दिल्लीः भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर आ चुकी है। कोविड-19 नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, जिसके कारण नवजातों और छोटे बच्चों को लेकर परिजनों की चिंता बढ़ गई है। इस प्राण घातक विषाणु से बचाव के लिए जहां दुनियाभर में एडल्ट्स को बूस्टर डोज लगाया जा रहा है, वहीं ये बच्चे वैक्सीन न लगने के कारण इस वायरस के शिकार हो रहे हैं। अमेरिका जैसे देशों में तो ऐसे बच्चों को अस्पताल में भर्ती करने तक की नौबत आ रही है। ऐसे में बच्चों को इस बीमारी से कैसे बचाएं और लक्षण होने पर उनका ख्याल कैसे रखें, ये जानना बेहद जरूरी है।
विशेषज्ञों के मुताबिक 80 प्रतिशत मामलों में ओमिक्रॉन के शुरुआती लक्षण सर्दी-खांसी होते हैं। इनके अलावा, 10 फीसदी को कंपकंपी और 10 प्रतिशत को उल्टी, दस्त और हरारत का अनुभव होता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक इन लक्षणों के अलावा 6 महीने तक के बच्चों में सीजर आने की समस्या भी देखी गई है, जो घातक साबित हो सकती है। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। यदि बुखार 102F के ऊपर जाता है, तो बच्चों को नॉर्मल पानी से स्पंज बाथ दें। विशेषज्ञों का कहना है कि विंटर सीजन में स्पंज बाथ के लिए भूलकर भी ठंडे पानी का उपयोग न करें।
इसके अलावा, बच्चों को लगातार 3 दिन से ज्यादा बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ज्यादा खांसी, उल्टी, सांस लेने में दिक्कत, सुस्ती, डिहाइड्रेशन और पेशाब कम होने पर भी बच्चे को तुरंत डॉक्टर के पास लेकर जाएं। 2 साल की उम्र तक के बच्चों में ऑक्सीजन लेवल नापने के लिए पल्स ऑक्सीमीटर को उनके पैर के अंगूठे पर रखें।
विशेषज्ञों का कहना है कि दूध पीते बच्चों को कोरोना न हो, इसलिए माताओं को अपना ख्याल रखना बहुत जरूरी है। कोरोना की तीसरी लहर के समय कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करें। अगर कोई मां कोरोना पॉजिटिव है, तो उसे दूध पिलाते समय भी अच्छी फिटिंग वाला मेडिकल ग्रेड मास्क जरूर पहनना चाहिए।
बच्चे को केवल भूख लगने के वक्त ही मां के पास ले जाया जाए। बाकी समय उसका ख्याल किसी और को रखना चाहिए। ज्यादा बीमार होने पर खुद से कोई भी दवा न लें। डॉक्टर की सलाह पर ही कोई इलाज करें।
बच्चों में ओमिक्रॉन के लक्षणः
बुखार
सर्दी-खांसी
शरीर में दर्द
सुस्ती-थकान
गले में खराश
उल्टी-दस्त
चिढ़चिढ़ापन
कम पेशान होना
तेज सांस लेना
ऐसे रखें बच्चों का ख्यालः
डॉक्टरों का कहना है कि अगर आपके बच्चे को कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं, तो उसे इलाज की कोई जरूरत नहीं है। आप बच्चे को 7 दिन आइसोलेट करके कोविड प्रोटोकॉल पालन कीजिये, लेकिन अगर बच्चे में कोरोना के लक्षण हैं, तो ये टिप्स फॉलो कर सकते हैं..
- डॉक्टर की सलाह पर दवाओं का इस्तेमाल करें
- उन्हें डीहाइड्रेशन से बचाने के लिए ORS, पानी, नारियल पानी, जूस और सूप पिलाएं
- 102F से ज्यादा बुखार होने पर नॉर्मल पानी से स्पंज बाथ दें
- उनका ऑक्सिजन लेवल नापते रहें
- बच्चों को हवादार कमरों और अच्छे वेंटीलेशन में ही रखें
- गले में खराश होने पर बच्चों को नमक के पानी से गरारे कराएं
- प्रोटीन और अन्य न्यूट्रीशन से भरपूर खाना खिलाएं।