दिल्लीः कश्मीरी पंडित की दर्द बयां करती विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर अब सियासी जंग शुरू हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी के संसदीय दल की बैठक में फिल्म की जमकर तारीफ की, तो कांग्रेस ने पलटवार कर दिया। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार झूठ के सहारे हमेशा सियासी फायदा तलाशती रहती है।
सुरजेवाला ने एक के बाद एक छह ट्वीट कर किए। उन्होंने कहा, “क्या देश के प्रधानमंत्री बापू के आदर्शों से लेकर कश्मीरी पंडितों के दर्द तक सब कुछ फ़िल्मों के जिम्मे छोड़ देना चाहते हैं? तथ्यों और सच्चाई से मुँह फेरे मोदी सरकार को आख़िर कब अपनी जिम्मेदारियों का एहसास होगा? आख़िर कब तक केवल झूठ-नफ़रत-बँटवारे में ही राजनीतिक अवसर तलाशते रहेंगे?”
उन्होंने कहा, “आपका पितृ संगठन 1925 में गठन से लेकर 1947 तक देश के स्वतंत्रता आंदोलन और बापू के खिलाफ़ खड़ा रहा। ‘असहयोग आंदोलन’ हो, ‘सविनय अवज्ञा’ हो या ‘भारत छोड़ो’ का देशव्यापी आंदोलन हो…हर बार अंग्रेजों के साथ खड़े रहे। जब देश आज़ाद हुआ तो पहले दिन से ‘बांटो और राज करो’ अपना लिया।“
क्या देश के पीएम, बापू के आदर्शों से लेकर कश्मीरी पंडितों के दर्द तक सब कुछ फ़िल्मों के जिम्मे छोड़ देना चाहते हैं?
तथ्यों और सच्चाई से मुँह फेरे मोदी सरकार को आख़िर कब अपनी जिम्मेदारियों का एहसास होगा?
आख़िर कब तक केवल झूठ-नफ़रत-बँटवारे में ही राजनीतिक अवसर तलाशते रहेंगे?
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आपका पितृ संगठन 1925 में गठन से लेकर 1947 तक देश के स्वतंत्रता आंदोलन और बापू के खिलाफ़ खड़ा रहा।'असहयोग आंदोलन' हो, 'सविनय अवज्ञा' हो या 'भारत छोड़ो' का देशव्यापी आंदोलन हो…हर बार अंग्रेजों के साथ खड़े रहे।
जब देश आज़ाद हुआ तो पहले दिन से 'बांटो और राज करो' अपना लिया।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 15, 2022
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मोदी जी बताएँ-जब 1990 में कश्मीरी पंडित आतंक और बर्बरता के साये में पलायन को मजबूर हुए
तब भाजपा के 85 सांसद, जिनके समर्थन से केंद्र की वी.पी.सिंह सरकार चल रही थी, क्या कर रहे थे?
CM को हटाकर उनके बिठाए राज्यपाल ने सुरक्षा देने की बजाय पंडितों को पलायन के लिए क्यों उकसाया?
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 15, 2022
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याद करें,
भाजपा समर्थित सरकार में जब कश्मीरी पंडितों का उत्पीड़न और पलायन हो रहा था तब राजीव गाँधी जी ने संसद का घेराव किया, उनकी आवाज़ उठायी।मगर भाजपा ने इस त्रासदी को मौन समर्थन दिया, राजनीतिक फ़ायदे के लिए 'रथ यात्रा' निकालते रहे।
ये तब भी वैसे थे और अब भी वैसे ही हैं।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 15, 2022
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8 सालों में मोदी सरकार ने कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए क्या किया?कश्मीर में फ़िर से हालात बद्तर हुए, हिंसा बढ़ी और हज़ारों कश्मीरियों को पलायन करना पड़ा।
जब कश्मीरी पंडितों के लिए कुछ नहीं कर सके तो “फ़िल्म” दिखाने में जुट गए?
नफ़रत की खेती से फ़ायदे की फ़सल कब तक? pic.twitter.com/2MCHWrI0ZE
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 15, 2022
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जब कश्मीरी पंडित पलायन को मजबूर थे…जब आपके समर्थन से दिल्ली की सरकार चल रही थी
जब CM को हटाकर आपके नेता श्री जगमोहन गवर्नर थे और उन्होंने जुम्मेवारी से पल्ला झाड़ लिया था…
जब भाजपा और अडवाणी जी “रथ यात्रा” में व्यस्त थे..
उस रथ यात्रा के संचालक-इवेंट मैनेजर मोदी जी थे।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 15, 2022
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और हाँ,
कश्मीर और कश्मीरी पंडितों के लिएUPA सरकार में-
•10 साल में 4241 आतंकी मारे गए
•PM पैकेज में 3000 नौकरी
•5911 ट्रांजिट आवास बनायेमोदी सरकार में-
• 8 साल में 1419 आतंकी मारे गए
• केवल 520 नौकरी मिली
•1000 ट्रांज़िट आवास बनायेसिर्फ़ घाव हरा कर फ़ायदा उठाएंगे?
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 15, 2022
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने फिल्म की तारीफ करते हुए कहा था कि इस में जो कुछ दिखाया गया है, उस सत्य को सालों तक दबाने का प्रयास किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन की बात करते हैं, लेकिन कोई इमर्जेंसी पर फिल्म नहीं बना पाया। आपको बता दें कि यह फइल्म कश्मीरी पंडितों के विस्थापन और जिहादियों के अत्याचार को लेकर बनाई गई है।