दिल्लीः बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने प्रदूषित होती यमुना के मुद्दे पर केजरीवाल सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने यमुना नदी में अमोनिया की मात्रा में बढ़तरी केजरीवाल सरकार को जिम्मेदार ठहरा है और कहा है कि केजरीवाल सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए जहरीले होते जल क लिए हरियाणा सरकार को दोष मढ़ रही है। उन्होंने कहा है कि हकीकत यह है कि यमुना नदी को स्वच्छ करने के लिए दिल्ली सरकार के पास कोई योजना नहीं है।
बीजेपी सांसद मंगलवार को यमुना में गिरने वाले नजफगढ़ ड्रेन के उस स्थान पर पहुंचे, जहां से करोड़ों लीटर गंदा पानी यमुना नदी में गिर रहा है और यमुना के जल को जहरीला बना रहा है। श्री तिवारी के साथ पूर्वोत्तर जिला बीजेपी अध्यक्ष मोहन गोयल, महामंत्री संजय त्यागी, उपाध्यक्ष आनंद त्रिवेदी और भाजपा नेता नीलकांत बक्शी सहित भाजपा के कई अन्य पदाधिकारी भी नजफगढ़ ड्रेन पहुंचे थे।
इस दौरान तिवारी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल जिस पाप को छुपाना चाहते हैं, मैं उसका पर्दाफाश करने के लिए यहां आया हूं।दिल्ली की यमुना हरियाणा के पानी से नहीं,बल्कि दिल्ली की गंदगी को समेटे नजफगढ़ ड्रेन से मैली हो रही है और सात वर्ष बीत जाने के बाद भी केजरीवाल इस को नहीं रोक पाए हैं। उन्होंने कहा कि मैं भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय से निवेदन करता हूं कि वह यमुना को जहरीला बनाने वाले दिल्ली सरकार के कुकृत्य पर संज्ञान ले और दिल्ली को जहरीला बनने से बचा ले। उन्होंने कहा कि केजरीवाल प्रदूषित होती यमुना के मुद्दे पर दिल्ली की जनता और मीडिया के साथ साथ भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय को भी गुमराह करते आ रहे हैं।
बीजेपी सांसद ने कहा कि गंदी यमुना का बहाना बनाकर श्री अरविंद केजरीवाल पूर्वांचल को निशाना बना रहे हैं और यमुना की गंदगी के लिए महापर्व छठ को जिम्मेदार ठहराने पर तुले हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह हर पूर्वांचलबासी के लिए बड़ा दुख का विषय है, क्योंकि कोई पूर्वांचलवासी महापर्व छठ का अपमान नहीं सह सकता है। उन्होंने पूर्वांचलवासियों से एक बार फिर केजरीवाल की साजिश से सावधान रहने की अपील की और कहा है कि धूमधाम से छठ महापर्व मना कर अपनी ताकत और छठ महापर्व के महत्व का ज्ञान केजरीवाल को कराएं।
उन्होंने कहा, “मेरा प्रयास सिर्फ इतना है कि साजिश बेनकाब हो और दिल्ली की जीवनदायिनी यमुना जिसे केजरीवाल सरकार तिल तिल कर दम तोड़ने को मजबूर कर रही है उसे बचाया जा सके।“