संवाददाता-नरेन्द्र कुमार वर्मा

गााजियाबा- उत्तर प्रदेश सरकार के चाक-चौबंद कानून व्यवस्था के दावे को गाजियाबाद पुलिस पलिता लगाने का काम कर रही है। पत्रकार के साथ मारपीट, गालीगलौच, धसीटने और जान से मारने की धमकी देने वाले के खिलाफ तीन दिन बीतने के बाद भी पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया। गाजियाबाद के वसुंधरा सेक्टर -4 की आर्दश सोसायटी में रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार अजय श्रीवास्तव के साथ विगत दिनों सोसायटी में रहने वाले एक स्थानीय व्यक्ति ने गाली-गलौच की उन्हें जबरन घसीट कर अपने घर में बंद कर लिया और जान से मारने की धमकी दी।

अजय श्रीवास्तव की पत्नी ने घटना की लिखित जानकारी इंदिरापुरम के थानाध्यक्ष मनीष विष्ट को दी जिन्होंने उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। मगर तीन दिन बीत जाने के बाद भी थानाध्यक्ष ने आरोपी से पूछताछ करना भी गवारा नहीं किया। इस घटना को लेकर जब कई पत्रकारों ने उनसे संपर्क किया तो थानाध्यक्ष ने इंदिरापुरम चौकी इंचार्ज को मामले का देखने के लिए कहा। घटना के बाद सोसायटी के आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों ने भी बैठक कर घटना पर असंतोष जताया और आरोपी से लिखित में माफी मांगने के लिए कहा गया। मगर वारदात के बाद गाजियाबाद पुलिस का रवैया निहायत गैर जिम्मेदाराना रहा। आरोपी व्यक्ति सोसायटी में खुलेआम घूम रहा है और पत्रकार को भविष्य में परिणाम भुगतने की धमकी दे रहा है। व

रिष्ठ पत्रकार अजय श्रीवास्तव कई समाचार चैनलों एवं समाचार पत्रों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। आर्दश सोसायटी में वह अपने परिवार के साथ विगत दस वर्ष से रह रहे हैं इस घटना के बाद उनका पूरा परिवार किसी अनहोनी के भय से डरा हुआ है। पत्रकार के साथ गाली-गलौच एवं मारपीट की घटना का वीडियो एवं अन्य जानकारी भी पुलिस को दी गई मगर गाजियाबाद पुलिस के पास पत्रकारों को सुरक्षा देने का वक्त नहीं है। उल्लेखनीय हैं कि विगत दिनों विजयनगर में पत्रकार विक्रम जोशी की इसी तरह से हत्या कर दी गई थी जबकि वह कई बार पुलिस को उन्हें धमकी दिए जाने की बात बता चुके थे। विक्रम जोशी की हत्या के बाद तत्कालिन पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने विजयनगर के थाना प्रबारी को निलंबित कर दिया था।

गाजियाबाद में पत्रकार को धमकी दिए जाने की घटना से मेरठ जोन के एडीजी राजीव सब्बरवाल को भी अवगत कराया जा चुका है जिन्होंने इस मामले में गाजियाबाद के एसएसपी को कार्यवाही करने के लिए कहा है। मगर तीन दिन बीत जाने के बाद भी इंदिरापुरम पुलिस हाथ पर हाथ रखे बैठी है। आरोपी के खिलाफ कार्यवाही के लिए जब अजय श्रीवास्तव ने इंदिरापुरम चौकी प्रभारी यतेन्द्र शर्मा से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि नशे में घटना हो गई मैं आरोप से शराब न पीने के लिए रिक्वेस्ट करूंगा। पुलिस का पत्रकारों के साथ बातचीत करने का यह प्रोटोकॉल गाजियाबाद में ही देखने को मिल सकता है। दूसरी तरफ अजय श्रीवास्तव के साथ हुई घटना पर दिल्ली प्रेसक्लब में पत्रकारों की बैठक में रोष जताया एवं उचित कार्यवाही न होने पर प्रेस काउंसिल में लिखित प्रतिवेदन देने का फैसला किया। बैठक में आकाश श्रीवास्तव, राघव दूबे, बिशन गुप्ता, प्रदीप कुमार, वी. बाबुल, राजेश कुमार, मानवेद्र कुमार, योगेश भारव्दाज एवं सुधीर कुमार उपस्थित थे।

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