मुंबईः बॉलीवुड के खिलाड़ी कुमार यानी अक्षय कुमार (Akshay Kumar ) की फिल्म ‘बच्चन पांडे’ (Bachchan Pandey) सिनेमा घरों में रिलीज हो गई है और इस फिल्म को कश्मीरी पंडितों की दर्द को बयां करती फिल्म द कश्मीर फाइल से कड़ी टक्कर मिल रही है। बच्चन पांड के निर्माताओं ने जब इसकी रिलीज डेट घोषित की थी, तो उन्हें इस बात का कतई अंदाजा नहीं होगा कि उन्हें ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) जैसी कम बजट की फिल्म के चलते दिवाली के मौके पर रिलीज हुई अक्षय कुमार की फिल्म ‘सूर्यवंशी’ (Sooryavanshi) जितनी स्क्रीन मिलने में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। इतना ही नहीं जानकारों का कहना है कि अगर ‘बच्चन पांडे’ का कंटेंट कमजोर हुआ, तो उसकी चुनौतियां और बढ़ जाएंगी।

अक्षय कुमार बॉलिवुड के सुपरस्टार हैं। उनकी फिल्में अमूमन उत्तर भारत की करीब 5000 स्क्रीन में से 80 फीसदी से ज्यादा पर रिलीज होती हैं। आपको बता दें कि गत वर्ष दिवाली पर रिलीज हुई अक्षय का फिल्म ‘सूर्यवंशी’ 4200 से ज्यादा स्क्रीन पर रिलीज हुई थी, लेकिन अबकी बार होली पर रिलीज हो रही अक्षय की फिल्म ‘बच्चन पांडे’ के सामने ज्यादा स्क्रीन पर फिल्म रिलीज़ करने को लेकर बड़ी मुश्किल आ गई है। प्राप्त रिपोर्ट्स के मुताबिक फिल्म करीब 3000 स्क्रीन पर रिलीज हुई है।

फिल्म बच्चन पांडे के निर्माताओं को इस बात की चिंता रही होगी कि 11 मार्च को रिलीज हो रही सुपरस्टार प्रभास की फिल्म ‘राधे श्याम’ के चलते उन्हें ‘बच्चन पांडे’ के लिए ज्यादा स्क्रीन हासिल करने में मुश्किल आएगी, लेकिन अब जब ‘राधे श्याम’ ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया, तो अनुपम खेर की ‘द कश्मीर फाइल्स’ के रूप में ‘बच्चन पांडे’ के सामने नई चुनौती आ खड़ी हुई है। पहले दिन महज 561 स्क्रीन पर रिलीज हुई द कश्मीर फाइल्स को दर्शकों का इतना ज्यादा प्यार मिल रहा है कि इसने रिलीज के पांचवे दिन 18 करोड़ की कमाई की, जो कि रविवार की कमाई 15 करोड़ से भी ज्यादा है। वहीं फिल्म की स्क्रीन भी बढ़कर 2000 से ज्यादा हो गई हैं। ऐसे में, सिनेमावालों के सामने ‘द कश्मीर फाइल्स’ की स्क्रीन कम करके ‘बच्चन पांडे’ को स्क्रीन देना आसान नहीं होगा। ‘द कश्मीर फाइल्स’ का क्रेज न सिर्फ दिनोंदिन बढ़ रहा है, बल्कि देशभर में दर्शकों के सिर चढ़कर बोल रहा है।

