दिल्लीः 31 जनवरी से संसद की बजट सत्र शुरू हो रहा है। इसके एक दिन बाद यानी एक जनवरी के केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी 2.0 सरकार का चौथा केन्द्रीय बजट (Union Budget 2022-23: )पेश करेंगी। सभी को इंतजार है कि अर्थव्यवस्था को बूस्ट देने के लिए बजट पिटारे से किस सेक्टर के लिए क्या  निकलते हैं। इस बार के बजट को तैयार करने में सीतारमण के साथ छह लोग लगे हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कि सीतारमण की टीम में और कौन-कौन से लोग हैं-

देबाशीष पांडा- सीतारमण की टीम के पहले सदस्य का नाम है देबाशीष पांडा। देबाशीष वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग में सचिव हैं। बजट में वित्तीय सेक्टर से जुड़े सभी ऐलान उनकी जिम्मेदारी में आते हैं। वह 1987 उत्तर प्रदेश बैच के आईएएस (IAS) हैं। पांडा पर वित्तीय सिस्टम की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए आरबीआई के साथ मिलकर काम करने की भी जिम्मेदारी है। पांडा सार्वजनिक क्षेत्र के वित्तीय संस्थानों में अगली पीढ़ी के सुधारों की नींव रखने में सहायक रहे हैं। उन्होंने बैड बैंक और विकास वित्त संस्थान की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। (Image: Debashish Panda Twitter)

टीवी सोमनाथन- इस साल के बजट को तैयार करने में अहम भूमिका निभाने वाले दूसरे सदस्य का नाम है टीवी सोमनाथन। यह व्यय विभाग के सचिव हैं। वह विश्व बैंक में काम कर चुके हैं और बतौर संयुक्‍त सचिव प्रधानमंत्री कार्यालय में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। सोमनाथन 1987 बैच के तमिलनाडु कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। वह कलकत्ता विश्‍वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी हैं। सोमनाथन के सामने डगर कठिन है क्योंकि उन्हें वित्तीय लक्ष्यों पर भी नजर रखनी है और ग्रोथ के लिए फंड भी उपलब्ध कराना है। सोमनाथन अपने पूंजीगत व्यय बजट को खर्च करने के लिए मंत्रालयों और विभागों पर जोर दे रहे हैं और उम्मीद है कि अगले वित्त वर्ष में भी यह जोर जारी रहेगा।

​तरुण बजाजः वित्त मंत्री सीतारमण की टीम के तीसरे सदस्य का नाम है तरुण बजाज। यह वित्त मंत्रालय में राजस्व सचिव हैं। वह 1988 हरियाणा बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वित्त मंत्रालय ज्वॉइन करने से पहले बजाज प्रधानमंत्री कार्यालय में भी काम कर चुके हैं। वह कोरोना की पहली लहर के दौरान आर्थिक मामलों के सचिव के तौर पर वित्त मंत्रालय से जुड़े और उन्होंने कई राहत पैकेजेस पर काम किया है। तीन आत्मनिर्भर भारत पैकेज को आकार देने में बजाज की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

तुहीन कांत पांडे- तुहीन कांत निवेश एवं सार्वजनिक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव हैं और इस साल बजट को तैयार करने में अहम भूमिका निभाने वाले सीतारमण की टीम के चौथे सदस्य हैं। उन्होंने अक्टूबर 2019 में डीआईपीएएम सचिव का पदभार संभाला। तुहीन कांत पांडे 1987 बैच के ओडिशा कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। पांडे ने एयर इंडिया के निजीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 17 और रणनीतिक बिक्रियों की तैयारी है और एसेट मॉनेटाइजेशन पाइपलाइन तैयार होने से पांडे के पास एक वर्ष पहले से पैक्ड एक्शन है। जीवन बीमा निगम की मेगा लिस्टिंग का न केवल सरकार को, बल्कि बाजारों को भी बेसब्री से इंतजार है।

अजय सेठ- केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की टीम के चौथेअजय सेठ को पिछले साल अप्रैल में आर्थिक मामलों का सचिव नियुक्त किया गया था। वह 1987 के कर्नाटक कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। सेठ कर्नाटक में बजट व संसाधनों और वाणिज्यिक कर विभाग को संभाल चुके हैं। उनके पास एक कठिन टास्क है क्योंकि कोरोना की तीसरी लहर ने ताजा रिकवरी को प्रभावित किया है। राजकोषीय सुदृढ़ीकरण रोडमैप से नजर हटाए बिना विकास को पुनर्जीवित करने के लिए किए गए उपायों के लिए भी सेठ पर नजर रखी जाएगी।

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