया है कि पुतिन फिलहाल ऐसी बातचीत के लिए तैयार नहीं है। वहीं एर्दोआन के प्रवक्ता की भी भूमिका निभा रहे इब्राहिम कलिन ने कहा, “पुतिन का मानना है कि लीडर्स लेवल पर मीटिंग की पोजिशन फिलहाल नहीं आई है।“

इस बीच अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि यूक्रेनी सेनाओं ने रूस को राजधानी कीव, खार्किव और साउथ यूक्रेन के बड़े हिस्से में ठहरने के लिए मजबूर कर दिया है। सैटेलाइट इमेज में भी कीव के बाहर रूसी सेना लंबे समय तक युद्ध करने के लिए पक्का ठिकाना तैयार करती दिखी है।

रिपोर्ट में इसके लिए रूसी सेना की सप्लाई चेन के बिखरने को कारण बताया गया है। हालांकि, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पूर्वी यूक्रेन में रूसी सेनाएं अब तेजी से आगे बढ़ रही हैं। यहां रूसी सेनाओं ने विद्रोहियों के कब्जे वाले पश्चिमी यूक्रेन के डोनबास इलाके से मूव किया है।

रूस-यूक्रेन वार अपडेटः

  • अमेरिका, यूक्रेन में नो-फ्लाई जोन स्थापित नहीं करेगा। यह ऐलान पेंटागन ने किया है। हालांकि, अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि रूस लगातार साउथ यूक्रेन में आगे बढ़ने के लिए क्रूर, बर्बर टेक्नीक्स का इस्तेमाल कर आम लोगों को निशाना बना रहा है।
  • अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए यूक्रेन पर रूसी हमले को लेकर चर्चा की। बाइडेन ने जिनपिंग को चेतावनी दी है कि रूस की किसी भी तरह मदद की तो अंजाम भुगतना होगा।
  • CNN के मुताबिक, यूक्रेन के पूर्व राष्ट्रपति पेत्रो पोरोशेंको ने बाइडेन को अगले सप्ताह नाटो समिट के लिए ब्रसेल्स आने पर यूक्रेन का दौरा करने का न्यौता दिया है। उन्होंने कहा- यूक्रेन के अच्छे दोस्त जो बाइडेन को हमारे साथ एकजुटता दिखाने के लिए यह दौरा करना चाहिए। बाइडेन 24 मार्च को नाटो समिट में भाग लेंगे।
  • यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि रूस हमला करने के बाद से 1,403 एयरस्ट्राइक कर चुका है, जबकि 459 मिसाइल दाग चुका है। हालांकि, अमेरिका ने BBC से रूस की तरफ से करीब 1080 मिसाइल दागने का दावा किया था।
  • पोप फ्रांसिस रोम में अस्पताल में भर्ती 19 रिफ्यूजी यूक्रेनी बच्चों से मिले। उन्होंने इस दौरान रूस की कड़ी आलोचना की और कहा- यूक्रेन में जंग पक्षपातीय हितों के लिए सत्ता का घिनौना दुरुपयोग है।
  • यूक्रेन में बमबारी के कारण ध्वस्त हो गई बिल्डिंग्स के मलबे से लोगों को निकाल रही इमरजेंसी सर्विसेज में वॉलंटियर्स की कमी हो गई है। इसके चलते ब्रिटेन ने अपने फायर वर्कर्स को यूक्रेन की मदद के लिए रवाना किया है।

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