मुंबईः छह फरवरी यानी रविवार का दिन भारत के लिए बड़ा मनहूस रहा क्योंकि इसने भारत के अमूल्य रत्न को हम सभी हमेशा के लिए छीन लिया। स्वर कोकिला लता मंगेशकर रविवार को शाम सवा सात बजे पंचतत्व में विलीन हो गईं। मुंबई के शिवाजी पार्क में उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। पंडितों ने मंत्र उच्चारण के बीच लता दीदी के भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने मुखग्नि दी।
अंतिम संस्कार से पहले भारत रत्न लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर को उनके घर ‘प्रभु कुंज’ लाया गया था, जहां अंतिम दर्शन करने वालों का हुजूम उमड़ पड़ा। लता मंगेशकर के घर के बाहर देशभक्ति वाला माहौल हो गया था। कोई ‘वंदे मातरम’ का नारा लगा रहा था, तो कोई ‘ए मेरे वतन के लोगों’ गा रहा था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र भी लता दीदी को श्रद्धांजलि देने मुंबई पहुंचे। उन्होंने लता जी के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद तीनों सेनाओं ने स्वर कोकिला को अंतिम विदाई दी। फिर उनके परिवार के रीति-रिवाज के मुताबिक धार्मिक कर्मकांड पूरे किए गए।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, एनसीपी चीफ शरद पवार, पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राज ठाकरे, आदित्य ठाकरे, सुप्रिया सुले, पीयूष गोयल, अजित पवार समेत कई राजनेता लता जी के अंतिम दर्शन करने पहुंचे। इनके अलावा अमिताभ बच्चन, अनुपम खेर, जावेद अख्तर, पंकज उधास, संजय लीला भंसाली, सचिन तेंदुलकर, शाहरुख खान, जावेद अख्तर, रणबीर कपूर और श्रद्धा समेत फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी कई हस्तियां उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचीं।
सेना के जवान लता जी के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर घर से बाहर लाए। इसके बाद आर्मी, नेवी, एयरफोर्स और महाराष्ट्र पुलिस के जवानों ने उनकी अर्थी को कंधा दिया। उनका पार्थिव शरीर फूलों से सजे सेना के ट्रक में रखकर शिवाजी पार्क ले जाया गया। मुंबई के हजारों लोग लता ताई को अंतिम विदाई देने सड़कों पर उतर आए। लता दीदी पार्थिव देह दोपहर 1.10 बजे ब्रीच कैंडी अस्पताल से उनके घर पहुंची थी।
Mortal Remains of #LataMangeshkar consigned to flames with full state honours, at Shivaji Park, Mumbai. pic.twitter.com/DQob0aacbU
— All India Radio News (@airnewsalerts) February 6, 2022
लता मंगेशकर अपनी बहन उषा और भाई हृदयनाथ के साथ मुंबई के पेडर रोड स्थित प्रभुकुंज में पहले फ्लोर पर रहती थीं। कई सालों से वे यहां रह रही थीं। बहन आशा भोसले भी यहां से कुछ दूरी पर ही रहती हैं। सालों तक प्रभाकुंज सोसायटी की सुबह लता मंगेशकर के संगीत के रियाज से ही शुरू होती रहीं। खराब सेहत के कारण करीब 4 साल से उनका रियाज लगभग बंद सा ही था। आपको बता दें कि नवंबर 2019 में भी लता दीदी को निमोनिया और सांस की तकलीफ के कारण ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका था। जहां वे 28 दिन भर्ती रही थीं। नवंबर 2019 के बाद से उनका घर से निकलना भी लगभग बंद हो चुका था।
आपको बता दें कि लता दीदी लगभग दो साल से घर से नहीं निकली थीं। वे कभी-कभी सोशल मीडिया के जरिए अपने फैंस के लिए संदेश देती थीं। बढ़ती उम्र और गिरती सेहत के कारण वे ज्यादातर समय अपने कमरे में ही गुजारती थीं। उनके घर के एक स्टाफ मेंबर की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उनका टेस्ट कराया गया था। 8 जनवरी को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।