दिल्ली
देश में कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वैरिएं काफी तेजी से पैर पसार रहा है। अब तक यह देश के 19 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में पहुंच चुका है। भारत कोविड-19 के बेहद खतरनाक ओमिक्रॉन वैरिएंट से अब तक 583 लोग प्रभावित हुए हैं। हिमाचल प्रदेश में रविवार को ओमिक्रॉन का पहला केस और ओडिशा में ओमिक्रॉन के के चार नए मामले सामने आए हैं। चारों विदेश से लौटे (2 नाइजीरिया, 1 UAE और 1 सऊदी अरब) हैं। राज्य में कुल ओमिक्रॉन मामलों की संख्या 8 हो गई है। मध्य प्रदेश में भी कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वेरिएंट के 9 मामले सामने आए हैं।
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1,648 मामले सामने आए। 918 लोग डिस्चार्ज हुए और 17 लोगों की मौत दर्ज़ की गई। राज्य में ओमिक्रॉन के 31 नए मामले सामने आए। अब तक ओमिक्रॉन के कुल 143 मामले दर्ज़ किए गए हैं। उधर केरल में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के 19 नए मामले सामने आए। राज्य में अब तक 57 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने रविवार को इसकी जानकारी दी।
भारत में ओमीक्रोन मामलों की स्टेटवाइज लिस्ट
राज्य ओमीक्रोन केस
राजस्थान | 43 |
महाराष्ट्र | 141 |
दिल्ली | 142 |
गुजरात | 49 |
मध्य प्रदेश | 9 |
उत्तर प्रदेश | 3 |
जम्मू-कश्मीर | 3 |
केरल | 57 |
कर्नाटक | 31 |
तेलंगाना | 41 |
आंध्र प्रदेश | 6 |
हिमाचल प्रदेश | 1 |
हरियाणा | 4 |
उत्तराखंड | 1 |
चंडीगढ़ | 3 |
पश्चिम बंगाल | 6 |
तमिलनाडु | 34 |
ओडिशा | 8 |
लद्दाख | 1 |
कुल (27 दिसंबर सुबह 9 बजे तक) | 583 |
कोविड की रोकथान को लेकर बनी डॉक्टरों की ऐक्सपर्ट कमिटी ने चेताया है कि ओमिक्रॉन के बढ़ते इन्फेक्शन को रोका नहीं जा सकता है। नए वेरिएंट के केस हर दो दिन में डबल हो रहे हैं। देश में तीसरी लहर जनवरी में शुरू हो सकती है। इन हालात और चेतावनियों के बीच उन 10 राज्यों में केंद्रीय टीमें तैनात की गई हैं, जहां ओमिक्रॉन के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं या कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण की रफ्तार राष्ट्रीय औसत से धीमी है।
जिन राज्यों में केंद्रीय टीम तैनात की जीएंगी, वे 10 राज्य हैं – केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, प. बंगाल, मिजोरम, कर्नाटक, बिहार, यूपी, झारखंड और पंजाब। केंद्रीय टीमें इन राज्यों में 3 से 5 दिन रहेंगी और हेल्थ अफसरों के साथ मिलकर काम करेंगी। ये टीमें वैक्सिनेशन की रफ्तार बढ़ाने के साथ ही टेस्टिंग, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, सर्विलांस, कंटेनमेंट पर निगरानी रखेंगी। अस्पतालों में बेड की उपलब्धता, एंबुलेंस, वेंटिलेटर और मेडिकल ऑक्सिजन की सप्लाई भी सुनिश्चित करेंगी। ये टीमें इलाज पर भी सुझाव देंगी।
बच्चों को है ज्यादा खतराः
दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरियंट का सबसे पहले पता लगाने वाली डॉ. एंजेलिक कोएत्जी ने कहा है कि भारत में संक्रमण के मामले बढ़ेंगे लेकिन ज्यादातर लोगों में मामूली लक्षण दिखने की उम्मीद है। उन्होंने ओमिक्रॉन के बारे में कहा कि यह बच्चों को भी संक्रमित कर रहा है। कोएत्जी ने कहा कि अभी ओमिक्रॉन खतरनाक नहीं है। इस वायरस का एकमात्र मकसद लोगों को संक्रमित करना और जीवित रहना है। हां, बच्चे भी इससे संक्रमित हो रहे हैं, लेकिन वे औसतन पांच से छह दिन में ठीक हो रहे हैं।’ कोएत्जी ने यह भी कहा कि मौजूदा टीकों से इस बीमारी को फैलने से रोकने में निश्चित ही मदद मिलेगी।