संवाददाताः कपिल भारद्वाज
चंडीगढ़ः कोरोना वायरस के कारण करीब डेढ़ साल बंद रहने के बाद करतारपुर कॉरिडोर बुधवार को फिर से खुल गया, लेकिन अब इसे खुलवाने का क्रेडिट लेने की लड़ाई शुरू हो गई है। इस लड़ाई में पाकिस्तान सरकार की भी एंट्री हो चुकी है। पाकिस्तान सरकार ने अपनी वेबसाइट ‘करतारपुर कॉरिडोर डॉट कॉम’ (kartarpurcorridor.com) पर इसे फिर से शुरू करवाने का श्रेय पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू को दिया है।
वेबसाइट में लिखा गया कि करतारपुर कॉरिडोर खुलवाने का आइडिया लीजेंड सिख क्रिकेटर नवजोत सिद्धू ने दिया था, जो पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में आए थे। इसके बाद पाक पीएम इमरान और सिद्धू ने करतारपुर कॉरिडोर की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में भी हिस्सा लिया था।
करतारपुर कॉरिडोर के फिर से खुलने पर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अपने परिवार, 3 मंत्रियों और अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ श्री करतारपुर साहिब गए थे, जिसे लेकर पंजाब कांग्रेस में नाराजगी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पंजाब कांग्रेस इस बात से नाराज है कि सीएम चन्नी अपने साथ नवजोत सिद्धू को करतारपुर दर्शन के लिए क्यों नहीं ले गए। सूत्रों का कहना है कि संगठन का मानना है कि सीएम चन्नी को यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि संगठन प्रधान के नाते सिद्धू भी पहले दिन उनके साथ करतारपुर जाएं। आपको बता दें कि सिद्धू 20 नवंबर को श्री करतारपुर साहिब जा रहे हैं।
इस बीच पार्टी संगठन में इस बात को लेकर चर्चा है कि यदि सिद्धू पहले दिन श्री करतारपुर साहिब जाते तो सारा फोकस ले जाते। ऐसे में सरकार ने उनकी परमिशन को सुनिश्चित नहीं किया। यही वजह है कि सीएम के साथ सिद्धू के करीबी मंत्री नहीं गए।
उधर, सिद्धू के मीडिया एडवाइजर सुरिंदर डल्ला ने भी इस तर्क पर सहमति जताई कि सिद्धू को पहले दिन ले जाना चाहिए था।
वहीं पाकिस्तान ने सिद्धू को करतारपुर कॉरिडोर खुलवाने क्रेडिट देकर एक तरह से बीजेपी को झटका दिया है क्योंकि बीजेपी करतारपुर कॉरिडोर खुलवाने का क्रेडिट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दे रही है। बीजेपी की ओर से कॉरिडोर के उद्घाटन से लेकर दोबारा खुलवाने के लिए पीएम मोदी का धन्यवाद किया जा रहा है। आपको बता दें कि पंजाब में करीब साढ़े 3 महीने बाद चुनाव हैं, जिसमें करतारपुर कॉरिडोर खुलवाने का मुद्दा भी अहम होने वाला है।