- दिल्लीः पूर्वी लद्दाख की बर्फीली गलवान घाटी में चाइनीज सैनिकों से झड़प के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले कर्नल संतोष बाबू आज मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया। आपको बता दें कि यह परमवीर चक्र के बाद दूसरा सबसे बड़ा सैनिक सम्मान है। वहीं, ऑपरेशन स्नो लेपर्ड का हिस्सा रहे नायब सूबेदार नूडूराम सोरेन, हवलदार के पिलानी, नायक दीपक सिंह और सिपाही गुरतेज सिंह भी मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित हुए। गत वर्ष पूर्व लद्दाख की गलवान घाटी में चाइनीज सेना के साथ ही हुई हिंसक झड़प में 20 सैनिक शहीद हुए थे।
राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज देश के इन जांबाजों को सम्मानित किया। 4 पैरा स्पेशल फोर्स के सूबेदार संजीव कुमार को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति कोविंद ने उनकी पत्नी को पुरस्कार दिया। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर एक आतंकवादी को मारने और दो अन्य को घायल करने के लिए उन्हें यह सम्मान मिला।
वहीं नायब सूबेदार नुदूराम सोरेन को मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया। कोविंद ने उनकी पत्नी को पुरस्कार दिया। ऑपरेशन स्नो लेपर्ड में पिछले साल जून में गलवान घाटी में चीनी सेना द्वारा किए गए शातिर हमले के खिलाफ उनकी वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए यह सम्मान मिला।
LIVE: President Kovind presents Gallantry Awards at Defence Investiture Ceremony – 3 at Rashtrapati Bhavan https://t.co/OJheUyVHHV
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 23, 2021
सिपाही गुरतेज सिंह को मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति ने उनके माता-पिता को पुरस्कार दिया। ऑपरेशन स्नो लेपर्ड में पिछले साल जून में गलवान घाटी में चीनी सेना द्वारा किए गए शातिर हमले के खिलाफ उनकी वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए यह सम्मान मिला।