संवाददाताः नरेन्द्र कुमार वर्मा
दिल्लीः राधा स्वामी सत्संग सभा दुनियाभर में कृषि पारिस्थितिकी को बढ़ावा देने का काम करेगी। अमेरिका के न्यू जर्सी स्थित राधा स्वामी सत्संग एसोसिएशन ऑफ नार्थ अमेरिका केंद्र ने एग्रोकोलॉजी (कृषि पारिस्थितिकी) के लिए न्यू जर्सी में 23 एकड़ जमीन में एग्रोकोलॉजी केंद्र स्थापित किया है। राधा स्वामी सत्संग सभा ने बीते दिनों इंटरनेशनल सेंटर फॉर एग्रोकोलॉजी (आईसीए) केंद्र का ऑन लाइन उद्धघाटन किया। इस अभियान में राधा स्वामी संप्रदाय के सौ से अधिक देशों में रहने वाले अनुयायियों और विभिन्न संस्थाओं के लोगों ने ऑन लाइन भाग लिया।
दक्षिणी दिल्ली के स्वामी नगर स्थित राधा स्वामी सत्संग केंद्र से जुड़े सैकड़ों लोगों ने अमेरिका से इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देखा और विश्व विख्यात कृषि विशेषज्ञों के विचारों को सुना। राधा स्वामी सत्संग एसोसिएशन की दिल्ली इकाई की अध्यक्ष दयाल रे ने बताया कि एग्रोकोलॉजी का मतलब रासायनिक खेती का त्याग कर परंपरागत तरीके से खेती करना है। इस अवसर पर संस्था के उपाध्यक्ष राजेंद्र कुमार ने बताया कि कोरोना काल में संस्था ने इस विषय पर गहन शोध किया था। जिसके उपरांत विशेषज्ञ इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि दुनियाभर के किसान अगर एग्रोकोलोजी आधारित खेती के तरीकों को अपना ले तो मानव के स्वास्थ्य के साथ ही पर्यावरण जैसी बहुत सी समस्याओं से भी निपटा जा सकता है।
उल्लेखनीय हैं कि कृषि पारिस्थितिकी के अंतरगर्त मिट्टी, जलवायु, जल, वनस्पतियां एवं पर्यावरण को ध्यान में रखकर वातावरण एवं पृथ्वी पर रहने वाले जीवों का अध्ययन कर इस तथ्य का पता लगाया जाता हैं कि जीव-जंतु पौधो एवं पर्यावरण का परस्पर क्या संबंध है और इनसे खेती को कैसे सुगम और मानव हितैषी बनाया जा सकता है। कृषि के आधुनिक तौर तरीकों, फसलों के संकरण, कीटनाशकों एवं उर्वरकों का अत्यधिक प्रयोग और तकनीकी में सुधार से पूरी दुनिया में फसलों का उत्पादन जरूर बढ़ा है, मगर इसके साथ ही यह व्यापक रुप से पारिस्थितिकी को भी बड़े पैमाने पर क्षति पहुंचाने के लिए जिम्मेदार है। इससे मनुष्य के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, लिहाजा पर्यावरणीय प्रक्रियाओं का व्यवस्थित अध्ययन करने के बाद वैज्ञानिकों ने कृषि पारिस्थितिकी को बढ़ावा देने की बड़ी पहल शुरू की है। राधा स्वामी सत्संग सभा दयालबाग आगरा के एग्रीकल्चर मैनेजर पुनीत चौधरी कहते हैं कि राधा स्वामी सत्संग सभा की इस पहल के अंतरगर्त अमेरिका स्थित न्यूजर्सी के ओल्ड ब्रिज टॉउन के एग्रोकोलॉजी केंद्र में औषधीय गुणों वाले पौधे विकसित किए जाएंगे। साथ ही ऑर्गेनिक खेती को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
आपको बता दें कि दुनियाभर में खेती के लिए प्रयोग किए जाने वाले उर्वरकों, बीजों एवं कीटनाशकों के बहुत दुष्परिणाम सामने आ रहे है जिसका खामियाजा मनुष्य को उठाना पड़ रहा है। दुनिया के अनेक देशों ने एग्रोकोलॉजी तकनीकी से खेती को बढ़ावा देना शुरू कर दिया है। भारत में कृषि और किसान मंत्रालय भी इस दिशा में गंभीरता से काम कर रहा है। ऐसे में विश्व के 100 से अधिक देशों में कार्यरत राधा स्वामी सत्संग सभा ने भारत सहित दुनियाभर के अनेक देशों में कृषि पारिस्थितिकी को बढ़ावा देने की शुरूआत की है।राधा स्वामी सत्संग सभा की दिल्ली इकाई की अध्यक्ष दयाल रे ने बताया कि भारत में पर्यावरण में सुधार के साथ बहुत सी गंभीर बीमारियों को कृषि पारिस्थिति का इस्तेमाल के बाद रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि राधा स्वामी सत्संग सभा इस दिशा में भारतीय किसानों को जागरुक करने का काम भी करेगी।
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