फिल्म ट्रेड समीक्षक कोमल नाहटा के मुताबिक पहले ऐसा सोचा जा रहा था कि बच्चन पांडे बड़ी फिल्म है, तो दूसरे हफ्ते में द कश्मीर फाइल्स को स्क्रीन मिलने में काफी समस्या होगी, लेकिन अभी बेहद आसानी से यह कहा जा सकता है कि जिस तरह से द कश्मीर फाइल्स पसंद की जा रही है, उस स्थिति में बच्चन पांडे को ज्यादा स्क्रीन मिलने में काफी परेशानी आएगी। द कश्मीर फाइल्स को वीकडेज में जैसे कलेक्शन मिल रहे हैं, वैसे कलेक्शन हमने कभी नहीं देखे हैं। ऐसे में अगर बच्चन पांडे को साढ़े तीन हजार स्क्रीन चाहिए थीं, तो अब उसे इतनी स्क्रीन मिलना मुश्किल हो जाएगा। आलिया भट्ट की हिट फिल्म गंगूबाई अभी तक सिनेमा में चल रही है, तो हॉलिवुड फिल्म बैट मैन भी कुछ स्क्रीन पर दिखाई जाएगी। इत्तफाक से प्रभास की राधे श्याम इतनी अच्छी नहीं चली, वरना बच्चन पांडे को स्क्रीन मिलना और भी मुश्किल हो जाता। इसलिए फिलहाल स्क्रीन का बंटवारा द कश्मीर फाइल्स और बच्चन पांडे के बीच होना है। वैसे तो यह कोई बहुत बड़ी समस्या नहीं है,  लेकिन द कश्मीर फाइल्स का क्रेज जिस तरह दिनोंदिन बढ़ रहा है, उसे देखते हुए बच्चन पांडे को स्क्रीन के मामले में कुछ ना कुछ समझौता जरूर करना पड़ेगा।

 

वहीं निर्माता एवं फिल्म बिजनेस एनालिस्ट गिरीश जौहर का कहना है कि बच्चन पांडे हार्ड कोर कमर्शल फिल्म है। सिंगल स्क्रीन सिनेमावाले इसे हाथोंहाथ लेंगे। वैसे भी देश में हिंदी के सिंगल स्क्रीन काफी हैं, तो उसकी द कश्मीर फाइल्स के साथ स्क्रीन शेयरिंग आसानी से हो जाएगी। मुझे लगता है कि द कश्मीर फाइल्स को अगर अच्छा रिस्पॉन्स मिल भी रहा है, तो भी बच्चन पांडे को स्क्रीन मिलने में कोई समस्या नहीं होगी। अब द कश्मीर फाइल्स सिंगल स्क्रीन की फिल्म तो नहीं है। जबकि सिंगल स्क्रीन की क्षमता ही सबसे ज्यादा दर्शकों की होती है। उनके पास 1000-1000 सीट के ऑडिटोरियम होते हैं। इसलिए उनको उन्हें भरने के लिए बच्चन पांडे जैसी हार्ड कोर कर्मशल फिल्म ही चाहिए होती हैं। और रही मल्टीप्लैक्स की बात तो वहां पर अगर द कश्मीर फाइल्स पूरे हफ्ते भी फुल गई, तब भी बच्चन पांडे को एक स्क्रीन पर दो शो तो मिलेंगे ही। हालांकि बच्चन पांडे को बस एक मामले में दिक्कत हो सकती है कि अगर फिल्म का कंटेंट उतना अच्छा नहीं हुआ, तो दर्शक बहुत तेजी से द कश्मीर फाइल्स की तरफ शिफ्ट हो जाएंगे, क्योंकि उसका कंटेंट पहले से ही काफी पसंद किया जा रहा है। इसके अलावा अब सिनेमावाले भी पहले दिन से ही फिल्म के शो दर्शकों के बीच उसकी डिमांड के मुताबिक कम या ज्यादा कर देते हैं। फिर द कश्मीर फाइल्स इतने सारे राज्यों में टैक्स फ्री होने का फायदा भी मिलेगा।

भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादूर शास्त्री की ताशकंद में हुई मौत के रहस्य पर ‘द ताशकंद फाइल्स’ बना चुके डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) की बीते शुक्रवार को रिलीज हुई ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) को भी सिनेमावालों ने उनकी पहली फिल्म की तरह ही समझा। यही वजह थी कि अनुपम खेर (Anupam Kher) और मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) जैसे वेटरन ऐक्टर्स वाली इस फिल्म को ‘बाहुबली’ फेम सुपरस्टार प्रभास की ‘राधे श्याम’ के सामने देशभर में महज 561 स्क्रीन मिले। वहीं दूसरी ओर पहले से ही 100 करोड़ क्लब में एंट्री कर चुकी आलिया भट्ट स्टारर ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ भी बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन कर रही थी। इसलिए लिमिटेड बजट में बनी ‘द कश्मीर फाइल्स’ को ज्यादातर सिनेमावालों ने पहले दोपहर बाद के एक दो शोज में ही निपटा दिया।

