दिल्लीः आज से दो दिन बाद इजहारे मोहब्बत का दिन यानी वैलेंटाइन डे है। प्रेमी जोड़ों के 14 फरवरी का बेसब्री से इंतजार रहता है। इस दिन प्रेमी जोड़े रोमांटिक डेट पर जाते हैं, लेकिन कभी आपने गौर किया है कि रोमेंटिक डेट पर जाने वाले कपल छोटी-सी राउंड टेबल पर बैठकर ही प्यार-भरी बातें क्यों करते हैं। यह रोमेंटिक डेट वाली टेबल चौकोर क्यों नहीं होती? यदि आपको किसी से प्यार होता है तब आप उसका इजहार रेड रोज देकर ही क्यों करते हैं? हम रोज की जगह लिली, गेंदा या दूसरा कोई फूल क्यों नहीं देते? तो चलिए आज हम आपको ऐसे कई सवालों का जवाब देते हैं।
कहते हैं कि प्यार अंधा होता है। प्यार में होना और ड्रग्स लेना दोनों ही क्रियाएं दिमाग के समान हिस्से को प्रभावित करती हैं। दोनों ही स्थिति में दिमाग के अंदर डोपामाइन नाम का कंपाउंड बहता है। मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि प्यार नशे की तरह ही होता है। जब आप किसी से प्यार करते हैं तो आपके दिमाग में कोकीन के समान न्यूरोलोजिक्ल प्रभाव पड़ता है। आप अलग-सा सुख का महसूस करते हैं। इसीलिए कहा जाता है कि प्यार अंधा होता है।
क्यों देते हैं रोजः हम सभी जानते हैं कि सालों से, फूलों का उपयोग कई चीजों के प्रतीक के तौर पर किया जाता रहा है। फूल रोमांस, शादी, प्यार और प्रजनन क्षमता का भी प्रतीक है। राजनीति में फूलों को सीक्रेट मैसेज देने के लिए भी यूज किया जाता था। कहते हैं कि महारानी विक्टोरिया के समय लोग अपनी फीलिंग्स को गुलाब का फूल देकर ही एक्सप्रेस करते थे। तभी से गुलाब देने की परंपरा चली आ रही है।
क्यों देते हैं रेड रोजः हालांकि इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, लेकिन माना गया है कि लाल गुलाब पैशन दर्शाता है। यह बताता है कि आपका रिश्ता मजबूत है। इससे अट्रैक्शन स्ट्रॉन्ग होता है। यह खूबसूरती, रोमांस और डिजायर का प्रतीक है। इसे शक्ति और साहस के प्रतीक के लिए यूज किया जाता है। मैरिड कपल में लाल गुलाब खुशी को दर्शाता है।
क्यों करते हैं घुटने टेक कर प्रपोजः जब किसी लड़की के सामने कोई लड़का घुटनों पर बैठकर प्रपोज करता है तो यकीनन उस लड़की को काफी अच्छा लगता है। कभी सोचा है कि इस प्रथा की शुरुआत कैसे और कब हुई। फ्रांस में हजारों वर्षों से सम्मान या श्रद्धा दिखाने के लिए घुटने के बल बैठकर सिर झुकाते हैं। इसे genuflecting कहते हैं। यह एक लैटिन शब्द है। यह तरीका धर्म और प्यार दोनों के सम्मान के लिए अपनाया जाता है। युद्ध के दौरान भी घुटने के बल पर समर्पण किया जाता था। 11वीं शताब्दी में, शूरवीरों ने दरबार की महिलाओं के साथ संबंध बनाना शुरू कर दिया और अपने प्रेम को जताने के लिए घुटने पर बैठ गए। यह रिवाज बन गया जिसे ‘विनम्र प्रेम’ नाम दिया गया।
घुटने टेकर प्रपोज करने का कारणः
कैंडिल लाइट डिनर का रोमांस से क्या है रिश्ताः कुछ लोगों को लगता है कि इसका रोमांस से रिश्ता है, तो कुछ लोगों को लगता है कि इसका रोमांस से कोई रिश्ता नहीं है। हालांकि मेरा मानना है कि इससे प्यार बढ़ता है। कपल क्वालिटी टाइम स्पेंड करते हैं। कुछ दिन पहले एक रिसर्च आई थी जिसमें कहा गया कि कैंडल्स बनाने के लिए पैराफीन वैक्स का इस्तेमाल होता है। जब आप इन्हें किसी रूम में बैठकर जलाते हैं, तब एयर पॉल्यूशन होता है। हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है। कैंसर भी हो सकता है। ब्रिटेन स्थित कैंसर रिसर्च के डॉक्टर जोआना ओवेन्स कहती हैं कि ऐसा कोई सीधा सबूत नहीं मिला है। हकीकत तो यह है कि बंद कमरे में अगर सिगरेट भी पी जाए तो उससे प्रदूषण बढ़ता है और यहज्यादा महत्वपूर्ण है।
खुशबू का महत्वः
डेटिंग साइट विक्टोरिया मिलान के एक रिसर्च के मुताबिक- संभावित पार्टनर को आकर्षित करने में शरीर की गंध एक भूमिका महत्वपूर्ण होती है। 60 प्रतिशत से अधिक पुरुष अपने पार्टनर की खुशबू से प्यार करते हैं। 53 फीसदी महिलाएं संभावित पार्टनर की खुशबू को पसंद करती हैं। रिसर्च में यह भी कहा गया है कि कई रिश्ते सिर्फ पार्टनर के शरीर से आती बदबू की वजह से टूट जाते हैं। यही वजह है कि मार्केट ने गंध या खुशबू को परफ्यूम, डियोड्रेंट आदि के माध्यम को खूब भुनाया है।
समझते हैं लव की साइकोलॉजी
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