संवाददाताः नरेन्द्र कुमार वर्मा
दिल्लीः केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की बहुउद्देशीय योजना हुनर हाट देशभर के उन दस्तकारों के लिए जीवनरेखा साबित हो रही है, जिनके उत्पादनों को बाजार नहीं मिल पाता था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर अल्पसंख्यक मंत्रालय ने उन दस्तकारों के लिए यह योजना शुरू की थी, जिनके हुनर को पहचान नहीं मिल पा रही थी। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने भारत में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदाय के दस्तकारों को इस योजना के माध्यम से न केवल एक नई पहचान देने का काम किया बल्कि उनकी पुश्तैनी विरासत को दुनियाभर में पहुंचाने का काम किया।

दिल्ली में चल रहे 40 वें विश्व व्यापार मेले में भारत के विभिन्न राज्यों से आए शिल्पकारों ने हुनर हाट में अपने उत्पादनों का प्रदर्शनी लगाई है। इस हुनर हाट में देश के 30 से ज्यादा राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को 550 से ज्यादा दस्तकार, शिल्पकार और कारीगर शामिल हो रहे हैं। इस मौके पर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वोकल फॉर लोकर मंत्र के साथ हुनर हाट के शिल्पकारों को अब वैश्विक पहचान मिल रही है। विश्व व्यापार मेले में आयोजित हुनर हाट पूर्वोत्तर राज्यों से लेकर लेह लद्दाख तक के शिल्पकार अपने उत्पादनों के साथ पहुंचे है। व्यापार मेले में दस्तकारी, शिल्पकारी एवं लोहे एवं ब्रास के कारीगरों के उत्पादनों के साथ ही हस्तनिर्मित वस्त्रों एवं कांच के सामान बनाने वाले कारीगरों के स्टाल पर ग्राहकों की लंबी कतार देखी जा रही है।

इस मौके पर अल्पसंख्यक कार्य मंत्री नकवी ने कहा कि हुनर हाट न केवल दस्तकारों, शिल्पकारों और कारीगरों के लिए वरदान साबित हो रही है, बल्कि अब उनके मंत्रालय ने फैसला किया है कि हुनर हाट के माध्यम से हम देशभर के कलाकारों को भी आगे बढ़ाने का काम करेंगे। उन्होंने बताया कि देश में विलुप्त हो रही सर्कस कला से जुड़े कलाकारों को हुनर हाट एक नया मंच प्रदान करेगी, जहां सर्कस कला में पारंगत कलाकार एक बार भी हुनर हाट के प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपने कला का प्रदर्शन कर रोजी-रोटी कमा सकेंगे।  उन्होंने कहा कि सर्कस कला से जुड़े कलाकारों के कौशल को हुनर हाट सारे देश में लेकर जाएगी।

इसके साथ ही भारत की विभिन्न सांस्कृतिक विरासत एवं परंपरागत गीत संगीत से जुड़े कलाकारों को हुनर हाट के माध्यम से अपनी कला को विकसित करने का काम किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि हुनर हाट के माध्यम से अब तक अल्पसंख्यक वर्ग के 6 लाख 75 हजार लोगों को रोजगार प्राप्त हो चुका है। जिन्हें उनके मंत्रालय ने कौशल विकास, प्रशिक्षण, मार्केटिंग, बाजार, ऋण, पैकेजिंग एवं ब्रांड स्थापित करने सहायता प्रदान करने का काम किया है। हुनर हाट में हिस्सा लेने वाले कारीगरों को अनुदान सहित सस्ती दरों पर ऋण देने का काम भी अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।

दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे 40 वें विश्व व्यापार मेले में मंत्रालय द्वारा 33 वीं हुनर हाट आयोजित की गई है। उल्लेखनीय हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय देश के अल्पसंख्यक वर्ग के कारीगरों को आर्थिक तौर पर सुदृढ करने का काम कर रह है। विश्व व्यापार मेले में हिस्सा लेने वाले दुनिया के अनेक देशों के प्रतिनिधि भी बड़ी संख्या में हुनर हाट पहुंच कर भारतीय शिल्पकारों को बेहतरीन काम को परख रहे है। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विश्व व्यापार मेले के बाद दिल्ली में अगली हुनर हाट 22 दिसंबर से दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित होगी जो 2 जनवरी तक चलेगी।

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