File Picture

दिल्लीः कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन को लेकर शुक्रवार को आई खबरें देश की चिंता बढ़ाने वाली है। देश में इस नए वैरिएंट के आज नौ मामले सामने आए। इसके साथ ही इस बेहद खतरनाक वायरस से ग्रसित मरीजों की संख्या 32 हो गए। आज सामने आए ओमिक्रॉन के मामलों में से सात महाराष्ट्र के हैं, जबकि दो मरीज गुजरात में मिले हैं।

इस बीच केंद्र सरकार नए वैरिएंट के दुनियाभर में तेजी से हो रहे प्रसार और देश में मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर दिखाई जा रही लापरवाही से चिंतित है। इसी वजह से केंद्र सरकार ने शुक्रवार को आम जनता से मास्क लगाने की अपील की और कहा कि लापरवाही की वजह से देश में कोविड-19 की तीसरी लहर आ सकती है।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त स्वास्थ्य सचिव लव अग्रवाल ने शुक्रवार को बताया कि एक दिसंबर को इंटरनेशनल पैसेंजर्स की अनिवार्य टेस्टिंग शुरू की गई थी। तब से 93 इंटरनेशनल पैसेंजर्स की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। इनमें से 83 पैसेंजर्स ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे के लिहाज से ‘एट-रिस्क कैटेगरी’ में रखे गए देशों से आए थे, जबकि 13 अन्य देशों से भारत पहुंचे थे।

उन्होंने बताया कि दुनिया में अब तक 59 देशों में ओमिक्रॉन वैरिएंट के 2936 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 78,054 लोगों की पॉजिटिव रिपोर्ट ओमिक्रॉन वैरिएंट के संदेह में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए दुनिया भर की लैब्स में मौजूद हैं।

वहीं नीति आयोग के सदस्य (हेल्थ) डॉ. वीके पॉल ने मास्क नहीं पहनने वालों को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि सरकार मास्क नहीं पहनने वालों और बचाव के उपाय नहीं अपनाने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की चेतावनी जारी कर रही है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन भी मास्क पहनना कम होने को लेकर चिंता जता चुका है और चेतावनी भी दे चुका है।

पॉल ने कहा, ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले हमारे देश में भले ही कम हैं, लेकिन ग्लोबल लेवल पर इसके आंकड़े चिंताजनक हैं। हम अब बेहद रिस्की लेवल पर हैं। हमें याद रखना होगा कि वैक्सीन की दोनों डोज लगवाना और मास्क पहनना, दोनों ही अहम हैं।

 

महाराष्ट्र में शुक्रवार को ओमिक्रॉन के 7 नए मामले सामने आए, जिनमें से 3 मुंबई से और 4 पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम क्षेत्र से हैं। इसे लेकर राज्य में कुल ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या अब 17 हो गए हैं। चिंता की बात ये भी है कि आज संक्रमित मिले 7 में से 4 मरीजों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ली थी। मुंबई में संक्रमित हुए मरीजों की उम्र 48, 25 और 37 साल है। इन्होंने तंजानिया, यूके और दक्षिण अफ्रीका- नैरोबी (कीनिया) की यात्रा की थी।

महाराष्ट्र में आज जिन लोगों में ओमिक्रॉन वेरिएंट की पुष्टि हुई है, उनमें एक एशिया की सबसे बड़ी बस्ती धारावी से भी है। धारावी में ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित एक मरीज मिलने के बाद बृहन्मुंबई महानगर पालिका की चिंता बढ़ गई है। यह शख्स तंजानिया से लौटा था। आपको बता दें कि मुंबई का धारावी पहले भी दूसरी लहर के दौरान कोरोना का बड़ा हॉटस्पॉट रह चुका है। फिलहाल ओमिक्रॉन संक्रमित को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विशेष बात यह है कि इसमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं नजर आ रहे हैं। यह शख्स धारावी की एक मस्जिद का मौलाना बताया गया है और इसने कोरोना वैक्सीन की एक भई डोज नहीं लगवाई है।

सहायक आयुक्त किरण दिघवकर ने बताया कि मुंबई में कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित यह तीसरा मरीज है। 49 साल का यह शख्स 4 दिसंबर को तंजानिया से मुंबई वापस लौटा था। तंजानिया से लौटने के बाद इसका आरटी-पीसीआर टेस्ट हुआ और इसमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके बाद इसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। आज इसकी जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है। अब उसके संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा रहा है, जिससे उनका भी टेस्ट कराया जा सके।

वहीं गुजरात में ओमिक्रॉन संक्रमण का पहला मामला जामनगर में मिला था। वहां जिम्बाब्वे से 28 नवंबर से लौटे 72 वर्षीय बुजुर्ग में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई थी। शुक्रवार को इसी बुजुर्ग की पत्नी और उसके भाई के सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट में भी ओमिक्रॉन वैरिएंट पाया गया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here