संवाददाताः संतोष कुमार दुबे
दिल्लीः आज से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। उम्मीद की जा रही है कि संसद सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मीडियाकर्मियों को संबोधित कर सकते हैं। साथ ही आज शीतकालीन सत्र का पहल् दिन की कार्यवाही बेहद हंगामेदार रहने की संभावना है, क्योंकि विपक्ष ने सरकार से किसान आंदोलन के दौरान मरे किसानों के परिवारों से माफी मांगने की मांग करने सहित कई मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरने की तैयारी में है।
इसके साथ ही सदन में हंगामे के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर कृषि कानून वापसी बिल पेश करेंगे, जिसे लेकर सांसदों को भेजे गए संसदीय नोट की भाषा पर पहले ही विवाद खड़ा हो चुका है।
संसद की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर एक बिल पेश करेंगे, जिसमें तीन कृषि कानूनों फार्मर्स (एम्पावरमेंट एंड प्रोटेक्शन) एग्रीमेंट ऑन प्राइस एश्योरेंस एंड फार्म सर्विसेज एक्ट, 2020, द फार्मर्स प्रोड्यूस ट्रेड एंड कामर्स (प्रमोशन एंड फैसिलेशन) एक्ट, 2020 और द असेंसिशयल कमोडिटीज (एमेंडमेंट) एक्ट, 2020 को निरस्त किए जाने का प्रस्ताव होगा।
आपको बता दें कि सरकार ने ये तीनों कानून पिछले साल पारित कराए थे, जिन्हें विपक्षी दलों से लेकर किसान संगठनों तक के अभूतपूर्व विरोध का सामना करना पड़ा। तीनों कृषि कानूनों की वापसी के लिए किसान संगठन पिछले एक साल से दिल्ली की सीमाओं को घेरे बैठे हैं। इसके चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर को इन कानूनों को वापस लेने की घोषणा की थी।
23 दिसंबर तक चलने वाले शीतकालीन सत्र के दौरान केंद्र सरकार कृषि कानून वापसी बिल के अलावा 25 अन्य विधेयक भी संसद में पेश करने वाली है। इनमें सबसे अहम बिल प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने से जुड़ा हुआ है। हालांकि सरकार खुद भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को डिजिटल करेंसी उतारने की इजाजत दे रही है।
इसके अलावा शीतकालीन सत्र के दौरान पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल, 2019 पर संसद की जॉइंट कमेटी की रिपोर्ट भी सदन में टेबल की जाएगी।