संवाददाताः नरेंद्र कुमार वर्मा
दिल्लीः भगवान श्रीराम देश के करोड़ो लोगों के अराध्यदेव ही नहीं है, बल्कि वे संपूर्ण भारत की रग-रग में रचे-बसे हैं। भगवान श्रीराम पर केंद्रीत “श्रीरामकथा का विश्वसंदर्भ महाकोश” के प्रथम खंड के विमोचन के मौके पर केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे ने कहा कि भगवान श्रीराम के रामराज्य की कल्पना को सार्थक करने में देश की वर्तमान सरकार जुटी हुई है।
एक निजी पत्रिका द्वारा दिल्ली के विज्ञान भवन में “रामकथा में सुशासन” विषय पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में अनेक जाने-माने व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में वशिष्ठ अतिथि के तौर पर डॉक्टर सुब्रमण्यम स्वामी को शामिल होना था, लेकिन पारिवारिक कारणों से वह व्यक्तिगत रूप से शामिल नहीं हो पाए। डॉक्टर स्वामी ने वीडियो संदेश के व्दारा श्रीरामकथा में सुशासन विषय पर महत्वपूर्ण संदेश दिया।
इस कार्यक्रम में शामिल हुए दक्षिण भारत के प्रमुख संत स्वामी परिपूर्णानंद ने कहा कि आज देश में रामराज्य की सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रभु श्रीराम ने त्याग, तपस्या, आर्दश, धैर्य, न्याय और विनम्रता के साथ राजकाज चलाया उसी तरह से आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शासन कर रहे है। जिनके नेतृत्व में भारत दुनिया के पटल पर तेजी के साथ उभर रहा है।
श्रीरामकथा का विश्व संदर्भ विषय पर जाने-माने शिक्षाविद डॉक्टर श्याम सिंह शशि एवं आयोजन समिति के अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण भाला ने भी अपने विचार रखे। डॉक्टर शशि ने कहा कि श्रीराम युगों-युगों तक भारतीय जनमानस के आर्दश बने रहेंगे क्योंकि उनके चरित्र से हमें जो शिक्षा मिलती है वैसी किसी अराध्यदेव में नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था को अगर श्रीराम के आर्दशों से अनुसार चलाया जाए तो हर व्यक्ति सुखी और संपन्न होगा। कार्यक्रम में लक्ष्मीनारायण भाला ने कहा कि देश में रामराज्य के शासन की परिकल्पना को आज सही अर्थों में पूरा किया जा रहा है।
वहीं भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि दुष्ट प्रकृति के लोगों को श्रीराम ने जिस तरह से सबक सिखाया, वह कोई आर्दश राजा की कर सकता है। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम एक शिष्य, एक पुत्र, एक पति, एक भाई, एक पिता और एक प्रजापालक राजा सभी कसौटियों पर खरे उतरने वाले आर्दश अवतार थे, जिनकी शिक्षाओं से हमें आज तक प्रेरणा मिलती है। कार्यक्रम में देश के अनेक हिस्सों से आए कलाकारों द्वारा प्रभु श्रीराम से जुड़े प्रसंगों को प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के उपाध्यक्ष विजय गोयल, भाजपा नेता श्याम जाजू ने भी अपने विचार रखे। भाजपा नेता संगीता तलवार ने सभी उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया।