दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और गाजियाबाद के लोगों ने इस साल यानी 2021 में सबसे ज्यादा दिन खराब वायु का श्वसन किया है। यानी प्रदूषित हवा में सांस ली है। सीएसई (CSE) यानी विज्ञान एवं पर्यावरण केंद्र के विश्लेषण के मुताबिक 2021 में नवंबर महीने तक गाजियाबाद के लोगों ने कुल 108 दिन बेहद खराब या गंभीर श्रेणी की हवा में सांस ली। वहीं दिल्ली के लोगों के लिए 94 दिनों तक दमधोंटू हवा में जीवन व्यतित किया।
आपको बता दें कि तमाम कोशिशों के बाद भी दिल्ली-एनसीआर के लोगों को प्रदूषण से राहत नहीं मिल रही है। विशेष तौर पर दीपावली के बाद से दिल्ली और एनसीआर में लोगों को भारी प्रदूषण का सामना करना पड़ा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी प्रदूषण के आंकड़ों के आधार पर सीएसई ने अलग-अलग शहरों के प्रदूषण स्तर का विश्लेषण किया है।
सीएसई के मुताबिक गाजियाबाद के लोगों ने सबसे अधिक दिनों तक प्रदूषण भरी खराब हवा में सांस ली। नवंबर तक गाजियाबाद में 108 दिन ऐसे रहे, जब वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 अंक के ऊपर रहा। वहीं दिल्ली में ऐसे दिन 94 रहे हैं। एनसीआर के अन्य शहरों का हाल भी इससे अलग नहीं है। फरीदाबाद में इस तरह के 75 और गुरुग्राम में 73 दिन रहे हैं।
सीएसई के विश्लेषण में यह भी पता चला कि एनसीआर के बाहर मौजूद उत्तर प्रदेश और हरियाणा के शहरों की हवा भी खास अच्छी नहीं है। कानपुर में 73, लखनऊ 68 और आगरा में 57 दिन ऐसे रहे, जब लोगों ने बेहद खराब या गंभीर श्रेणी की हवा में सांस ली। यहां तक कि हिसार जैसे शहरों की हवा भी खास साफ-सुथरी नहीं रही। यहां नवंबर तक 74 दिन ऐसे रहे, जब लोगों ने खराब हवा में सांस ली है।
इन इन शहरों में सबसे अधिक दिनों तक वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 से अधिक
गाजियाबाद 108
दिल्ली 94
फरीदाबाद 75
गुरुग्राम 73
कानपुर 73
लखनऊ 68
आगरा 57
हिसार 74
(सौजन्यः सीएसई, जनवरी 21 से नवंबर 21 तक के आंकड़े)