फिल्म ‘द ताशकंद फाइल्स’ को स्लीपर हिट (कई हफ्तों में अच्छी कमाई करने वाली फिल्म) बनाने वाले दर्शकों ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ को शुरुआत से ही हिट बनाने का मन बना लिया था। सोशल मीडिया और वॉट्सऐप पर फिल्म की रिलीज से पहले ही चर्चाएं शुरू हो गई थीं। हर ओर फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग में कश्मीरी पंडितों की दर्दनाक कहानी देखकर रोते-बिलखते लोगों के विडियो वायरल हो रहे थे और लोग एक-दूसरे से इस फिल्म को जरूर देखने की अपील कर रहे थे। दरअसल 1990 में कश्मीर घाटी से कश्मीरी पंडितों के दर्दनाक विस्थापन के बारे में हर किसी ने सुना है, लेकिन उसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।

 

फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ इसकी रिलीज से पहले उस समय चर्चा में आई, जब फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने एक ट्वीट करके कहा कि कपिल शर्मा ने उनकी फिल्म को अपने चर्चित कॉमेडी शो में फिल्म में कोई बड़ा स्टार नहीं होने के चलते नहीं बुलाया। इसके बाद सोशल मीडिया में कपिल के शो के बॉयकॉट की अपील होने पर खुद कपिल ने ट्वीट करके सफाई दी कि इन खबरों में सच्चाई नहीं है। हालांकि यह विवाद अब तक थमा नहीं है। बेशक आम दर्शकों को इस बात का अंदाजा हो गया है कि इस फिल्म में कुछ ना कुछ ऐसा जरूर है, जिसे फिल्म इंडस्ट्री वाले छिपाना चाहते हैं। रही सही कसर ऐक्ट्रेस कंगना रनौत ने बॉलिवुड वालों पर ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर चुप्पी साध लेने का इल्जाम लगा कर पूरी कर दी।

यही नहीं सोशल मीडिया पर लोग बॉलिवुड के बड़े स्टार्स को भी ट्रोल कर रहे हैं कि वे इस फिल्म को सपोर्ट क्यों नहीं कर रहे। अक्षय कुमार ने रविवार को फिल्म की तारीफ करते हुए अनुपम खेर की ऐक्टिंग की तारीफ की, तो लोगों ने उन्हें भी सोशल मीडिया पर आड़े हाथों लिया कि अक्षय ने फिल्म के असली विषय कश्मीरी पंडितों पर बोलने से क्यों परहेज किया। इसी तरह लोग अमिताभ बच्चन पर भी निशाना साध रहे हैं।

 

फिल्म की जबर्दस्त माउथ पब्लिसिटी के चलते पहले दिन ही इसके शोज हाउसफुल हो गए और सिनेमावालों ने उसी दिन फिल्म के शोज बढ़ाकर 650 कर दिए। अब तक लोगों ने न सिर्फ सोशल मीडिया पर कश्मीरी पंडितों की दर्दनाक दास्तान से रूबरू होने के लिए इसे देखने की अपील शुरू कर दी थी और कुछ लोग तो सोशल मीडिया पर इस फिल्म को देखने के लिए मुफ्त टिकट की पेशकश भी कर रहे थे। रिलीज के बाद क्रिटिक्स की ओर से फिल्म रिव्यूज में भी ‘द कश्मीर फाइल्स’ को अच्छी रेटिंग मिली। खासकर आईएमडीबी पर फिल्म को 10 में से 10 रेटिंग मिली। हालांकि इसे कम करने पर भी विवाद हो रहा है। इसी के साथ कई राज्य सरकारों ने भी इसे टैक्स फ्री भी कर दिया। अब तक फिल्म यूपी, उत्तराखंड, त्रिपुरा, गोवा, हरियाणा, मध्य प्रदेश, गुजरात और कनार्टक में टैक्स फ्री घोषित हो चुकी है। वहीं जल्द ही इसके कई राज्यों में टैक्स फ्री घोषित होने की चर्चा है।

