दिल्लीः  राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लोगों का सांस लेना दुस्वार हो गया। यहां की हवा एक बार फिर से जहरीली बन गई है और अगले 2 से 3 दिनों तक इसमें सुधार होने के आसार नहीं है। आपको बता दें कि इस महीने राष्ट्रीय राजधानी अब तक 9 दिन गंभीर स्तर का प्रदूषण झेल चुकी है। इससे पहले 2020 में नवंबर में 9 दिन तक यहां के लोगों पर गंभीर स्तर का प्रदूषण की मार पड़ी थी।

दिल्ली में अगले 2 दिनों तक हवा कमजोर रहने के आसार हैं। यहां पर प्रदूषण स्तर शनिवार को गंभीर रहेगा। साथ ही रविवार को भी यह बेहद खराब से गंभीर रह सकता है। बात औसत एक्यूआई की करें तो 2015 से अब तक का सबसे प्रदूषित नवंबर रहा है। इस साल में नवंबर में अब महज 4 दिन बचे हैं। सीपीसीबी के एयर बुलेटिन के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी का एक्यूआई शुक्रवार को 406 रहा। वहीं बहादुरगढ़ का 357, बल्लभगढ़ का 303, भिवाड़ी का 346, फरीदाबाद का 423, गाजियाबाद 378, ग्रेटर नोएडा 386, गुरुग्राम 379, मानेसर 346 और नोएडा 394 पर रहे।

राष्ट्रीय दिल्ली में कुछ जगहों पर प्रदूषण का स्तर तो इमरजेंसी स्तर पर भी पहुंच गया है। इनमें शादीपुर का 452, अशोक विहार का 450, जहांगीरपुरी का 462, रोहिणी का 456, विवेक विहार का 447, वजीरपुर का 456, आनंद विहार का 454 और चांदनी चौक का 443 रहा। सफर के पूर्वानुमान के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी का प्रदूषण स्तर गंभीर बना हुआ है। जमीनी सतह पर हवाएं काफी कमजोर हैं।

सफर की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार यहां पर 2 दिन बाद स्थिति में थोड़ी सुधार होने की उम्मीद है, लेकिन फिलहाल प्रदूषण बेहद खराब स्थिति में ही रहेगा। आपको बता दें कि दिल्ली के प्रदूषण में पराली का प्रदूषण महज 8 प्रतिशत रहा। आईआईटीएम पुणे के अनुसार दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्तर पर पहुचं गया है। हवाओं की स्पीड तीन किलोमीटर प्रति घंटे से भी कम हो गई है।

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