मास्कोः रूस और यूक्रेन के बीच भीषण लड़ाई जारी है। दोनों देशों के बीच जंग का आज सातवां दिन है। इस बीच भारतीय मूल के रूसी विधायक और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पार्टी के सदस्य डॉ अभय कुमार सिंह ने यूक्रेन खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई के समर्थन किया है। आपको बता दें कि अभय सिंह पश्चिमी रूस के कुर्स्क से विधायक है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश को बातचीत के लिए पर्याप्त अवसर दिया गया था, जिसमें विफल रहने पर युद्ध का निर्णय लिया गया।
उन्होंने इंडिया टुडे के साथ बीतचीत में कहा, “अगर चीन बांग्लादेश में अपना सैन्य अड्डा स्थापित करता है तो भारत कैसे प्रतिक्रिया देगा? जाहिर है कि भारत इसे पसंद नहीं करेगा। नाटो रूस के खिलाफ बनाया गया था और सोवियत संघ के टूटने के बावजूद यह विघटित नहीं हुआ। यह धीरे-धीरे हमारे करीब आ गया। अगर यूक्रेन नाटो में शामिल हो जाता है तो यह नाटो बलों को हमारे करीब लाएगा, क्योंकि यूक्रेन हमारा पड़ोसी देश है। यह समझौते का उल्लंघन होगा। हमारे राष्ट्रपति और संसद के पास कार्रवाई करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था और यूक्रेन पर हमले का निर्णय लिया गया।”
सिंह ने उन अटकलों को खारिज किया है, जिसमें कहा गया है कि रूस यूक्रेन पर परमाणु हमले की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि परमाणु हथियार अभ्यास करने का उद्देश्य किसी अन्य देश द्वारा रूस पर हमला करने पर जवाब देना था। उन्होंने कहा, “परमाणु हथियारों के बारे में चिंता करने की कोई बात नहीं है। राष्ट्रपति पुतिन ने घोषणा की है कि परमाणु अभ्यास केवल उन लोगों को जवाब देने के लिए था, जो रूस पर हमला करने की मंशा रखते हैं। यदि कोई अन्य देश हम पर हमला करता है, तो रूस सभी रूपों में जवाब देगा।”
चलिए अब आपको बताते हैं कि कौन है अभय सिंहः अभय कुमार सिंह बिहार की राजधानी पटना के मूल निवासी हैं। वह करीब 30 साल पहले 1991 में मेडिकल की पढ़ाई के लिए रूस गए थे। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पटना के लोयोला हाई स्कूल से की और स्नातक की पढ़ाई रूस के कुर्स्क स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी से पूरी की। इसके बाद, वे एक डॉक्टर के रूप में अभ्यास करने के लिए पटना लौट आए, लेकिन जल्द ही रूस वापस चले गए। वहां उन्होंने खुद का दवा व्यवसाय शुरू किया। बाद में उन्होंने रियल एस्टेट और निर्माण के क्षेत्र में अपने व्यवसाय का विस्तार किया।
वह 2015 में व्लादिमीर पुतिन की यूनाइटेड रशिया पार्टी में शामिल हुए और 2018 में कुर्स्क से प्रांतीय चुनाव जीता।