मुंबईः मुंबई में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में बुधवार को न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने शनिवार को अपने गेंदबाज एजाज पटेल के करिश्मे पर पाने फेर दिया। आपको बता दें कि मुंबई में जन्में न्यूजीलैंड के बायें हाथ के स्पिनर एजाज पटेल ने पहली पारी में भारत के सभी 10 विकट झटक कर इतिहास रच दिया लेकिन इसके बाद न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने निराश किया। भारतीय गेंदबाजों ने दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन न्यूजीलैंड की पहली पारी को महज 62 रन पर समेट कर पहली पारी में 263 रन की विशाल बढ़त दिला दी।
हालांकि न्यूजीलैंड टीम फॉलोआन नहीं बचा सकी थी लेकिन भारतीय कप्तान विराट कोहली ने दोबारा बल्लेबाजी का फैसला किया। दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक भारत ने दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के 69 रन बना लिए थे।
दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक पहली पारी के शतकवीर मयंक अग्रवाल 38 और चेतेश्वर पुजारा 29 रन बनाकर खेल रहे थे। भारत के पास अब 332 रन की विशाल बढ़त हो गई है जबकि तीन दिन का खेल बाकी है।
इससे पहले न्यूजीलैंड के बल्लेबाज महज 28.1 ओवर ही क्रीज पर टिक पाए और। न्यूजीलैंड द्वारा बनाया गया 62 रन भारत के खिलाफ किसी टीम का यह न्यूनतम टेस्ट स्कोर है। इस तरह से शनिवार का दिन न्यूजीलैंड के लिये ‘कभी खुशी कभी गम’ वाला रहा जहां एक ओर पटेल ने गेंदबाजी में इतिहास रचा तो बल्लेबाजों ने भी ऐसा रिकॉर्ड टीम के नाम किया जिसे वे कभी याद नहीं रखना चाहेंगे।
विकेट से मिल रही उछाल और टर्न का पूरा फायदा उठाते हुए भारत के लिए रविचंद्रन अश्विन ने आठ ओवर में आठ रन देकर चार विकेट लिए जबकि मोहम्मद सिराज को तीन, अक्षर पटेल को दो और जयंत यादव को एक विकेट मिला।
वहीं न्यूजीलैंड के लिए एजाज ने रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराते हुए 47.5 ओवर में 119 रन देकर दस विकेट लिए। आपको बता दें कि किसी विदेशी गेंदबाज का भारत में यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
इसके साथ ही पटेल ने इंग्लैंड के जिम लेकर और भारत के अनिल कुंबले जैसे दिग्गजों की बराबरी कर ली। जिम लेकर ने 1956 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैनचेस्टर में यह कमाल किया था। उन्होंने 51.2 ओवर में 53 रन देकर दस विकेट लिए थे। वहीं कुंबले ने पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली में फरवरी 1999 में 26.3 ओवर में 74 रन देकर दस विकेट लिए थे।
करियर 11वां टेस्ट खेल रहे पटेल ने शनिवार से पहले किसी टेस्ट की पारी के पांच विकेट लेने का कमाल दो बार किया था। भारतीय ड्रेसिंग रूम में अश्विन ने खड़े होकर उनकी इस उपलब्धि का अभिवादन किया और अंपायरों ने उन्हें वह गेंद भी सौंप दी।