कीवः रूस-यूक्रेन युद्ध के 25वें दिन रविवार को रूसी सेना ने मारियुपोल शहर में एक आर्ट स्कूल पर बमबारी की है। यहां लगभग 400 लोगों ने शरण ली थी। इस घटना के बाद लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। इसके पहले यहां एक थिएटर पर बमबारी हुई थी, जहां कम से कम 1,000 नागरिकों ने शरण ली थी।

वहीं रूस ने एक बार फिर यूक्रेन के माइकोलाइव में हाइपरसोनिक मिसाइल किन्झॉल से हमला किया है। हाइपरसोनिक मिसाइल से किया गया दूसरा हमला है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है। मंत्रालय ने कहा कि उसकी सेना ने दक्षिणी यूक्रेन में एक फ्यूल स्टोरेज तबाह कर दिया है।

वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिल जेलेंस्की ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से जंग रोकने के लिए सीधी बातचीत करने की अपील की है। जेलेंस्की ने स्विट्जरलैंड की सरकार से भी रूसी अमीरों का पैसा जब्त करने की अपील की। उन्होंने कहा, यूरोपीय शहरों में रहकर स्विस बैंक में पैसा रखने वाले रूसी अमीर वहां की सेना को यूक्रेन को तबाह करने के लिए पैसा दे रहे हैं।

इसके साथ ही जेलेंस्की ने स्विट्जरलैंड की सरकार से भी रूसी अमीरों का पैसा जब्त करने की अपील की है। उन्होंने कहा, “यूरोपीय शहरों में रहकर स्विस बैंक में पैसा रखने वाले रूसी अमीर वहां की सेना को यूक्रेन को तबाह करने के लिए पैसा दे रहे हैं।“

अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, यूनिसेफ  ने कहा है कि यूक्रेन में रूस का हमला शुरू होने के बाद से देश छोड़ने वाले यूक्रेनी नागरिकों में 15 लाख बच्चे भी शामिल हैं। रिफ्यूजी कैंपों में रह रहे इन बच्चों पर मानव तस्करों की निगाह हैं और कमजोर निगरानी की हालत में जल्द ही इनकी खरीद-फरोख्त शुरू हो सकती है।

यूनिसेफ के मुताबिक अनगिनत बच्चे यूक्रेन के अंदर भी अपने घरों को छोड़कर दूसरे इलाकों में शरण लेने के लिए मजबूर हो गए हैं।

आपको बता दें कि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने वीडियो मैसेज में पुतिन से सीधी बातचीत की अपील की है, लेकिन तुर्की को लगता है कि यह बातचीत संभव नहीं है। तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तैयप एर्दोआन के चीफ एडवाइजर ने दावा किया है कि पुतिन फिलहाल ऐसी बातचीत के लिए तैयार नहीं है। वहीं एर्दोआन के प्रवक्ता की भी भूमिका निभा रहे इब्राहिम कलिन ने कहा, “पुतिन का मानना है कि लीडर्स लेवल पर मीटिंग की पोजिशन फिलहाल नहीं आई है।“

इस बीच अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि यूक्रेनी सेनाओं ने रूस को राजधानी कीव, खार्किव और साउथ यूक्रेन के बड़े हिस्से में ठहरने के लिए मजबूर कर दिया है। सैटेलाइट इमेज में भी कीव के बाहर रूसी सेना लंबे समय तक युद्ध करने के लिए पक्का ठिकाना तैयार करती दिखी है।

रिपोर्ट में इसके लिए रूसी सेना की सप्लाई चेन के बिखरने को कारण बताया गया है। हालांकि, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पूर्वी यूक्रेन में रूसी सेनाएं अब तेजी से आगे बढ़ रही हैं। यहां रूसी सेनाओं ने विद्रोहियों के कब्जे वाले पश्चिमी यूक्रेन के डोनबास इलाके से मूव किया है।

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