दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार की रात से हो रही ने मौसम को सुहावना बना दिया थाऔर चुनाव आयोग को भी शनिवार का दिन अच्छा लगा। चुनाव आयोग ने शनिवार सुबह जानकारी दी कि दोपहर बाद 5 राज्यों में चुनावी तारीखें बताऊंगा।
इसके बाद मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्र साढ़े तीन बजे आए और नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में विधानसभा चुनाव की तारीखें बताने लगें। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में वोटिंग होगी, 10 फरवरी से 7 मार्च तक। पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में एक साथ 14 फरवरी को वोटिंग करा लेंगे। बचा मणिपुर, तो वहां 27 फरवरी और 3 मार्च को वोट पड़ेंगे। उन्होंने बताया कि इन सभी जगहों पर 10 मार्च को नतीजे घोषित किए जाएंगे।
इस तरह से से 8 जनवरी से 10 मार्च यानी इन 62 दिनों तक चुनाव की पीठ पर कोरोना की सवारी होगी। तो चलिए विधानसभा चुनावों से जुड़ी कुछ अहम जानकारियां आपको दे देते हैं।
मुख्य चुनाव आयोग की अहम बातें…
- 15 जनवरी तक रैली, जनसभा नहीं कर सकेंगे। वर्चुअल रैली और डोर टू डोर प्रचार करने की इजाजत। डोर टू डोर प्रचार में भी केवल 5 लोग ही जा सकेंगे।
- 15 जनवरी के बाद कोरोना के हालात का रिव्यू किया जाएगा और फिर रैलियों व जनसभाओं पर फैसला लिया जाएगा। अगर रैलियों की इजाजत दी गई तो भी इसमें कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा।
- हर रैली से पहले चुनावी उम्मीदवार से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने का शपथ-पत्र लिया जाएगा।
- कोविड नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ महामारी एक्ट, NDMA और IPC के धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी।
- राजनीतिक दलों को उम्मीदवारों और प्रत्याशियों को खुद भी अपना आपराधिक रिकॉर्ड बताना होगा।
- सभी दलों और प्रत्याशियों को हेट स्पीच, फेक न्यूज और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को लेकर बेहद सतर्क रहना होगा और इसकी निगरानी भी करनी होगी।
- प्रत्याशी सुविधा ऐप के जरिए ऑनलाइन नॉमिनेशन कर सकेंगे।
- सभी दलों और प्रत्याशियों को चुनावी अपराध के संबंध में एडवाइजरी जारी की जाएगी। कोड ऑफ कंडक्ट का सख्ती से पालन करना होगा।
वोटर्स से जुड़ी अहम बातें…
- कोरोना संक्रमित भी वोट डाल सकेंगे। उनके लिए पोस्टल बैलेट की सुविधा।
- 80 प्लस सीनियर सिटिजंस और दिव्यांगों के लिए डोर स्टेप वोटिंग की सुविधा।
- 16% पोलिंग बूथ बढ़ाए गए हैं। 15 लाख से ज्यादा पोलिंग स्टेशन बने हैं।
- एक पोलिंग स्टेशन पर मैक्सिमम वोटर्स की संख्या 1500 से घटाकर 1250 कर दी गई।
- महिला वोटर्स को बढ़ावा देने के लिए हर विधानसभा में कम से कम एक पोलिंग बूथ को एक्सक्लूसिवली महिलाएं ही मैनेज करेंगे।
- वोटर्स अगर चुनाव में धांधली देंखे तो सी-विजिल (cVIGIL) ऐप पर शिकायत कर सकते हैं। आयोग तत्काल एक्शन लेगा।
चुनाव करवाने वाले वर्कर्स से जुड़ी अहम बातें…
- सभी चुनावकर्मियों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगी होना जरूरी है। ऐहतियातन इन सभी को प्रिकॉशन डोज भी दी जाएगी।
- सभी पोलिंग स्टेशन पर सैनिटाइजर्स, मास्क और थर्मल स्कैनर की सुविधा होगी।
- कोरोना के मद्देनजर पोलिंग अफसर और बूथ दोनों को सुरक्षित रखा गया है। घबराने की बात नहीं है पर सावधानी बरतनी होगी।