दिल्लीः देश के पहले सीडीएस (CDS) यानी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत अपनी पत्नी मधुलिका रावत के साथ शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। राजकीय सम्मान के साथ दिल्ली कैंट में शाम 4:56 बजे जनरल रावत का अंतिम संस्कार किया गया। एक ही चिता पर दोनों बेटियों कीर्तिका और तारिणी ने एक साथ जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका को मुखाग्नि दी।

तमिलनाडु हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार आज दिल्ली कैंट स्थित बराड़ चौक पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया। इसके साथ ही सीडीएस जनरल बिपिन रावत अपनी पत्नी मधुलिका के साथ पंचतत्व में विलीन हो गए। सेना की टुकड़ी ने जब उन्हें 17 तोपों की सलामी के साथ अंतिम विदाई दी. तो गणमान्य लोगों की आंखें भी नम हो गईं। जनरल राव और उनकी पत्नी की चिता को बेटियों ने मुखाग्नि दी।

इससे पहले जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए उनके सरकारी आवास तीन कामराज मार्ग पर रखा गया था, जहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई गणमान्य लोग सीडीएस बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देने उनके आवास पर पहुंचे। इसी हादसे में जान गंवाने वाले ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर का अंतिम संस्कार दिल्ली कैंट स्थित बराड़ स्क्वायर में किया गया। उनके अंतिम संस्कार के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दिल्ली कैंट स्थित बराड़ स्क्वायर में मौजूद रहे।

देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अंतिम संस्कार के दौरान कई देशों के सैन्य कमांडर भी मौजूद रहे। श्रीलंका के सीडीएस जनरल शवेंद्र सिल्वा और पूर्व सीडीएस एडमिरल रविन्द्र विजय गुनारत्ने भी अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके अलावा भूटान, नेपाल और बांग्लादेश के सैन्य कमांडर भी बिपिन रावत के अंतिम संस्कार के दौरान मौजूद रहे।

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