 

‘द कश्मीर फाइल्स’ ने पहले दिन 3.5 करोड़ से ज्यादा कमाई की, तो अगले दिन शनिवार को सिनेमावालों ने इसके शोज बढ़ाकर दोगुने कर दिए। कोविड की तीसरी वेव के बाद सिनेमाघरों में हाउसफुल के बोर्ड टंगने से इंडस्ट्रीवाले भी काफी खुश नजर आए। शनिवार को फिल्म ने पहले दिन से करीब डेढ़ गुनी यानी कि 8.5 करोड़ की कमाई की, तो जबर्दस्त एडवांस बुकिंग को देखते हुए रविवार तक फिल्म के शोज 2000 से ज्यादा कर दिए गए। रविवार को करीब 15 करोड़ के कलेक्शन के साथ फिल्म पहले वीकेंड पर ही अपने 20 करोड़ के बजट से ज्यादा 27 करोड़ की कमाई करके सुपरहिट की कैटिगरी में आ चुकी है और इसके शोज भी रोजाना बढ़ रहे हैं। फिल्म अब तक पहले पांच दिनों में 60 करोड़ की कमाई कर चुकी है और पहले हफ्ते में 100 करोड़ क्लब की और बढ़ रही है।

 

फिल्म को इंडस्ट्री के बदले ट्रेंड का भी फायदा मिला है। पहले इंडस्ट्री में किसी फिल्म को जितने शोज मिल जाते थे, वे पहले हफ्ते तक बरकरार रहते थे। फिर चाहे फिल्म निर्माताओं को भारी नुकसान उठाना पड़े, लेकिन कोविड के चलते लंबे अरसे तक बंद रहने के बाद खुले सिनेमाघरों में इस ट्रेंड में बदलाव आया है। अब सिनेमावाले पहले दिन से ही फिल्म की परफॉर्मेस के आधार पर उसके शोज घटा या बढ़ा देते हैं। इससे पहले साउथ सुपरस्टार अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पा’ की रिलीज के दौरान भी ऐसा हो चुका है। जब सिनेमावालों ने रणवीर सिंह की क्रिसमस रिलीज फिल्म ’83’ के कमजोर प्रदर्शन को देखते हुए उसके शोज पहले ही दिन ‘पुष्पा’ और ‘स्पाइडरमैन’ को दे दिए थे।

जानकारों का कहना है कि फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ के देशभर में जबर्दस्त क्रेज को देखते हुए इसके पहले हफ्ते में 100 करोड़ से ज्यादा और लाइफटाइम 200 करोड़ से ज्यादा कमाई करने की उम्मीद लगाई जा रही है। वहीं कुछ एक्सपर्ट तो इस फिल्म के 300 करोड़ क्लब में जाने की भी भविष्यवाणी कर रहे हैं। यही नहीं फिल्मी पंडित ‘द कश्मीर फाइल्स’ के चलते 18 मार्च को रिलीज होने वाली अक्षय कुमार की बच्चन पांडे को भी मुश्किल होने की बात स्वीकार रहे हैं। दरअसल, अक्षय कुमार जैसे बड़े बॉलिवुड स्टार्स की फिल्मों के निर्माता उत्तर भारत की 5000 स्क्रीन में से ज्यादा से ज्यादा स्क्रीन पर कब्जा करने की कोशिश करते हैं, लेकिन अब ‘द कश्मीर फाइल्स’ के जबर्दस्त क्रेज को देखते हुए ‘बच्चन पांडे’ के निर्माताओं के लिए इतनी ज्यादा स्क्रीन हासिल करना आसान नहीं होगा।

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