चंडीगढ़ः बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को शुक्रवार को पंजाब में किसानों के विरोध का सामना करना है। किसानों को खालिस्तानी आतंकवादी कहने से नाराज लोगों ने कंगना की कार को घेर लिया। यह घेराव चंडीगढ़-ऊना नेशनल हाईवे पर कीरतपुर साहिब में किया गया। पहले भीड़ के गुस्से को देखकर कंगना रनौत गाड़ी से बाहर निकलीं और लोगों से अपने बयान के लिए माफी मांगी।
इसके बाद रोपड़ टोल प्लाजा पर भी उनके विरोध के लिए किसानों की भीड़ जमा हो गई। यहां पुलिस ने उनके काफिले को 200 मीटर पहले ही मोरिंडा के गांवों के अंदर मोड़ दिया और उनके काफिले को भीड़ से आगे निकालकर दोबारा हाईवे पर लाया गया। इस घटना के समय कंगना हिमाचल प्रदेश में मनाली स्थित अपने घर चंडीगढ़ जा रहीं थीं, जहां से उन्हें मुंबई की फ्लाइट पकड़नी थी। अभी तक यह पुष्टि नहीं हो सकी है कि कंगना का घेराव करने वाले किसान किस संगठन से जुड़े थे।
उधर, अभिनेत्री कंगना ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी किया है और इस घटना को मॉब लिंचिंग करार दिया गै। कंगना ने लिखा है, “मैं अभी हिमाचल से निकली हूं, क्योंकि मेरी फ्लाइट कैंसिल हो गई है। जैसे ही पंजाब में कदम रखा, भीड़ ने हमला कर दिया। वे लोग कह रहे हैं कि वे किसान हैं। कंगना ने कहा, ये मुझे गंदी गालियां दे रहे हैं। जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। सिक्योरिटी होने के बाद भी मेरे साथ यह सब हो रहा है। अगर मेरे साथ सिक्योरिटी न हो तो मेरे साथ क्या होगा। यह अविश्वसनीय है। ये क्या व्यवहार है। इतनी सारी पुलिस होने के बावजूद मुझे रोका गया है।“
बॉलीवुड अदाकारा के मुताबिक, भीड़ उनसे माफी मांगने को कह रही थी। भरोसा नहीं हो रहा कि मुझे यहां से नहीं निकलने दिया जा रहा। मेरे साथ सरेआम मॉब लिंचिंग हो रही है। अगर यहां पुलिस न हो तो खुलेआम लिंचिंग हो। मैं कोई नेता नहीं हूं और न ही कोई पार्टी चलाती हूं। कुछ लोग मेरे नाम से गंदी राजनीति का खेल खेल रहे हैं।
इस घटना के समय कंगना हिमाचल में अपने घर से मुंबई जाने के लिए निकली थीं। कंगना के काफिले के आगे पंजाब पुलिस की दो पायलट कार सिक्योरिटी के लिए चल रही थीं। उनका काफिला जब चंडीगढ़-ऊना हाइवे पर पहुंचा तो वहां पहले से किसान जमा थे। उन्हें पुलिस से पता चला कि गाड़ी में कंगना रनौत बैठी हुई हैं। इसके बाद किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने कंगना की गाड़ी घेर ली।
भीड़ ने जिस समय कंगना का घेराव किया, उस समय कंगना की गाड़ी के आगे उनके सिक्योरिटी वाहन और इसके आगे पंजाब पुलिस की भी दो गाड़ियां लगी हुई थीं। इसके बावजूद विरोध को रोका नहीं जा सका। लोग लगातार मांग कर रहे थे कि कंगना अपनी गाड़ी से बाहर निकलें और पंजाबियों और खासकर सिखों और महिलाओं से माफी मांगें।